उपमा अलंकार की परिभाषा:
जब किसी वस्तु या व्यक्ति की समानता या तुलना किसी अन्य वस्तु या व्यक्ति से की जाती है, और वह समानता स्पष्ट रूप से वर्णित होती है, तो वहाँ उपमा अलंकार होता है।
उपमा अलंकार के मुख्य अवयव:
- उपमेय (जिसकी तुलना की जाए)
वह वस्तु या व्यक्ति जिससे तुलना की जा रही हो।
उदाहरण: “चंद्रमा के समान मुख” में मुख उपमेय है। - उपमान (जिससे तुलना की जाए)
वह वस्तु या व्यक्ति जिससे तुलना की जा रही हो।
उदाहरण: “चंद्रमा के समान मुख” में चंद्रमा उपमान है। - साधारण धर्म (समानता का गुण)
उपमेय और उपमान में जो समानता है।
उदाहरण: “चंद्रमा के समान मुख” में शीतलता और सुंदरता साधारण धर्म है। - उपमापद (तुलना सूचक शब्द)
वह शब्द जो तुलना को प्रकट करता है, जैसे कि जैसे, समान, सा, सम, अनुरूप आदि।
उदाहरण: “चंद्रमा के समान मुख” में समान उपमापद है।
उपमा अलंकार के उदाहरण:
- नदी की तरह बहते आँसू।
- उपमेय: आँसू
- उपमान: नदी
- साधारण धर्म: बहाव
- उपमापद: “की तरह”
- सूरज सा तेजस्वी बालक।
- उपमेय: बालक
- उपमान: सूरज
- साधारण धर्म: तेजस्विता
- उपमापद: “सा”
- मोर जैसा नृत्य।
- उपमेय: नृत्य
- उपमान: मोर
- साधारण धर्म: सुंदरता
- उपमापद: “जैसा”
विशेषताएँ:
- उपमा अलंकार सरल और बोधगम्य होता है।
- यह किसी कविता या गद्य में सौंदर्य और भावनाओं को गहराई से व्यक्त करता है।
- उपमेय और उपमान के बीच का साधारण धर्म ही उपमा अलंकार की नींव है।
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