सहकारिता एवं उपभोक्ता सशक्तीकरण
RBSE Solutions For All Chapters Samajik Vigyan Class 6
प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनिए
(i) सहकारी समिति का पंजीकरण कराया जाता है
(अ) कलक्ट्रेट में
(ब) तहसील में
(स) सहकारिता विभाग में
(द) गृह विभाग में।
उत्तर:
(स) सहकारिता विभाग में
(ii) निम्नलिखित में से कौन-सा मानक चिह्न है?
(अ) आई.एस.आई.
(ब) एगमार्क
(स) एफ.पी.ओ.
(द) उपर्युक्त तीनों ही।
उत्तर:
(द) उपर्युक्त तीनों ही।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- आप कोई वस्तु, उत्पाद या सेवा खरीदते हैं, तो आप एक ………. कहलाएँगे।
- उपभोक्ता द्वारा बीस लाख रुपये से अधिक एवं एक करोड़ रुपये तक की राशि से सम्बन्धित विवाद की शिकायत ………. में की जा सकती है।
- प्राथमिक सहकारी समिति के गठन के लिए न्यूनतम सदस्यों की संख्या …….. होनी चाहिए।
उत्तर:
- उपभोक्ता
- राज्य उपभोक्ता आयोग
- 15 (पन्द्रह)।
प्रश्न 3.
सहकारिता के मूल मन्त्र क्या हैं ?
उत्तर:
सहकारिता के मूल मन्त्र हैं
- “एक सबके लिए और सब एक के लिए।”
- “सबके हित में ही हमारा हित है।”
प्रश्न 4.
किन्हीं तीन प्रकार की सहकारी समितियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
तीन प्रकार की सहकारी समितियाँ निम्नलिखित हैं
- कृषि सहकारी समिति
- दुग्ध सहकारी समिति
- उपभोक्ता सहकारी समिति।
प्रश्न 5.
दादाजी ने विक्रेता की शिकायत कहाँ पर की ?
उत्तर:
गणेश के दादाजी ने विक्रेता की शिकायत जिला उपभोक्ता मंच’ में की।
प्रश्न 6.
उपभोक्ता के शोषण के तीन उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
किसी वस्तु या सेवा का प्रत्यक्ष और अन्तिम उपभोग करने वाला व्यक्ति उपभोक्ता कहलाता है। उपभोक्ता का शोषण कई प्रकार से हो सकता है। उपभोक्ता के शोषण के निम्नलिखित तीन उदाहरण हैं
- गारण्टी की अवधि में वस्तु के खराब हो जाने पर गारण्टी की शर्तों के अनुसार उसे नहीं बदलना अथवा वारंटी की अवधि में उसमें सुधार नहीं करना।
- निर्धारित ब्राण्ड की वस्तु के स्थान पर अन्य ब्राण्ड की वस्तु या नकली वस्तु देना।।
- वस्तु का बताये गये मानकों पर खरा नहीं उतरना आदि।
प्रश्न 7.
खरीददारी करते समय रखी जाने वाली कम-से-कम तीन सावधानियों के बारे में लिखिए।।
उत्तर:
खरीददारी करते समय निम्नलिखित तीन सावधानियों को ध्यान में रखनी चाहिए
- उपभोक्ता जो माल खरीद रहा है अथवा सेवा ले रहा है, उसके भुगतान का बिल अथवा रसीद तथा गारण्टी/वारण्टी कार्ड अवश्य प्राप्त कर ले। शोषण की स्थिति में आवेदन के साथ यह रसीद व कार्ड प्रस्तुत करना अनिवार्य होता है।
- सामान पर उसका नाम, मात्रा, बैच नम्बर, उत्पादन और अवधि समाप्ति की तिथि, कीमत कर सहित/रहित तथा निर्माता का पूरा नाम व पता अच्छी तरह जाँच कर खरीदना चाहिए।
- वस्तु की गुणवत्ता को प्रमाणित करने वाले आई. एस. आई., एगमार्क, एफ. पी. ओ. आदि चिह्नों को देखकर ही कोई वस्तु खरीदनी चाहिए।
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