RBSE Solutions For All Chapters Samajik Vigyan Class 6
प्रश्न 1.
सही विकल्प को चुनिए
(i) जो व्यापारी बड़ी मात्रा में सामान खरीदकर छोटे व्यापारियों को बेचते हैं, कहलाते हैं
(अ) थोक व्यापारी
(ब) खुदरा व्यापारी
(स) हाट व्यापारी
(द) इनमें से कोई नहीं।
(ii) हम अपना बचत खाता खुलवा सकते हैं
(अ) बैंक में
(ब) पोस्ट-ऑफिस में
(स) बैंक व पोस्ट-ऑफिस दोनों में
(द) इनमें से किसी में नहीं।
उत्तर:
(i) अ
(ii) स
प्रश्न 2.
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(i) साप्ताहिक बाजारों को ………… भी कहते हैं।
(ii) हम ………….. मशीन का प्रयोग करके अपने खाते से धन सरलता से निकाल सकते हैं।
(iii) सभी बैंक …………. के निर्देशन एवं नियन्त्रण में कार्य करते हैं।
उत्तर:
(i) हाट बाजार
(ii) ए. टी. एम. (ऑटोमेटिक टेलर मशीन)
(iii) भारतीय रिजर्व बैंक।
प्रश्न 3.
वस्तु-विनिमय किसे कहते हैं ?
उत्तर:
वस्तु के बदले वस्तु देकर एवं लेकर आवश्यकताओं की पूर्ति करने वाली प्रणाली को वस्तु विनिमय कहते हैं। यह विनिमय की प्रारम्भिक अवस्था थी जब लोगों की आवश्यकताएँ सीमित थीं।
प्रश्न 4.
मुद्रा-विनिमय किसे कहते हैं ?
उत्तर:
मुद्रा के विकास के साथ ही मुद्रा के बदले वस्तुओं के लेन-देन की सुविधापूर्ण प्रणाली प्रचलित हुई जब वस्तु के मूल्य के रूप में वस्तु न देकर मुद्रा दी जाती है तो उसे मुद्रा विनिमय कहते हैं।
प्रश्न 5.
हमें अपनी आवश्यकता की वस्तुएँ कौन-कौन से बाजारों से प्राप्त होती हैं ?
उत्तर:
हमें अपने दैनिक जीवन की आवश्यक वस्तुएँ गाँव व मोहल्ले की दुकानों से प्राप्त हो जाती हैं। साप्ताहिक बाजारों का भी क्षेत्रीय दृष्टिकोण से बड़ा महत्व होता है। इन बाजारों में सामानों की अधिकता होती है और वस्तुएँ। अपेक्षाकृत गाँव व मोहल्ले की दुकानों से अच्छी व सस्ते में मिल जाती हैं।
शॉपिंग काम्पलेक्स व मॉल ऐसे बाजार हैं जहाँ हर तरह के आवश्यक सामान एक ही छत के नीचे मिल जाते हैं। किन्तु यहाँ प्राप्त होने वाले सामान स्थानीय बाजारों की अपेक्षा महँगे हो सकते हैं। इसके अलावा विशेष बाजारों का भी बड़ा महत्व है किन्तु यहाँ सामान्यतया सामान कम मात्रा में नहीं मिल पाता विशेष बाजार चयन एवं भाव की दृष्टि से सस्ते पड़ते हैं।
प्रश्न 6.
व्यापारी मुख्य रूप से कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर:
वे मध्यस्थ जो वस्तु के उत्पादक और वस्तु के उपभोक्ता के बीच में होते हैं, उन्हें व्यापारी कहा जाता है। व्यापारी निम्न दो प्रकार के होते हैं
(i) थोक व्यापारी- जो व्यापारी उत्पादकों से बड़ी मात्रा में सामान खरीदते हैं और फिर उसे छोटे-छोटे व्यापारियों तक पहुँचाते हैं, उन्हें थोक व्यापारी कहा जाता है।
(ii) फुटकर व्यापारी या खुदरा व्यापारी- खुदरा या फुटकर व्यापारी का सम्बन्ध सीधे उपभोक्ताओं से होता है। यह उपभोक्ताओं को अपना सामान बेचता है। इस प्रकार का व्यापारी गाँव/मोहल्लों, साप्ताहिक बाजारों व शॉपिंग कॉम्पलेक्स में अपना माल बेचता है।
प्रश्न 7.
हम बैंक में किस तरह के खाते खोल सकते हैं ?
उत्तर:
हम बैंक में कई तरह के खाते खोल सकते हैं। जैसे-बचत खाता, चालू खाता, स्थायी जमा खाता, आवर्ती जमा खाता आदि।
प्रश्न 8.
बैंक हमारे लिए किस प्रकार से उपयोगी होते हैं ?
उत्तर:
वर्तमान समय में बैंकिंग प्रणाली बड़ी महत्वपूर्ण और उपयोगी है। बैंकों का प्रमुख कार्य व्यक्तियों व संस्थाओं से नकद जमाएँ स्वीकार करना और जरूरतमन्द व्यक्तियों और संस्थाओं को ऋण उपलब्ध कराना है। बैंक हमारे लिए निम्न प्रकार से उपयोगी हैं
- बैंकिंग प्रणाली से धन का लेन-देन आसान और सुरक्षित हो गया है।
- बड़ी से बड़ी रकम का भुगतान व स्थानान्तरण चेक, ड्राफ्ट व इण्टरनेट बैंकिंग से किया जा सकता है।
- बैंक में हमारा धन सुरक्षित रहता है और उस पर ब्याज भी मिलता है।
- बैंक रोजगार स्थापित करने के इच्छुक लोगों, उद्योगों और व्यावसायिक संस्थाओं को पैसे उधार भी देता है।
- वर्तमान समय में हम ए. टी. एम. द्वारा मुद्रा की जब और जहाँ कहीं भी जरूरत हो, तुरन्त निकाल सकते हैं। संक्षेप में आज जनसामान्य के जीवन में बैंकिंग प्रणाली की उपयोगिता बढ़ती जा रही है।
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