MCQ सवैये Chapter 9 Hindi Class 9 Kshitij हिन्दी Advertisement MCQ’s For All Chapters – Kshitij Class 9th 1. मुरली से गोपी ईर्ष्या क्यों करती थी?मुरली कृष्ण के मुँह लगी थीमुरली केवल कृष्ण की बात मानती थीमुरली उनको चिढ़ाती थीउन्हें मुरली बजानी नहीं आती थीQuestion 1 of 202. ‘या मुरली धर की अधरान धरी अपरा न घरौंगी’ इस पंक्ति से गोपी के किस मनोभाव का पता चलता है?मुरली के प्रति ईर्ष्यामुरली के प्रति सौतिया डाहमुरली के प्रति शत्रुताउपर्युक्त सभी कथन सत्य हैंQuestion 2 of 203. पक्षी बनने पर कवि कहाँ बसेरा बनाना चाहतापेड़ परनदी के किनारेयमुना के किनारे कर्दय के पेड़ परगोबरधन पर्वत परQuestion 3 of 204. सिद्धियाँ कितनी मानी गई हैं?आठनौग्यारहसोलहQuestion 4 of 205. ब्रज की कॉटेदार झाड़ियों पर क्या न्योछावर किया जा सकता है?घर-बारअच्छे कर्मपरिवारसोने-चाँदी के महलQuestion 5 of 206. गोपिका से क्या नहीं संभाली जाती?कृष्ण के मुख की मधुर मुस्कानधन एवं सम्पत्तिकिनारीदार साड़ी इनमें से कुछ नहींQuestion 6 of 207. ‘काल्हि कोऊ कितनो समुझे हैं। पंक्ति में निहित अलंकार बताइए?अनुप्रासयमकरूपकश्लेषQuestion 7 of 208. गोपी कृष्ण की मुरली को अपने अधरों से क्यों नहीं लगाना चाहतीमुरली गंदी हैमुरली बजने लायक नहीं हैयह मुरली को अपनी सोत समझती हैउसे मुरली बजाना ही नहीं आताQuestion 8 of 209. सखी के कहने पर गोपी क्या-क्या स्वाँग भरतीवह श्रीकृष्ण जैसे कपड़े पहनती हैवह सिर पर मोर का पंख लगाती हैगले में पूँज की माला पहनती हैउपर्युक्त सभी कथन सत्य हैंQuestion 9 of 2010. रसखान अपनी आँखों से क्या देखना चाहते हैं।अपनी प्रियतमा कोब्रज के वन बाग व तड़ागों कोअपने घर कोप्राकृतिक सौंदर्य कोQuestion 10 of 2011. लकुटी और कामरिया पर क्या न्योछावर किया जा सकता?अपना तन मनअपनी संपूर्ण पूंजीअपना गाँवतीनों लोकों का राज्यQuestion 11 of 2012. रसखान ब्रज में ही क्यों बसना चाहते हैं?उन्हें ब्रज की सुंदरता लुभाती हैब्रज उनकी पैतृक भूमि हैब्रज कृष्णा लीला की भूमि हैब्रज महत्त्वपूर्ण जगह हैQuestion 12 of 2013. रसखान की कविता का मूल भाव क्या है?शृंगारसमाज कल्याणभक्तिआडंबर का विरोध करनाQuestion 13 of 2014. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना रसखान की नहीं है?प्रेम पच्चीसीप्रेम वाटिकासुजान रसखानरसखान शातकQuestion 14 of 2015. रसखान का जन्म एक पठान परिवार मेंसन् 1526 में हुआसन् 1962 में हुआसन् 1588 में हुआसन् 1548 में हुआQuestion 15 of 2016. मोरपखा सिर ऊपर राखिहों गुंज की माल गरें पहिरोंगी।ओदि पितंबर ले लकुटी बन गोधन ग्वारिन संग फिरौंगी।।भावतो वोहि मेरी रसखानि सो तेरे कहें सब स्वांग करौंगी।या मुरली मुरतीघर की अधरान धरी अधरा न घरौंगी। ‘गोपिका’ की क्या कामना है?ईश्वर को प्राप्त करनाकृष्ण का प्रेमकृष्ण जी का स्वांग करनागाय घरानाQuestion 16 of 2017. मोरपखा सिर ऊपर राखिहों गुंज की माल गरें पहिरोंगी।ओदि पितंबर ले लकुटी बन गोधन ग्वारिन संग फिरौंगी।।भावतो वोहि मेरी रसखानि सो तेरे कहें सब स्वांग करौंगी।या मुरली मुरतीघर की अधरान धरी अधरा न घरौंगी। गोपिका को क्या अच्छा लगता है?पीतांबरगाएँ चरानाश्रीकृष्ण जी का साथश्रीकृष्ण की मुरलीQuestion 17 of 2018. मोरपखा सिर ऊपर राखिहों गुंज की माल गरें पहिरोंगी।ओदि पितंबर ले लकुटी बन गोधन ग्वारिन संग फिरौंगी।।भावतो वोहि मेरी रसखानि सो तेरे कहें सब स्वांग करौंगी।या मुरली मुरतीघर की अधरान धरी अधरा न घरौंगी। गोपिका कृष्ण की मुरली को अपने होठों से क्यों नहीं लगाना चाहती?वह मुरली को अपनी सौत समझती हैवह मुरली कृष्ण के होठों से लगी हुई हैवह मुरली हरे बॉस की नहीं हैसभी कथन सत्य हैंQuestion 18 of 2019. मोरपखा सिर ऊपर राखिहों गुंज की माल गरें पहिरोंगी।ओदि पितंबर ले लकुटी बन गोधन ग्वारिन संग फिरौंगी।।भावतो वोहि मेरी रसखानि सो तेरे कहें सब स्वांग करौंगी।या मुरली मुरतीघर की अधरान धरी अधरा न घरौंगी। अंतिम पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?रूपक श्लेशउत्प्रेक्षायमकQuestion 19 of 2020. मोरपखा सिर ऊपर राखिहों गुंज की माल गरें पहिरोंगी।ओदि पितंबर ले लकुटी बन गोधन ग्वारिन संग फिरौंगी।।भावतो वोहि मेरी रसखानि सो तेरे कहें सब स्वांग करौंगी।या मुरली मुरतीघर की अधरान धरी अधरा न घरौंगी। मुरतीघर में कौन-सा समास है?तत्पुरुष समासअव्ययीभाव समासबहुव्रीहि समासबंद समासQuestion 20 of 20 Loading...
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