विविधता में एकता या ‘एक में अनेक’
1. प्रश्न: “विविधता में एकता” से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: “विविधता में एकता” का अर्थ है कि भारत में भाषा, संस्कृति, भोजन, वस्त्र, और परंपराओं में बहुत विविधता है, लेकिन फिर भी एक अंतर्निहित एकता है जो इन सभी को जोड़ती है। जैसे, साड़ी अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग तरीके से पहनी जाती है, पर यह एक ही परिधान है। यह एकता भारत को मजबूत और समृद्ध बनाती है।
2. प्रश्न: भारत में भोजन की विविधता के बावजूद एकता कैसे दिखाई देती है?
उत्तर: भारत में भोजन की विविधता बहुत है, जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में विभिन्न व्यंजन बनते हैं। लेकिन एकता इस बात से दिखती है कि चावल, गेहूँ, दालें (जैसे मूंग, अरहर), और मसाले (जैसे हल्दी, जीरा) पूरे देश में उपयोग होते हैं। इन सामग्रियों से बने अनगिनत व्यंजन विविधता और एकता दोनों को दर्शाते हैं।
3. प्रश्न: साड़ी भारत में विविधता और एकता का प्रतीक कैसे है?
उत्तर: साड़ी एक लंबा बिना सिला वस्त्र है जो पूरे भारत में पहना जाता है (एकता), लेकिन इसके डिज़ाइन, बुनाई, रंग और पहनने के तरीके क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग हैं (विविधता)। जैसे, बनारसी और कांजीवरम साड़ियाँ अलग शैली की हैं, पर दोनों साड़ी ही हैं।
4. प्रश्न: भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण ने भारत के लोगों के बारे में क्या पाया?
उत्तर: भारतीय मानव विज्ञान सर्वेक्षण ने पाया कि भारत में 4,635 समुदाय हैं, जो 25 लिपियों में 325 भाषाएँ बोलते हैं। यह भी पता चला कि कई भारतीय अपने जन्म स्थान या मूल समुदाय से दूर रहते हैं, जिससे उन्हें प्रवासी कहा जा सकता है। यह भारत की समृद्ध विविधता को दर्शाता है।
5. प्रश्न: भारत के त्योहार विविधता में एकता को कैसे दर्शाते हैं?
उत्तर: भारत में त्योहारों की विविधता है, जैसे मकर संक्रांति को अलग-अलग क्षेत्रों में अलग नामों से मनाया जाता है (उत्तर में मकर संक्रांति, दक्षिण में पोंगल)। फिर भी, ये त्योहार फसल कटाई के समय एक साथ मनाए जाते हैं, जो एकता को दिखाता है।
6. प्रश्न: पंचतंत्र की कहानियाँ विविधता में एकता का उदाहरण कैसे हैं?
उत्तर: पंचतंत्र की कहानियाँ मूल रूप से संस्कृत में लिखी गईं, लेकिन इनका अनुवाद भारत की लगभग हर भाषा और 50 से अधिक विदेशी भाषाओं में हुआ। यह एक कहानी संग्रह (एकता) से अनेक रूपों (विविधता) में फैल गया, जो जीवन के नैतिक मूल्यों को सिखाता है।
7. प्रश्न: रामायण और महाभारत भारत की संस्कृति को कैसे जोड़ते हैं?
उत्तर: रामायण और महाभारत दो महाकाव्य हैं जिनका अनुवाद और रूपांतरण भारत की सभी भाषाओं और जनजातियों में हुआ है। इनकी कहानियाँ नैतिकता सिखाती हैं और विभिन्न समुदायों ने इन्हें अपने इतिहास से जोड़ा, जिससे ये भारत की सांस्कृतिक एकता के सूत्र बने।
8. प्रश्न: भारत के वस्त्रों में विविधता के बावजूद एकता का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर: भारत में वस्त्रों की शैली क्षेत्रीय रूप से भिन्न है, लेकिन धोती और साड़ी जैसे परिधान पूरे देश में पहने जाते हैं। ये कपास, रेशम या कृत्रिम धागों से बनते हैं और अलग-अलग डिज़ाइन में होते हैं, पर इनका मूल रूप एक समान रहता है, जो एकता को दर्शाता है।
9. प्रश्न: भारत के महाकाव्यों का जनजातियों से क्या संबंध है?
उत्तर: भारत की जनजातियाँ जैसे भील, गोंड, और इरूला ने रामायण और महाभारत के अपने लोक संस्करण बनाए। वे मानते हैं कि इन महाकाव्यों के पात्र उनके क्षेत्रों से गुजरे थे, जैसे तमिलनाडु में पांडवों की नक्काशी। यह विविधता में एकता को मजबूत करता है।
10. प्रश्न: विंसेंट स्मिथ ने भारत के इतिहास के बारे में क्या कहा था?
उत्तर: विंसेंट स्मिथ ने कहा था कि भारत की अचंभित करने वाली विविधता में इतिहास लिखना मुश्किल है, लेकिन इसका जवाब “विविधता में एकता” में है। उनका मानना था कि भारत की विभिन्नता के बावजूद एक सूत्र इसे एकजुट करता है।
Leave a Reply