पृथ्वी पर स्थानों की स्थिति
1. प्रश्न: मानचित्र क्या है?
उत्तर: मानचित्र किसी क्षेत्र का प्रतीकात्मक चित्रण या रेखांकन है।
2. प्रश्न: मानचित्र के तीन मुख्य घटक कौन-से हैं?
उत्तर: दूरी, दिशा और प्रतीक चिह्न।
3. प्रश्न: स्केल का क्या अर्थ है?
उत्तर: स्केल मानचित्र पर दूरी को वास्तविक दूरी से जोड़ने का माप है।
4. प्रश्न: चार प्रधान दिशाएँ कौन-सी हैं?
उत्तर: उत्तर, पूर्व, दक्षिण और पश्चिम।
5. प्रश्न: अक्षांश क्या मापता है?
उत्तर: अक्षांश भूमध्य रेखा से दूरी को मापता है।
6. प्रश्न: देशांतर का संदर्भ बिंदु क्या कहलाता है?
उत्तर: ग्रिनिच याम्योत्तर।
7. प्रश्न: ग्लोब और मानचित्र में क्या अंतर है?
उत्तर: ग्लोब गोलाकार होता है, जबकि मानचित्र सपाट होता है।
8. प्रश्न: भारतीय मानक समय ग्रिनिच से कितना आगे है?
उत्तर: 5 घंटे 30 मिनट आगे।
9. प्रश्न: अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा कहाँ स्थित है?
उत्तर: लगभग 180° देशांतर पर।
10. प्रश्न: प्रतीक चिह्नों का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर: स्थान बचाने और मानचित्र को सरल बनाने के लिए।
1.प्रश्न: मानचित्र के विभिन्न प्रकार कौन-से हैं? इनके उपयोग को समझाइए।
उत्तर: मानचित्र तीन मुख्य प्रकार के होते हैं:
- भौतिक मानचित्र: ये प्राकृतिक विशेषताओं जैसे पर्वत, नदियाँ और महासागर दिखाते हैं। इनका उपयोग भूगोल समझने में होता है।
- राजनीतिक मानचित्र: ये देश, राज्य, और उनकी सीमाएँ व राजधानियाँ दर्शाते हैं। इनसे प्रशासनिक जानकारी मिलती है।
- थिमैटिक मानचित्र: ये विशिष्ट जानकारी जैसे जनसंख्या या जलवायु दिखाते हैं। इनका उपयोग विशेष अध्ययन के लिए होता है।
ये सभी मानचित्र हमें अलग-अलग तरह की जानकारी आसानी से समझने में मदद करते हैं।
2. प्रश्न: अक्षांश और देशांतर क्या हैं? इनकी सहायता से किसी स्थान का पता कैसे लगाया जाता है?
उत्तर: अक्षांश भूमध्य रेखा से उत्तर या दक्षिण की दूरी को डिग्री में मापता है (0° से 90° तक), जबकि देशांतर ग्रिनिच याम्योत्तर से पूर्व या पश्चिम की दूरी को मापता है (0° से 180° तक)। दोनों मिलकर एक ग्रिड बनाते हैं। उदाहरण के लिए, दिल्ली का स्थान 29° उ. अक्षांश और 77° पू. देशांतर पर है। इस तरह इन निर्देशांकों से पृथ्वी पर किसी भी स्थान का सटीक पता लगाया जा सकता है।
3. प्रश्न: समय क्षेत्र क्या है? भारत का समय क्षेत्र ग्रिनिच से कैसे संबंधित है?
उत्तर: समय क्षेत्र वह क्षेत्र है जहाँ एक समान मानक समय लागू होता है, जो देशांतर के 15° अंतर पर आधारित होता है। पृथ्वी 24 घंटे में 360° घूमती है, इसलिए हर 15° पर 1 घंटे का अंतर होता है। भारत का मानक समय (आई.एस.टी.) ग्रिनिच मीन टाइम (जी.एम.टी.) से 5 घंटे 30 मिनट आगे है, क्योंकि भारत 82.5° पू. देशांतर पर स्थित है। यह समय पूरे देश में एक समान रहता है।
4. प्रश्न: ग्लोब पृथ्वी का बेहतर प्रतिनिधित्व क्यों करता है? इसे एक उदाहरण से समझाइए।
उत्तर: ग्लोब पृथ्वी का बेहतर प्रतिनिधित्व करता है क्योंकि यह गोलाकार होता है, जैसा पृथ्वी है, जबकि सपाट मानचित्र में आकार और दूरी में विकृति आती है। उदाहरण के लिए, ग्लोब पर ग्रीनलैंड का आकार सही दिखता है, लेकिन सपाट मानचित्र पर यह बड़ा और विकृत दिखाई देता है। इसलिए ग्लोब सटीक भौगोलिक जानकारी देता है।
5. प्रश्न: मानचित्र पर स्केल का महत्व क्या है? इसे एक उदाहरण से समझाइए।
उत्तर: स्केल मानचित्र पर दूरी को वास्तविक दूरी से जोड़ने का तरीका है, जिससे हम सही माप जान सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि मानचित्र का स्केल 1 से.मी. = 500 मीटर है, और मानचित्र पर दो स्थानों के बीच की दूरी 2 से.मी. है, तो वास्तविक दूरी 2 × 500 = 1000 मीटर होगी। यह हमें छोटे कागज पर बड़े क्षेत्र को समझने में मदद करता है।
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