RBSE Solutions For All Chapters Samajik Vigyan Class 6
प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनिए।
(i) भारत द्वारा पहला कृत्रिम उपग्रह प्रक्षेपित किया गया था ।
(क) 1960 ई.
(ख) 1975 ई.
(ग) 1947 ई.
(घ) 1985 ई.
(ii) राजस्थान में प्राचीन जंतर-मंतर वेधशाला स्थित है |
(क) उदयपुर
(ख) कोटा
(ग) जयपुर
(घ) जोधपुर
उत्तर:
(i) (ख)
(ii) (ग)
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(अ) आर्यभट्ट भारत के महान……..थे।
(ब) भारतीय अन्तरिक्ष कार्यक्रम को गति देने का श्रेय …………… को है।
(स) पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से बाहर निकलने के लिए …………… किमी प्रति सेकेण्ड की गति की आवश्यकता पड़ती है।
(द) भारत द्वारा अन्तरिक्ष में भेजे गये प्रथम कृत्रिम उपग्रह का नाम ………….. रखा गया था।
उत्तर:
(अ) खगोलविद्
(ब) विक्रम साराभाई
(स) 11:2
(द) आर्यभट्ट
प्रश्न 3.
भारत के प्रमुख खगोलशास्त्रियों के नाम बताइए।
उत्तर:
भारत के प्रमुख खगोलशास्त्रियों में आर्यभट्ट, वराहमिहिर और भास्कराचार्य द्वितीय के नाम उल्लेखनीय हैं।
प्रश्न 4.
प्राचीनकाल में विश्व में अन्तरिक्ष की खोज की शुरुआत कहाँ-कहाँ से हुई ?
उत्तर:
प्राचीनकाल में विश्व में अन्तरिक्ष की खोज की शुरुआत भारत के साथ ही मेसोपोटामिया, मिश्र, चीन और यूनान आदि देशों से हुई।
प्रश्न 5.
मिश्र में पिरामिडों का निर्माण कब और क्यों हुआ ?
उत्तर:
मिश्र के पिरामिडों का निर्माण लगभग ई. पू. 2500 वर्ष से भी पहले माना जाता है। इनके निर्माण का मुख्य लक्ष्य तारों की दिशा एवं गति की जानकारी प्राप्त करना था।
प्रश्न 6.
आर्यभट्ट के खगोलीय योगदान की चर्चा कीजिए।
उत्तर:
आर्यभट्ट भारत के प्रमुख खगोलविद् थे। इनके खगोलीय योगदान का उल्लेख निम्न प्रकार किया जा सकता है
- आर्यभट्ट की मान्यता थी कि पृथ्वी गोल है।
- इन्होंने बताया कि पृथ्वी स्थिर नहीं है बल्कि यह अपने अक्ष पर घूमती है।
- इन्होंने पृथ्वी की परिधि लगभग 24835 मील बताई जो आधुनिक भू-वैज्ञानिकों द्वारा बताई गयी पृथ्वी की परिधि (24901 मील) के लगभग बराबर है।
- इन्होंने चन्द्र ग्रहण का कारण चन्द्रमा पर पृथ्वी की छाया पड़ना बताया था जो सत्य है।
प्रश्न 7.
दूरबीन क्या है ? इसके लाभ बताइए।
उत्तर:
दूरबीन आधुनिक वेधशाला का प्रमुख यन्त्र है। दूरबीन एक ऐसा यन्त्र है जिसकी सहायता से दूर स्थित वस्तुएँ हमें पास में एवं बड़ी दिखाई पड़ती है। आकाशीय पिंडों को देखने में प्रयोग की जाने वाली दूरबीन का आविष्कार इटली के गैलीलियो ने 1610 ई. में किया था। वर्तमान में भारत, रूस, अमेरिका, चीन एवं फ्रांस आदि देशों ने बड़ी-बड़ी दूरबीनें बनाई हैं जिनसे वैज्ञानिक अन्तरिक्ष के बारे में नई जानकारियाँ एकत्र कर रहे हैं। भारत में ‘मास्ट’ नामक दूरबीन की सहायता से सूर्य का अध्ययन किया जा रहा है। वर्तमान में दूरबीनों को कम्प्यूटरों से जोड़कर खगोलीय पिण्डों का अध्ययन अधिक शुद्धता से किया जा रहा है।
प्रश्न 8.
यूनान के किस गणितज्ञ और भूगोलवेत्ता ने पृथ्वी की परिधि को पहली बार सही आकलन किया ?
उत्तर:
इराटोस्थनेस ने।
प्रश्न 9.
विश्व के प्रमुख अंतरिक्ष यात्रियों एवं उनके कार्यों का विवरण दीजिए।
उत्तर:
विश्व के प्रमुख अंतरिक्ष यात्रियों एवं उनके कार्यों का संक्षिप्त विवरण निम्न प्रकार है
- सोवियत संघ ने अपने अन्तरिक्ष मिशन में 1961 ई. में पहला मानव अन्तरिक्ष में भेजा। यूरी गागरिन अन्तरिक्ष यान वोस्तोक-1 से अन्तरिक्ष की यात्रा करने वाले विश्व के पहले व्यक्ति बने।
- अमेरिका ने 1969 ई. में अपोलो-11 अन्तरिक्ष यान में तीन यात्रियों को सफलतापूर्वक अन्तरिक्ष में भेजा। नील आर्मस्ट्राँग विश्व के पहले व्यक्ति बने जिन्होंने चन्द्रमा की सतह पर अपना कदम रखा।
- भारत से 1984 ई. में राकेश शर्मा ने दो सोवियत अन्तरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरिक्ष यात्रा की। इन्होंने सोयुज । 7 स्पेश स्टेशन में रहकर 8 दिन तक वैज्ञानिक परीक्षण किए।
- कल्पना चावला भारत में जन्मी पहली महिला अन्तरिक्ष यात्री रही। यह एक शोध वैज्ञानिक थी।
- भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक सुनीता विलियम्स ने सर्वाधिक समय अंतरिक्ष में बिताया।
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