संकल्प सिद्धिदायक
Fill in the Blanks :
1. पार्वती तपस्यां कर्तुम् ________ इच्छति।
उत्तर: ऐच्छत्
अनुवाद: पार्वती तपस्या करना चाहती थी।
2. मेना उवाच यत् तपः __________ भवति।
उत्तर: कठिनं
अनुवाद: मेना ने कहा कि तपस्या कठिन होती है।
3. पार्वतीं शिवं पतिरूपेण __________।
उत्तर: अवाञ्छत्
अनुवाद: पार्वती शिव को पति रूप में चाहती थी।
4. पार्वती स्वकीयं मनोरथं __________ न्यवेदयत्।
उत्तर: मात्रे
अनुवाद: पार्वती ने अपनी इच्छा अपनी माता को बताई।
5. पार्वती तपस्यार्थं _______ गच्छति।
उत्तर: गौरीशिखरं
अनुवाद: पार्वती तपस्या के लिए गौरीशिखर को जाती है।
6. तपस्यां कुर्वती पार्वती कदाचिद् _______ स्वपिति स्म।
उत्तर: शिलायां
अनुवाद: पार्वती कभी-कभी चट्टान पर सोती थी।
7. पार्वती मनसा, वचसा, कर्मणा च __________।
उत्तर: तपः तपति स्म
अनुवाद: पार्वती मन, वचन और कर्म से तपस्या करती थी।
8. शिवः वटुरूपेण __________ प्रविशति।
उत्तर: तपोवनम्
अनुवाद: शिव वटु के रूप में तपोवन में प्रवेश करते हैं।
9. पार्वती अपर्णा इति नाम्ना __________।
उत्तर: प्रसिद्धा
अनुवाद: पार्वती अपर्णा नाम से प्रसिद्ध हो गई।
10. तपस्यायाः प्रभावात् हिंस्रपशवः अपि _______ जाताः।
उत्तर: सखायः
अनुवाद: तपस्या के प्रभाव से हिंसक पशु भी मित्र बन गए।
True/False (सत्यम्/असत्यम्)
1. पार्वती गौरीशिखरं तपस्यार्थं गच्छति।
उत्तर: सत्यम्
अनुवाद: पार्वती तपस्या के लिए गौरीशिखर जाती है।
2. शिवः वटु रूपेण तपोवनं प्रविशत्।
उत्तर: सत्यम्
अनुवाद: शिव वटु के रूप में तपोवन में प्रवेश करते हैं।
3. पार्वती तपस्यां पूर्णं न कर्तुं इच्छति।
उत्तर: असत्यम्
अनुवाद: पार्वती तपस्या पूर्ण करना चाहती थी, यह कथन असत्य है।
4. मेना पार्वतीं तपः कर्तुम् प्रोत्साहित करति।
उत्तर: असत्यम्
अनुवाद: मेना ने पार्वती को तपस्या करने से हतोत्साहित किया, यह कथन असत्य है।
5. शिवः अपर्णां अपहसति।
उत्तर: सत्यम्
अनुवाद: शिव अपर्णा (पार्वती) पर हंसते हैं।
6. पार्वती धैर्यं कदापि न परित्यजति।
उत्तर: सत्यम्
अनुवाद: पार्वती ने कभी भी धैर्य नहीं छोड़ा।
7. पार्वतीं श्मशाने वसति।
उत्तर: असत्यम्
अनुवाद: पार्वती श्मशान में नहीं रहती थी, यह कथन असत्य है।
8. विजया पार्वतीं सख्यायाः रूपेण सहाय्यं करति।
उत्तर: सत्यम्
अनुवाद: विजया ने पार्वती की सखी के रूप में सहायता की।
9. पार्वतीं त्रीणि नेत्राणि शिवस्य सन्देहं जनयन्ति।
उत्तर: सत्यम्
अनुवाद: पार्वती को शिव के तीन नेत्रों के बारे में संदेह हुआ।
10. पार्वती पुनरपि तपसः फलं प्राप्नोति।
उत्तर: असत्यम्
अनुवाद: पार्वती तपस्या का फल तुरंत नहीं प्राप्त करती, यह कथन असत्य है।
Question / Answers
प्रश्न 1 : पार्वती किं तपस्याम् अकुरुत ?
उत्तर: पार्वती शिवं पतिम् प्राप्तुं तपस्याम् अकुरुत।
व्याख्या: पार्वती ने शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए तपस्या की।
प्रश्न 2 : पार्वती कस्य कृते तपः अकुर्वत?
उत्तर: शिवस्य कृते तपः अकुर्वत।
व्याख्या: पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए तपस्या की।
प्रश्न 3 : मेना पार्वत्याः तपस्यां किमर्थं विघ्नं कर्तुं इच्छति?
