मुख्य बिंदु
- भारत एक प्राचीन देश है, जहाँ शुरू से ही आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकता रही।
- यह हिमालय और दो समुद्रों (अरब सागर और बंगाल की खाड़ी) के बीच बसा है।
- आज का भारत एक आधुनिक राष्ट्र है, लेकिन पहले यह बहुत अलग था। इसे ‘भारतीय उपमहाद्वीप’ कहते हैं।
भारत की प्राकृतिक सीमाएँ
- उत्तर: हिमालय पर्वत
- दक्षिण: हिंद महासागर
- पश्चिम: अरब सागर
- पूर्व: बंगाल की खाड़ी
भारत के प्राचीन नाम
1. सप्त सैंधव
- ऋग्वेद में उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र को ‘सात नदियों की भूमि’ कहा गया।
- ‘सैंधव’ शब्द ‘सिंधु’ (नदी) से आया।
2. भारतवर्ष
- महाभारत में पूरे उपमहाद्वीप के लिए प्रयोग हुआ।
- ‘भरत’ नाम एक वैदिक समूह या राजा से लिया गया।
3. जम्बूद्वीप
- महाभारत और अशोक (250 सा.सं.पू.) के शिलालेखों में प्रयोग।
- अर्थ: ‘जामुन वृक्ष का द्वीप’।
- इसमें भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ हिस्से शामिल थे।
4. भारत
- विष्णु पुराण में: “हिमालय के दक्षिण और समुद्र के उत्तर का देश।”
- आज भी यह नाम प्रयोग होता है।
5. हिंद/हिंदू
- फारसियों ने सिंधु नदी के आधार पर दिया।
- यह भौगोलिक नाम था, धर्म से संबंधित नहीं।
6. इंडोई/इंडिके
- यूनानियों ने ‘हिंद’ से बनाया, जो बाद में ‘इंडिया’ बना।
7. यिंदू
- चीनी यात्रियों ने ‘सिंधु’ से यह नाम लिया।
8. हिंदुस्तान
- 1,800 साल पहले फारसी शिलालेख में प्रयोग हुआ।
- बाद में आक्रमणकारियों ने भी इस्तेमाल किया।
महाभारत में क्षेत्र
- कश्मीर, कुरूक्षेत्र (हरियाणा), वंग (बंगाल), कच्छ, केरल आदि का उल्लेख।
- यह दिखाता है कि प्राचीन भारतीय अपने भूगोल को अच्छे से जानते थे।
विदेशियों का योगदान
- फारसी: ‘हिंद’ या ‘हिंदू’ नाम दिया।
- यूनानी: ‘इंडोई’ से ‘इंडिया’ बनाया।
- चीनी: ‘यिंदू’ और ‘तियन्जू’ (स्वर्ग जैसा देश) कहा।
- जुआनजैंग: 7वीं सदी में भारत आए, बौद्ध ग्रंथ ले गए।
प्राचीन तमिल साहित्य
एक कविता में भारत को “केप कुमारी (दक्षिण) से हिमालय (उत्तर) और पूर्व-पश्चिम महासागरों” तक बताया।
भारत का संविधान
संविधान में लिखा: “इंडिया, दैट इज भारत” (अंग्रेजी) और “भारत अर्थात इंडिया” (हिंदी)।
महत्वपूर्ण तथ्य
भारत को शुरू में छोटे-छोटे क्षेत्रों के नाम से जाना जाता था, बाद में पूरे उपमहाद्वीप के लिए ‘भारत’ और ‘जम्बूद्वीप’ नाम बने।
विदेशियों ने ‘सिंधु’ नदी के आधार पर नाम दिए, जो ‘इंडिया’ तक पहुँचा।
प्राचीन भारतीय अपने देश की सीमाओं और भूगोल से परिचित थे।
Leave a Reply