प्राचीन भारत की अर्थव्यवस्था
RBSE Solutions For All Chapters Samajik Vigyan Class 6
प्रश्न 1.
यह कथन किसने कहे ?
(1) भारतीय किसान एक औसत अंग्रेज किसान की तरह अच्छा है और कुछ मायनों में तो इससे भी श्रेष्ठ।
(2) जिस समय पश्चिम यूरोप में असभ्य जातियाँ निवास करती थीं, भारत अपने शासकों के वैभव तथा शिल्पकारों की उच्च कोटि की कला के लिए विख्यात था।
(3) भारतीय सामग्री के प्रयोग के कारण रोमन साम्राज्य से सोना बाहर की ओर जा रहा है।
उत्तर:
(1) डॉ. वॉयलेकर (1889 ई.)
(2) भारतीय औद्योगिक आयोग की रिपोर्ट (1916)।
(3) प्लिनी।
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।
(कोष्ठक में दिए शब्दों की सहायता से)
(गेहूँ, पानी का जहाज, हाथी दांत व सोना, सोना व चाँदी, ईसवाल (उदयपुर)।)
(1)यहाँ का बहुत-सा माल विदेशों में निर्यात किया जाता था तथा निर्यात के बदले मुद्रा के रूप में……लिया जाता था।
(2)………..की खेती यहाँ पर इंग्लैण्ड व यूरोप से कई शताब्दी पूर्व प्रारम्भ की थी।
(3) …………..बनाने की कला में भारत यूरोप से आगे था।
(4) ……..में मौर्यकालीन लौह प्रगलन भट्टियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं।
(5)ईथोपिया (अफ्रीका) से……….भारत आता था।
उत्तर:
(1) सोना व चाँदी
(2) गेहूँ
(3) पानी का जहाज
(4) ईसवाल (उदयपुर)
(5) हाथी दांत व सोना।
प्रश्न 3.
प्राचीन काल में भारत से कौन-कौन सी वस्तुएँ निर्यात की जाती थीं ?
उत्तर:
प्राचीन काल में भारत से मलमल, छींट, जरी के वस्त्र, लोहे व इस्पात की वस्तुएँ, तम्बाकू, नील, शॉल, रेशम व रेशमी वस्त्र एवं गरम मसाले आदि वस्तुएँ निर्यात की जाती थीं।
प्रश्न 4.
देशी व विदेशी व्यापार किसे कहते हैं ? प्राचीन काल में भारत का कौन-कौन से देशों से विदेशी व्यापार होता था ?
उत्तर:
देशी व्यापार-एक ही देश की सीमाओं के अन्तर्गत किया जाने वाला व्यापार, देशी व्यापार कहलाता है। विदेशी व्यापार-एक से दूसरे देश के मध्य होने वाला व्यापार, विदेशी व्यापार कहलाता है। प्राचीन काल में भारत का बेबीलोन, मिश्र, जावा, सुमात्रा एवं रोम आदि देशों से विदेशी व्यापार होता था।
प्रश्न 5.
उत्तरा पथ व दक्षिणा पथ से क्या आशय है? उत्तरा पथ में आने वाले स्थान कौन-कौन से हैं ?
उत्तर:
उत्तरा पथ व दक्षिणा पथ से आशय भारतीय देशी व्यापार के लिए प्रयुक्त दो प्रमुख व्यापारिक मार्गों से है। उत्तरा पथ में आने वाले स्थान क्रमशः ताम्रलिप्ति (बंगाल का पश्चिमी क्षेत्र), पाटलिपुत्र, वैशाली, कुशीनगर, श्रावस्ती, हस्तिनापुर, पंजाब, दिल्ली, हिमालय की तलहटी, कश्मीर घाटी, तक्षशिला, पुष्कलावती (वर्तमान पेशावर-पाकिस्तान), अफगानिस्तान, काबुल एवं बल्ख आदि हैं।
प्रश्न 6.
दक्षिणा पथ के आने वाले मार्ग कौन-कौन से हैं ?
उत्तर:
दक्षिणापथ अन्तर्गत आने वाले मार्ग क्रमशः पैठण, महेश्वर (म. प्र. के नर्मदा तट पर) उज्जैन, गोनाद्धा (गोंडों का प्रदेश), भिलसा, कोसम, साकेत (अयोध्या), श्रावस्ती, सेताण्या, कपिलवस्तु, पावापुरी, भोग्नगारा, वैशाली एवं राजगृह आदि हैं।
प्रश्न 7.
भारत के मानचित्र पर उत्तरापथ एवं दक्षिणापथ को चिन्हित करें ?
उत्तर:
भारत के मानचित्र में उत्तरापथ एवं दक्षिणापथ मार्ग निम्नानुसार हैं
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