आधारभूत लोकतंत्र — भाग 1: शासन
1. स्वयं परखिए – लोकतंत्र का क्या अर्थ है? प्रत्यक्ष लोकतंत्र और प्रतिनिधि लोकतंत्र के बीच क्या अंतर है?
उत्तर:
लोकतंत्र का अर्थ है “लोगों का शासन”। यह एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें लोग अपने लिए नियम और कानून बनाने में हिस्सा लेते हैं।
- प्रत्यक्ष लोकतंत्र: इसमें सभी लोग सीधे निर्णय लेते हैं। जैसे, अगर कक्षा में पिकनिक के लिए जगह चुननी हो और सभी बच्चे वोट देकर फैसला करें, तो यह प्रत्यक्ष लोकतंत्र है।
- प्रतिनिधि लोकतंत्र: इसमें लोग अपने प्रतिनिधि चुनते हैं जो उनके लिए फैसले लेते हैं। जैसे, भारत में हम सांसद या विधायक चुनते हैं जो संसद या विधानसभा में कानून बनाते हैं।
- अंतर: प्रत्यक्ष लोकतंत्र में लोग खुद फैसला लेते हैं, जबकि प्रतिनिधि लोकतंत्र में चुने हुए प्रतिनिधि फैसला लेते हैं।
2. सरकार के तीन अंग कौन-से हैं? उनकी क्या अलग-अलग भूमिकाएँ हैं?
उत्तर:
सरकार के तीन अंग हैं:
- विधायिका: यह कानून बनाती है। जैसे, संसद या विधानसभा नए नियम बनाती है या पुराने नियम बदलती है।
- कार्यपालिका: यह कानूनों को लागू करती है। जैसे, पुलिस कानून का पालन करवाती है और सरकार योजनाएँ चलाती है।
- न्यायपालिका: यह कानून तोड़ने वालों को सजा देती है और यह जाँचती है कि कानून सही हैं या नहीं। जैसे, कोर्ट फैसला करता है कि कोई दोषी है या नहीं।
3. भारत के परिप्रेक्ष्य में हमें त्रिस्तरीय सरकार की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर:
भारत में त्रिस्तरीय सरकार (स्थानीय, राज्य और केंद्र सरकार) इसलिए जरूरी है क्योंकि:
- स्थानीय स्तर: छोटी-छोटी समस्याएँ जैसे गाँव में पानी या सड़क की व्यवस्था स्थानीय सरकार संभालती है।
- राज्य स्तर: बड़े क्षेत्र की समस्याएँ जैसे स्कूल, अस्पताल या पुलिस व्यवस्था राज्य सरकार देखती है।
- केंद्र सरकार: पूरे देश की बड़ी समस्याएँ जैसे रक्षा, विदेश नीति या रेलवे केंद्र सरकार संभालती है।
तीन स्तर होने से हर समस्या को सही तरीके से और जल्दी हल किया जा सकता है।
4. परियोजना – 2019 की कोविड महामारी के दौरान लगा लॉकडाउन आपको याद होगा। उस समय उठाए गए सभी कदमों की सूची बनाइए। उस स्थिति को संभालने में सरकार के कौन-कौन से स्तर सम्मिलित थे? उसमें सरकार के प्रत्येक अंग की क्या भूमिका थी?
उत्तर:
कोविड महामारी के दौरान उठाए गए कदम:
लोगों को घर में रहने के लिए लॉकडाउन लगाया गया।
स्कूल, दुकानें और ऑफिस बंद किए गए।
मास्क पहनना और दूरी बनाए रखना अनिवार्य किया गया।
अस्पतालों में बेड और दवाइयाँ बढ़ाई गईं।
गरीबों को मुफ्त राशन दिया गया।
वैक्सीन बनाई और बाँटी गई।
सरकार के स्तर:
- स्थानीय सरकार: गाँवों और शहरों में नियमों का पालन करवाया, जैसे मास्क चेक करना और राशन बाँटना।
- राज्य सरकार: अपने राज्य में अस्पतालों को तैयार किया और लॉकडाउन के नियम लागू किए।
- केंद्र सरकार: पूरे देश के लिए लॉकडाउन की घोषणा की, वैक्सीन बनवाई और सेना की मदद से राहत पहुँचाई।
सरकार के अंगों की भूमिका:
- विधायिका: लॉकडाउन और स्वास्थ्य के लिए नए नियम बनाए।
- कार्यपालिका: पुलिस और डॉक्टरों ने नियम लागू किए और लोगों की मदद की।
- न्यायपालिका: यह सुनिश्चित किया कि नियम सही तरीके से लागू हों और लोगों के अधिकारों की रक्षा हो।
महत्वपूर्ण प्रश्न (Page 149)
1. ‘शासन’ का अर्थ क्या है?
उत्तर:
‘शासन’ का अर्थ है समाज को व्यवस्थित करने और नियमों के जरिए उसे चलाने की प्रक्रिया। यह निर्णय लेने, नियम बनाने और उनका पालन सुनिश्चित करने का तरीका है। जैसे, स्कूल में नियम बनाना और उनका पालन करवाना भी एक तरह का शासन है। शासन से समाज में व्यवस्था और शांति बनी रहती है।
2. हमें सरकार की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर:
हमें सरकार की आवश्यकता इसलिए होती है क्योंकि:
यह नियम और कानून बनाती है ताकि समाज में व्यवस्था रहे।
यह लोगों की सुरक्षा करती है, जैसे पुलिस के जरिए।
यह स्कूल, अस्पताल, सड़क जैसी सुविधाएँ देती है।
यह देश को चलाने के लिए बड़े फैसले लेती है, जैसे बाढ़ या महामारी में मदद करना।
बिना सरकार के समाज में अव्यवस्था हो सकता है।
3. ‘लोकतंत्र’ का अर्थ क्या है? यह क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर:
‘लोकतंत्र’ का अर्थ है “लोगों का शासन”। इसमें लोग अपने प्रतिनिधि चुनते हैं जो उनके लिए नियम बनाते हैं, जैसे भारत में हम वोट देकर सांसद चुनते हैं।
यह क्यों महत्वपूर्ण है:
लोकतंत्र में लोगों की आवाज सुनी जाती है।
यह सबको बराबरी का अधिकार देता है, जैसे वोट देने का हक।
यह सरकार को गलत काम करने से रोकता है क्योंकि लोग उसे बदल सकते हैं।
इससे शांति और न्याय बना रहता है।
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