MCQ भौतिक विज्ञान Chapter 6 Class 11 Bhautik Vigyan Physics in Hindi Medium Advertisement कणों के निकाय तथा घूर्णी गति – CBSEMCQ’s for All Chapters – भौतिक विज्ञान Class 11 1. एक पिण्ड एक वृत्त पर नियत कोणीय वेग से गति कर रहा है। कोणीय त्वरण का परिमाण है।r ω² नियतशून्यउपरोक्त में से कोई नहींQuestion 1 of 182. m द्रव्यमान का एक कण R त्रिज्या के क्षैतिज वृत्त में एक समान चाल से घूम रहा है। कण व्यास के एक सिरे से दूसरे सिरे पर जाता है, तो :-गतिज ऊर्जा =1/2mv2 से परिवर्तित होती है।गतिज ऊर्जा mv2 से परिवर्तित होती है।संवेग में परिवर्तन नहीं होगा।संवेग में परिवर्तन 2 mv होगा।Question 2 of 183. 50 cm सेमी लम्बी डोरी से एक पत्थर को बाँधकर क्षैतिज वृत्ताकार पथ में नियत चाल से घुमाया जाता है। यदि पत्थर 20s में 10 चक्कर लगाता हो तो पत्थर का त्वरण है :-493 cm/s²720 cm/s²860 cm/s²990 cm/stQuestion 3 of 184. किसी कण की असमान त्वरित वृत्तीय गति के लिये :वेग त्रिज्यीय है तथा त्वरण केवल अनुप्रस्थ है।वेग अनुप्रस्थ है तथा त्वरण केवल त्रिज्यीय हैवेग त्रिज्यीय है तथा त्वरण के त्रिज्यीय व अनुप्रस्थ दोनों घटक हैवेग अनुप्रस्थ है तथा त्वरण के त्रिज्यीय व अनुप्रस्थ दोनों घटक हैQuestion 4 of 185. वृत्ताकार मार्ग पर प्रति मिनट 100 बार घूमने वाले कण का कोणीय वेग है :-1.66 rad / s 10.47 rad/s60 degree/s10.47 degree/sQuestion 5 of 186. ‘M’ व ‘m’ द्रव्यमान के पिण्ड क्रमश: R वr त्रिज्या के वृत्ताकार पथ पर गति कर रहे है। यदि इनका आवर्तकाल समान हो तो इनके कोणीय वेगों का अनुपात होगा :-r/RR/r1√R/rQuestion 6 of 187. घड़ी की मिनिट की सुई का कोणीय वेग है :π/30 rad/s8π rad/s 2π /1800 rad/sπ/1800 rad/sQuestion 7 of 188. एक कार 30 m/s की चाल से 500m त्रिज्या वाले वृत्तीय पथ पर गतिशील है। इसकी चाल 2 m/s² की दर से बढ़ती है। कार का त्वरण है.9.8 m/s² 1.8m/s²2 m/s²2.7 m/s²Question 8 of 189. यदि कोई कण क्षैतिज वृत्त में एकसमान रूप से घूम रहा है, तोकण पर कोई बल कार्यरत नहीं हैकण का वेग नियत हैकण का कोई त्वरण नहीं हैकोई कार्य नहीं किया गया हैQuestion 9 of 1810. वृत्ताकार पथ पर एक समान चाल से गतिशील कण का कोणीय त्वरण होगा :-एक समान लेकिन अशून्य शून्यपरिवर्तीदी गयी सूचनाओं से ज्ञात नहीं किया जा सकता है।Question 10 of 1811. वृत्ताकार गति करती हुई वस्तु की चाल तथा पथ की त्रिज्या दोनों को तिगुनी कर देने पर नया अभिकेन्द्रीय बल होगा :-पहले से दुगुना पहले के बराबरपहले से तिगुनापहले से एक तिहाईQuestion 11 of 1812. जब एक वस्तु वृत्ताकार पथ पर एक समान चाल से गति करती है तो –वस्तु में कोई त्वरण उपस्थित नहीं है।वस्तु पर कोई बल कार्यरत नहीं हैइसका वेग नियत रहता हैइस पर कोई कार्य नहीं किया जाता है।Question 12 of 1813. एक पेण्डुलम कार की छत से लटका हुआ है। जब कार वृत्तीय पथ पर चलती है, तो पेण्डुलम का झुकाव होगा :आगे की ओरपथ के केन्द्र की ओरपीछे की ओरपथ के केन्द्र से दूरQuestion 13 of 1814. एक 0.1 मीटर लम्बाई की रस्सी 100N से ज्यादा तनाव सहन नही कर सकती है। 100 ग्राम द्रव्यमान की वस्तु को इससे बांध जाता है तथा इसे क्षैतिज वृत्त में घुमाया जाता है, तो इसका अधिकतम कोणीय वेग हो सकता है-100 rad / s 1000 rad/s0.1 rad / s10000 rad/sQuestion 14 of 1815. एक कण के वृत्तीय पथ की त्रिज्या दुगुनी कर दी जाती है, किन्तु घूर्णन आवृत्ति नियत रखी जाती है। यदि प्रारम्भिक अभिकेन्द्रीय बल F हैF F/24F 2FQuestion 15 of 1816. 0.5 kg की गेंद 4 m/s की चाल से 0.4m त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर गतिशील हैं। गेंद पर अभिकेन्द्रीय बल होगा :-10N 20N40N80NQuestion 16 of 1817. एकसमान वृत्तीय गति में, वेग सदिश तथा त्वरण सदिश होते हैएक दूसरे के लम्बवत्एक ही दिशा मेंविपरीत दिशा मेंएक-दूसरे से सम्बन्धित नहीं होते हैQuestion 17 of 1818. एक डोरी में यदि तनाव 10 न्यूटन से अधिक हो जाए तो यह डोरी टूट जाती है। 250 ग्राम द्रव्यमान का एक पत्थर 10 cm लम्बी इस डोरी से बाँधकर क्षैतिज वृत्ताकार पथ में घुमाया जाता है। घूर्णन का अधिकतम कोणीय वेग हो सकता है-20 rad / s 40 rad/s100 rad/s 200 rad/sQuestion 18 of 18 Loading...
Leave a Reply