चाल और वेग किसे कहते हैं, के बीच अंतर, परिभाषा, सूत्र
कुछ छात्रों को यह भ्रम रहता है कि चाल और वेग दोनों एक समान ही राशियां हैं क्योंकि दोनों का मात्रक भी मीटर/सेकंड ही होता है। लेकिन यह दोनों राशियां एक-दूसरे से अलग हैं चाल का केवल परिमाण होता है जिस कारण यह अदिश राशि है। जबकि वेग में परिमाण के साथ दिशा भी होती है इसलिए यह एक सदिश राशि है। चाल और वेग को दूरी और विस्थापन के समान ही परिभाषित कर सकते हैं।
चाल
एकांक समय में किसी गतिशील वस्तु द्वारा तय की गई दूरी को चाल (speed in hindi) कहते हैं।
जैसे हम कहें कि कोई वस्तु 50 किलोमीटर/घंटे की चाल से चल रही है तो इसका अर्थ है कि वह वस्तु 50 किलोमीटर की दूरी को 1 घंटे में तय कर रही है।
चाल को v द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। तब चाल का सूत्र निम्न होगा।
चाल = दूरी/समय
चाल का एस आई मात्रक मीटर/सेकंड होता है।यह एक अदिश राशि है। क्योंकि इसमें केवल परिमाण होता है दिशा नहीं होती। इसका विमीय सूत्र [M0LT-1] होता है।
Note – गतिशील वस्तु की चाल धनात्मक व शून्य हो सकती है। लेकिन कभी भी ऋणात्मक नहीं होती है।
चाल के प्रकार
सामान्यतः चाल दो प्रकार की होती है लेकिन इसके दो अन्य प्रकार भी और हैं।
(1) औसत चाल
(2) तात्क्षणिक चाल
(3) एकसमान चाल
(4) असमान चाल
1. औसत चाल
किसी गतिशील वस्तु द्वारा तय की गई दूरी एवं इसमें लगे कुल समय के अनुपात को औसत चाल कहते हैं।
औसत चाल =कुल दूरी/कुल समय
यदि ∆t ( t2 – t1 ) समय अंतराल में तय की गई कुल दूरी ∆s ( s2 – s1 ) हो तो
औसत चाल \(\frac{∆s}{∆t}=\frac{s2}{t2}-\frac{s1}{t1} \)
2. तात्क्षणिक चाल
किसी क्षण पर गतिशील वस्तु की चाल को तात्क्षणिक चाल कहते हैं। यह चाल के समान ही होती है परंतु इसके लिए समय अंतराल बहुत कम होना चाहिए।
3. एकसमान चाल
जब किसी गतिशील वस्तु द्वारा समान समय अंतराल में समान दूरी तय की जाती है तो वस्तु की चाल को एकसमान चाल कहते हैं।
जैसे कोई वस्तु 1 सेकंड में 10 मीटर तथा 2 सेकंड में 20 मीटर एवं 3 सेकंड में 30 मीटर चलती है। तो वस्तु की चाल एक समान चाल है क्योंकि प्रति सेकंड में वह 10 मीटर की दूरी तय कर रही है।
4. असमान चाल
जब किसी गतिशील वस्तु द्वारा समान समय अंतराल में भिन्न-भिन्न दूरीयां तय की जाती है तो वस्तु की चाल को असमान चाल कहते हैं।
जैसे कोई कार 1 मिनट में 1 किलोमीटर तथा 2 मिनट में 15 किलोमीटर एवं 3 मिनट में 25 किलोमीटर चलती है तो कार यह चाल असमान चाल है।
वेग
किसी वस्तु द्वारा एकांक समय में निश्चित दिशा में हुए विस्थापन को वस्तु का वेग (velocity in Hindi) कहते हैं। अर्थात एकांक समय में वस्तु द्वारा तय की गई दूरी को उसका वेग कहते हैं।
तब वेग का सूत्र
तब वेग का सूत्र
वेग = विस्थापन/समय
अतः कोई गतिशील वस्तु 1 सेकंड में 1 मीटर विस्थापित होती है तो वस्तु का वेग 1 मीटर/सेकंड होगा।
वेग एक सदिश राशि है। क्योंकि इसमें परिमाण के साथ वस्तु की दिशा भी ज्ञात होती है वेग का मात्रक मीटर/सेकंड होता है एवं विमीय सूत्र [M0LT-1] होता है।
वेग के प्रकार
वेग अनेक प्रकार के होते हैं लेकिन यहां चार प्रकार के वेग का वर्णन किया गया है।
(1) एकसमान वेग
(2) परिवर्ती या असमान वेग
(3) औसत वेग
(4) तात्क्षणिक वेग
1. एकसमान वेग
जब किसी गतिशील वस्तु का समान समय अंतराल में समान विस्थापन होता है तो वस्तु का वेग एकसमान वेग होता है।
2. असमान वेग
जब किसी गतिशील वस्तु द्वारा समान समयांतराल में विस्थापन भिन्न-भिन्न होता है तो वस्तु का वेग असमान वेग या परिवर्ती वेग कहते हैं।
3. औसत वेग
किसी गतिशील वस्तु का कुल विस्थापन एवं इसमें लगे कुल समय के अनुपात को औसत वेग कहते हैं।
औसत वेग = कुल विस्थापन/कुल समय
4. तात्क्षणिक वेग
किसी क्षण पर गतिशील वस्तु के वेग को उसका तात्क्षणिक वेग कहते हैं।
तात्क्षणिक वेग = ds/dt
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