जिला प्रशासन और न्याय व्यवस्था
RBSE Solutions For All Chapters Samajik Vigyan Class 6
प्रश्न एक व दो के सही उत्तर चुनिए
प्रश्न 1.
सिन्धु घाटी सभ्यता का सबसे पहला उत्खनित स्थान कौन-सा था ?
(अ) मोहनजोदड़ो
(ब) हड़प्पा
(स) कालीबंगा
(द) लोथल।
उत्तर:
(ब) हड़प्पा
प्रश्न 2.
सिन्धु सभ्यता ईसा से कितने वर्ष पुरानी मानी जाती
(अ) 2000 वर्ष
(ब) 5000 वर्ष
(स) 2500 वर्ष
(द) 4000 वर्ष
उत्तर:
(स) 2500 वर्ष।
प्रश्न 3.
इतिहास को जानने के प्रमुख स्रोत कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
इतिहास को जानने के प्रमुख स्रोत निम्नांकित हैं|
- पुरातात्विक स्रोत
- साहित्यिक स्रोत
- वंशावलियाँ
- पुरालेख एवं विदेशी यात्रियों के वर्णन।
प्रश्न 4.
आदिमानव का जीवन कैसा था ?
उत्तर:
आदिमानव का जीवन घुमक्कड़ था। वह झुण्ड बनाकर जंगलों में भोजन की तलाश में घूमता रहता था। जानवरों का शिकार करके खाना, गुफाओं में रहना, यही उसकी दिनचर्या थी।
प्रश्न 5.
आदिमानव के प्रमुख हथियार एवं औजार कौन-कौन से थे ?
उत्तर:
आदि मानव के प्रमुख हथियार एवं औजार क्रमशः आरी, चाकू, कुल्हाड़ी, हथौड़ा एवं बसूला आदि थे।
प्रश्न 6.
क्या कारण था कि प्राचीन सभ्यताएँ नदी किनारे मैदानों में पनपीं ?
उत्तर:
प्राचीन सभ्यताएँ नदी किनारे मैदानों में पनप इसके निम्न कारण थे
- पर्याप्त मात्रा में जल की उपलब्धता
- उपजाऊ भूमि की अधिकता
- नदियों के समीपवर्ती भागों में समतल भूमि।
- नदी के समीप अनेक प्रकार के जीवों की उपलब्धता।।
प्रश्न 7.
सिन्धु-सरस्वती सभ्यता के प्रमुख स्थल कौन-से हैं?
उत्तर:
सिन्धु-सरस्वती सभ्यता के प्रमुख स्थल क्रमशः मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, कोटदीजी, चन्हूदड़ो (पाकिस्तान), रोपड़ (पंजाब), लोथल व धोलावीरा (गुजरात), कालीबंगा (जिला हनुमानगढ़-राजस्थान) हैं।
प्रश्न 8.
सिन्धु-सरस्वती सभ्यता के नगर नियोजन पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
सिन्धु-सरस्वती सभ्यता का नगर नियोजन विकसित था। नगर को दुर्ग एवं निचले शहर में विभाजित किया गया था। नगर के भवन जाल की तरह फैले हुए थे। सड़के एक-दूसरे को समकोण पर काटती थीं और नगर आयताकार खण्डों में विभाजित हो जाता था। खुदाई में सभा भवन, चौक, स्नानकुण्ड आदि मिले हैं, जो नगर नियोजन की सुव्यवस्थित योजना की जानकारी प्रदान करते हैं।
प्रश्न 9.
सरस्वती-सिन्धु सभ्यता की समकालीन विश्व संस्कृतियों पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
सिन्धु-सरस्वती सभ्यता की समकालीन विश्व संस्कृति निम्नानुसार हैं
- मिश्र की नील नदी घाटी सभ्यता- अफ्रीका के उत्तर पश्चिम मिश्र क्षेत्र में नील नदी के दोनों किनारों पर यह सभ्यता फली-फूली।
- मेसोपोटामिया की दजला- फरात सभ्यता-वर्तमान इराक के दोआब (मेसोपोटामिया) स्थान पर दजला एवं फरात नामक नदियों के भू-भाग पर यह सभ्यता विकसित हुई। इसी क्षेत्र में सुमेरिया, बेबीलोनिया और असीरिया आदि सभ्यताओं का विकास हुआ।
- चीन की हवांगहो नदी सभ्यता- चीन की हवांगहो नदी के निचले हिस्से के मैदानी इलाकों में जहाँ उपजाऊ दोमट मिट्टी पाई जाती थी, वहाँ इस सभ्यता का विकास हुआ।
प्रश्न 10.
राजस्थान के प्रमुख पुरातात्विक स्थल कौन-कौन से हैं ? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
राजस्थान के प्रमुख पुरातात्विक स्थल निम्नलिखित
- कालीबंगा- राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में वर्तमान घग्घर नदी के किनारे कालीबंगा स्थित है।
- आहाड़- उदयपुर की बेड़च नदी के किनारे आहाड़ नामक बस्ती है जो ताम्र नगरी के नाम से प्रसिद्ध थी।
- गिलूण्ड- उदयपुर से 95 कि.मी. उत्तर:पूर्व में गिलूण्ड (राजसमन्द) पुरातत्विक स्थल स्थित है।
- बागौर- बागौर भीलवाड़ा जिले में कोठारी नदी के किनारे स्थित है।
- बालाथल- उदयपुर से 42 कि.मी. पूर्व में बल्लभनगर के निकट बालाथल नामक गाँव स्थित है।
- नोह- नोह भरतपुर शहर से 5 कि.मी. दूर स्थित है।
- चन्द्रावती- माउण्ट आबू (आबू-सिरोही) की तलहटी में आबूरोड के निकट चन्द्रावती स्थित है।
- पछमता- उदयपुर से 100 कि.मी. दूर पछमता गाँव (राजसमंद) स्थित है।
- गणेश्वर- सीकर जिले में काँतली नदी के तट पर स्थित है।
- बैराठ- बैराठ जयपुर जिले में स्थित है।
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