हमारा सामाजिक परिवेश
RBSE Solutions For All Chapters Samajik Vigyan Class 6
(अ) परिवार
(ब) विद्यालय
(स) समाज
(द) पड़ोसी।
उत्तर:
(अ) परिवार
(ii) समाज की सबसे छोटी इकाई है
(अ) विद्यालय
(ब) अस्पताल
(स) परिवार
(द) जाति
उत्तर:
(स) परिवार
(iii) परिवार के सदस्यों के बाद हमारे सबसे निकट होते
(अ) रिश्तेदार
(ब) पड़ोसी
(स) मित्र
(द) कर्मचारी।
उत्तर:
(ब) पड़ोसी
प्रश्न 2.
परिवार में रहकर व्यक्ति क्या-क्या सीखता है ?
उत्तर:
परिवार में रहकर व्यक्ति निम्न गुणों को सीखता है
- परिवार में बालक में स्नेह, दया, सहयोग, सहिष्णुता क्षमाशीलता आदि गुणों का विकास होता है।
- बड़ों का आदर करना।
- अतिथियों का सत्कार करना।
- सभी के साथ मिल-जुलकर रहना।
- समाज की परम्पराएँ एवं संस्कार आदि।
प्रश्न 3.
एकल परिवार व संयुक्त परिवार में क्या अन्तर
उत्तर:
एकल परिवार में केवल विवाहित युगल और उनके बच्चे होते हैं जबकि संयुक्त परिवार में कई पीढ़ियों के लोग एक साथ रहते हैं जिनमें दादा-दादी, ताऊ-ताई, चाचा-चाची, बुआ आदि सभी एक साथ रहते हैं।
प्रश्न 4.
हमें घर के बड़े-बुजुर्गों से कौन से लाभ प्राप्त होते हैं ?
उत्तर:
परिवार के लिए बड़े-बुजुर्गों का बड़ा महत्व है। परिवार में बड़े-बुजुर्गों को देखकर बड़ों का आदर करना और छोटों से स्नेह करना सीखते हैं। बड़े-बुजुर्गों में जीवन का अनुभव होता है जिसका लाभ परिवार के अन्य सदस्यों को मिलता है। जीवन के इन अनुभवों का लाभ व्यक्ति को जीवन की। विपरीत परिस्थितियों में मिलता है।
दादी-नानी का स्नेह और उनकी उपदेशात्मक रोचक कहानियाँ जीवन में बहुत काम आती हैं। बड़ों का संरक्षण प्राप्त होने से परिवार के सभी सदस्य निश्चिंत रहते हैं और आनन्द का जीवन बिताते हैं। बड़ों के निर्देशन में हमें अपने जीवन का उद्देश्य व उसे सार्थक सिद्ध करने का अवसर मिलता है।
प्रश्न 5.
पड़ोसियों का हमारे जीवन में क्या महत्व है?
उत्तर:
परिवार के बाद व्यक्ति के जीवन में पड़ोसियों की भूमिको सबसे अधिक महत्वपूर्ण होती है। अच्छे पड़ोसी का होना जीवन का महत्वपूर्ण सुख माना जाता है। अच्छे पड़ोसी मिल-जुलकर परिवार की तरह रहते हैं और सुख-दुख में एक-दूसरे की मदद करते हैं। विवाह आदि मांगलिक अवसरों पर पूर्ण सहयोग करते हुए आनन्द में वृद्धि करते हैं। जीवन में सुख-दुख का चक्र चलता रहता है।
यदि पड़ोसी अच्छा है। तो जीवन का कष्टमय समय भी उनके सहयोग से आसानी से गुजर जाता है। इसलिए यदि जीवन में निश्चिंत व पारस्परिक सहयोग की भावना के साथ प्रेमपूर्वक समय बिताना है तो छोटे-मोटे मतभेदों को भुलाकर पड़ोसियों के साथ अच्छे सम्बन्ध बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए।
Leave a Reply