MCQ Class 12 Hindi Chapter 11 बाजार दर्शन Aroh हिंदी Advertisement MCQ’s For All Chapters – हिंदी Aroh Class 12th 1. 'बाजार दर्शन' कृति के रचनाकार कौन है ?धर्मवीर भरतीगजानन मुक्तिबोधजैनेन्द्र कुमारजयशंकर प्रसादQuestion 1 of 152. जैनेन्द्र कुमार जी का जन्म कहाँ हुआ था ?मध्य प्रदेश मेंहरियाणा मेंउत्तर प्रदेश मेंराजस्थान मेंQuestion 2 of 153. जैनेन्द्र कुमार जी का जन्म उत्तर प्रदेश के किस जिले में हुआ था ? ग्वालियर में भोपाल मेंअलीगढ़ मेंगुजरात मेंQuestion 3 of 154. हिंदी में प्रेमचन्द के बाद सबसे प्रसिद्ध कथाकार कौन हैं ?जैनेन्द्र कुमार धर्मवीर भरतीविष्णु खरेहरिवंशराय बच्चनQuestion 4 of 155. जैनेन्द्र कुमार जी द्वारा रचित उपन्यास कौनसा है ?परख त्यागपत्रमुक्तिबोध उपरोक्त सभीQuestion 5 of 156. जैनेन्द्र कुमार जी को कब मनोवैज्ञानिक उपन्यासकार के रूप में प्रतिष्ठा मिली थी ?सन् 1905 ई० मेंसन् 1916 ई० में सन् 1917 ई० मेंसन् 1940 ई० मेंQuestion 6 of 157. जैनेन्द्र कुमार जी को किस उपन्यास से प्रतिष्ठा मिली थी ?परख से सुनीता सेत्यागपत्र से कल्याणी सेQuestion 7 of 158. भारत सरकार द्वारा जैनेंद जी को कौनसे पुरस्कार से सम्मनित किया गया था ? भारत-भरतीपद्मभूषणपद्मविभूषण साहित्य अकादमीQuestion 8 of 159. जैनेन्द्र कुमार जी ने किसके माध्यम मनोवैज्ञानिक कथा धारा का प्रवर्तन किया था ? से हिंदी में सशक्तउपन्यासों के माध्यम सेकहानियों के माध्यम से निबंधों के माध्यम सेA और B दोनों सेQuestion 9 of 1510. जैनेन्द्र कुमार जी का निधन कब हुआ था ?सन् 1955 ई० मेंसन् 1956 ई० मेंसन् 1977 ई० मेंसन् 199ö ई० मेंQuestion 10 of 1511. 'जड़ की बात' जैनेंद कुमार जी किस विधा की रचना है ?उपन्यास कीकहानी कीनिबंध कीरेखाचित्र कीQuestion 11 of 1512. जैनेन्द्र कुमार जी का महत्वपूर्ण निबंध कौनसा हैं ?समय और हमजड़ की बातपाजेब बाजार-दर्शनQuestion 12 of 1513. 'बाजार-दर्शन' निबंध में किसका दुलर्भ संयोग देखा जा सकता है ?गहरी वैचारिकता कासाहित्य-सुलभ लालित्य काA और B दोनोंउपरोक्त में से कोई नहींQuestion 13 of 1514. जैनेन्द्र कुमार ने बाजार का पोषण करने वाले अर्थशास्त्र को क्या कहा है ?राजनिति शास्त्र सामाजिक शास्त्रअनितिशास्त्र उपरोक्त में से कोई नहींQuestion 14 of 1515. कौनसे लोग फिजूल सामान को फिजूल समझते हैं ? संयमी लोगअसंयमी लोगबड़े लोगछोटे लोगQuestion 15 of 15 Loading...
Leave a Reply