सीमांत अभिकर्मक, उदाहरण
सीमांत अभिकर्मक
रसायनिक अभिक्रियाओं में अभिकर्मक संतुलित समीकरण के अनुसार ही अभिकृत होते हैं। कई बार रासायनिक अभिक्रियाओं में संतुलित समीकरण के अनुसार आवश्यक अभिकर्मकों की मात्रा उपस्थित नहीं होती है। इस स्थिति में एक अभिकारक की मात्रा दूसरे अभिकारक से अधिक होती है। अतः सीमित मात्रा में उपस्थित अभिकारक जो अभिक्रिया में बने उत्पाद की मात्रा को निर्धारित करते हैं। उन्हें सीमांत अभिकर्मक (limiting reagent) कहते हैं।
सीमांत अभिकर्मक का उदाहरण
1. 1 ग्राम मैग्नीशियम को 0.5 ग्राम ऑक्सीजन में जलाने पर मैग्नीशियम ऑक्साइड प्राप्त होता है इस अभिक्रिया में सीमांत अभिकर्मक की निम्न प्रकार गणना की जा सकती है?
परंतु वास्तव में ऑक्सीजन की 0.5 ग्राम मात्रा ही उपलब्ध है।
अर्थात् ऑक्सीजन की वास्तविक मात्रा, ऑक्सीजन की अभिक्रिया में उपलब्ध मात्रा से कम है। अतः ऑक्सीजन अभिक्रिया में सीमांत अभिकर्मक है।
2. हाइड्रोजन के दहन द्वारा जल (H2O) का बनना भी एक अभिकर्मक के अंतर्गत ही होता है। इस अभिक्रिया में हाइड्रोजन के दो मोल के पूर्ण दहन के लिए ऑक्सीजन के केवल एक मोल की ही आवश्यकता होती है। अतः H2O में ऑक्सीजन सीमांत अभिकर्मक है। क्योंकि यह उत्पाद की मात्रा को सीमित करता है।
सीमांत अभिकर्मक से संबंधित ज्यादा कुछ नहीं है बस इसकी परिभाषा और उदाहरण हैं। परीक्षाओं में सीमांत अभिकर्मक कि या तो परिभाषा उदाहरण पूछा जाता है। अगर दीर्घ उत्तरीय प्रश्न आता है। तो दोनों एक साथ पूछ लिया जाता है।
आशा करते हैं कि सीमांत अभिकर्मक क्या है इससे संबंधित यह लेख आपके लिए काफी मदद पूर्ण रहा होगा। अगर आपका कोई प्रश्न यह सुझाव है तो आप हमें जरूर बताएं।
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