उत्तर: तस्या: शरीरं सुकोमलं इति कारणेन।
व्याख्या: मेना ने पार्वती को तपस्या करने से इसलिए रोका क्योंकि उसका शरीर कोमल था।
प्रश्न 4 : पार्वती तपस्यार्थं कुत्र अगच्छत्?
उत्तर: गौरीशिखरं।
व्याख्या: पार्वती तपस्या करने के लिए गौरीशिखर पर्वत पर गईं।
प्रश्न 5 : शिवः किम् वसनं धारयति?
उत्तर: व्याघ्रचर्म।
व्याख्या: शिवजी व्याघ्रचर्म (बाघ की खाल) पहनते हैं।
प्रश्न 6 : शिवः कुत्र वसति?
उत्तर: श्मशाने।
व्याख्या: भगवान शिव श्मशान में वास करते हैं, जो उनकी तपस्वी प्रवृत्ति का प्रतीक है।
प्रश्न 7 : शिवस्य परिजनाः के?
उत्तर: भूतगणाः।
व्याख्या: शिवजी के साथ भूतगण रहते हैं।
प्रश्न 8 : पार्वती तपसः फलं किं न प्राप्स्यति इति कः कथयति?
उत्तर: वटुरूपधारी शिवः।
व्याख्या: शिवजी वटु के रूप में आकर पार्वती से कहते हैं कि उसे तपस्या का फल नहीं मिलेगा।
प्रश्न 9 : वटुरूपेण तपोवनं कः प्राविशत्?
उत्तर: शिवः।
व्याख्या: शिवजी वटु (ब्रह्मचारी) का रूप धारण करके तपोवन में प्रवेश करते हैं।
प्रश्न 10 : पार्वती किमर्थं क्रुद्धा जाता?
उत्तर: शिवस्य निन्दां श्रुत्वा।
व्याख्या: पार्वती शिव की निन्दा सुनकर क्रोधित हो गईं।
प्रश्न 11 : पार्वती के तपस्याक्रमे हिंस्रपशवः किमर्थं सखायः जाताः ?
उत्तर: तपःप्रभावात्।
व्याख्या: पार्वती की तपस्या के प्रभाव से हिंस्र पशु भी मित्र बन गए थे।
प्रश्न 12 : पार्वती तपस्यायाः किम् अवदत्?
उत्तर: अहं तपः एव चरिष्यामि।
व्याख्या: पार्वती ने कहा कि वह तपस्या ही करेगी क्योंकि उसी से उसे इच्छित फल प्राप्त होगा।
प्रश्न 13 : शिवः पार्वत्याः तपस्यां प्रीतः आसीत् वा?
उत्तर: आम्, प्रीतः आसीत्।
व्याख्या: हाँ, शिवजी पार्वती की तपस्या से प्रसन्न हुए।
प्रश्न 14 : तपस्या के कारण पार्वती को कौन-सा नाम प्राप्त हुआ?
उत्तर: अपर्णा।
व्याख्या: पार्वती को अपर्णा नाम मिला क्योंकि उन्होंने तपस्या में पत्तों का भी त्याग कर दिया था।
प्रश्न 15 : पार्वती कया साकं गौरीशिखरं गच्छति?
उत्तर: विजयया।
व्याख्या: पार्वती अपनी सखी विजय के साथ गौरीशिखर गईं।
प्रश्न 16 : शिवः पार्वतीं किमर्थं परीक्षितुं वटु रूपं धारयति?
उत्तर: तस्या तपस्याः स्थैर्यं परीक्षितुं।
व्याख्या: शिवजी पार्वती की तपस्या की दृढ़ता की परीक्षा लेने के लिए वटु का रूप धारण करते हैं।
प्रश्न 17 : पार्वती किमर्थं तपस्यां कर्तुम् इच्छति?
उत्तर: शिवं पतिम् प्राप्स्यति इति।
व्याख्या: पार्वती तपस्या इसलिए करना चाहती हैं ताकि वह शिव को पति के रूप में पा सकें।
प्रश्न 18 : शिवः पार्वतीं कथं प्रीतोऽस्मि इति कथयति ?
उत्तर: तव सटल्पेन।
व्याख्या: शिवजी पार्वती की तपस्या और दृढ़ संकल्प से प्रसन्न होते हैं।
प्रश्न 19 : पार्वती तपस्यायाः फलं कदा प्राप्तवती ?
उत्तर: शिवस्य दर्शनं कृत्वा।
व्याख्या: पार्वती ने अपनी तपस्या का फल तब प्राप्त किया जब उन्हें शिवजी के दर्शन हुए।
प्रश्न 20 : शिवस्य त्रीणि नेत्राणि किमर्थं सन्ति ?
उत्तर: तस्य योगबलस्य प्रतीकानि।
व्याख्या: शिवजी के तीन नेत्र उनके योगबल और ज्ञान के प्रतीक हैं।
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