जड़त्व का नियम क्या है, परिभाषा, मात्रक, उदाहरण, प्रकार
जड़त्व
किसी पिंड का वह गुण जिसके कारण पिण्ड विराम की अवस्था में अथवा एकसमान वेग से गति की अवस्था में किसी भी प्रकार के परिवर्तन का विरोध करता है इसे ही जड़त्व (law of inertia in Hindi) कहते हैं।
हमारे दैनिक जीवन में अनेकों घटनाएं घटित होती हैं। उनमें जड़त्व को आसानी से देखा जा सकता है। किसी वस्तु का भार जितना अधिक होगा वह वस्तु अपने में परिवर्तन का उतना ही अधिक विरोध करती है अतः जड़त्व की परिभाषा स्पष्ट होता है कि उस वस्तु का जड़त्व भी अधिकतम होगा।
जड़त्व का नियम
इस नियम के अनुसार यदि कोई वस्तु विरामावस्था में है तो वह विरामावस्था में ही रहेगी। अथवा कोई वस्तु एकसमान वेग से एक सीधी सरल रेखा में गतिशील है तो वह गति करती ही रहेगी। जब तक उस वस्तु पर कोई बाह्य बल न लगाया जाए। इसे जड़त्व का नियम कहते हैं।
Note जड़त्व के नियम को न्यूटन का गति का प्रथम नियम भी कहा जाता है।
जड़त्व के प्रकार
जड़त्व को तीन भागों में बांटा गया है। अर्थात् किसी वस्तु में जड़त्व को तीन प्रकार से देखा जा सकता है।
(1) विराम का जड़त्व
(2) गति का जड़त्व
(3) दिशा का जड़त्व
1. विराम का जड़त्व
जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि किसी वस्तु का वह गुण जिसके कारण वह वस्तु अपनी विराम की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करती है। विराम का जड़त्व कहते हैं। उदाहरण द्वारा विराम के जड़त्व को अच्छी तरह से समझा जा सकता है।
उदाहरण
(i) जब किसी बस के अचानक चलने पर उसमें खड़े यात्री पीछे की ओर गिर जाते हैं।
इसका कारण यह है कि यात्री विराम की अवस्था में होता है एवं बस के चलने पर उसका शरीर बस की गति का विरोध करता है। अतः विराम के जड़त्व के कारण यात्री पीछे की ओर गिर जाते हैं।
(ii) पेड़ को अचानक हिलाने पर उसके फलों का गिरना।
(iii) खिड़की के शीशे में बंदूक की गोली मारने पर शीशे में छेद हो जाना।
2. गति का जड़त्व
इसकी परिभाषा भी नाम से ही स्पष्ट होती है। कि किसी वस्तु का वह गुण जिसमें वस्तु स्वयं अपनी गति की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करती है। गति का जड़त्व कहलाता है।
उदाहरण
(i) चलती रेलगाड़ी से अचानक उतर जाने पर व्यक्ति आगे की ओर गिर जाता है।
(ii) चलती बस के अचानक रुकने पर यात्री का आगे की ओर झुकना।
(iii) चलती रेल में गेंद को ऊपर फेंकने पर गेंद उछालने वाले के हाथ में ही लौट आती है।
3. दिशा का जड़त्व
किसी वस्तु का वह गुण जिसके कारण वह वस्तु स्वयं की गति की दिशा में होने वाले परिवर्तन का विरोध करती है। दिशा का जड़त्व कहलाता है।
उदाहरण
(i) जब कोई बस दायीं और मुड़ती है तो दिशा के जड़त्व के कारण उसमें बैठे यात्री बायीं ओर झुक जाती हैं।
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