डिजीभारतम्
Solutions For All Chapters Sanskrit Class 8
अभ्यासः
प्रश्न: 1. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत-
(क) कुत्र ‘डिजिटल इंडिया’ इत्यस्य चर्चा भवति?
हिंदी में: ‘डिजिटल इंडिया’ की चर्चा कहाँ होती है?
उत्तराणि: सम्पूर्णविश्वे (सम्पूर्ण विश्व में)
(ख) केन सह मानवस्य आवश्यकता परिवर्तते?
हिंदी में: मानव की आवश्यकता किसके साथ बदलती है?
उत्तराणि: कालपरिवर्तनेन (काल परिवर्तन के साथ।)
(ग) आपणे वस्तूनां क्रयसमये केषाम् अनिवार्यता न भविष्यति?
हिंदी में: वस्तुओं की खरीद के समय किसकी अनिवार्यता नहीं होगी?
उत्तराणि: रूप्यकाणाम् (रुपये की)
(घ) कस्मिन् उद्योगे वृक्षाः उपयुज्यन्ते?
हिंदी में: किस उद्योग में वृक्षों का उपयोग किया जाता है?
उत्तराणि: कर्गदोद्योगे (कागद उद्योग में)
(ङ) अद्य सर्वाणि कार्याणि केन साधितानि भवन्ति?
हिंदी में: आजकल सभी कार्य किसके द्वारा संपन्न होते हैं?
उत्तराणि: चलदूरभाषयन्त्रेण (मोबाइल फोन द्वारा)
प्रश्नः 2. अधोलिखितान् प्रश्नान् पूर्णवाक्येन उत्तरत-
(क) प्राचीनकाले विद्या कथं गृह्यते स्म?
हिंदी में: प्राचीन काल में विद्या कैसे प्राप्त की जाती थी?
उत्तराणि: प्राचीनकाले विद्या श्रुतिपरम्परया गृह्यते स्म। (प्राचीनकाल में विद्या मुख के द्वारा प्राप्त की जाती थी।)
(ख) वृक्षाणां कर्तनं कथं न्यूनतां यास्यति?
हिंदी में: वृक्षों की कटाई से न्यूनता कैसे आएगी?
उत्तराणि: वृक्षाणां कर्तनं संगणकस्य अधिकाधिक-प्रयोगेण न्यूनता यास्यति। (वृक्षों की कटाई संगणक के प्रयोग से न्यूनता आएगी।)
(ग) चिकित्सालये कस्य आवश्यकता अद्य नानुभूयते?
हिंदी में: अस्पताल में किसकी आवश्यकता अब अनुभव नहीं की जाती?
उत्तराणि: चिकित्सालये रूप्यकाणाम्/रूप्यकस्य आवश्यकता अद्य नानुभूयते। (अस्पताल में रुपयों की आवश्यकता अब अनुभव नहीं की जाती।)
(घ) वयम् कस्यां दिशि अग्रेसरामः?
हिंदी में: हम किस दिशा में अग्रसर हैं?
उत्तराणि: डिजीभारतम् इति दिशि अग्रसराम:। (हम ‘डिजीभारतम्’ नामक दिशा में अग्रसर हैं।)
(ङ) वस्त्रपुटके केषाम् आवश्यकता न भविष्यति?
हिंदी में: वस्त्रों की थैली में किसकी आवश्यकता नहीं होगी?
उत्तराणि: वस्त्रपुटके रूप्यकाणाम् आवश्यकता न भविष्यति। (वस्त्रों की थैली में रुपयों की आवश्यकता नहीं होगी।)
प्रश्नः 3. रेखांकितपदान्यधिकृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत-
(क) भोजपत्रोपरि लेखनम् आरब्धम्। (भोजपत्र पर लेखन शुरू किया गया है।)
उत्तर: भोजपत्रोपरि किं आरब्धम्? (भोजपत्र पर क्या शुरू किया गया है?)
(ख) लेखनार्थम् कर्गदस्य आवश्यकतायाः अनुभूतिः न भविष्यति। (लेखन के लिए कलम की आवश्यकता नहीं होगी।)
उत्तर: लेखनार्थम् कस्य आवश्यकतायाः अनुभूतिः न भविष्यति? (लेखन के लिए किसकी आवश्यकता नहीं होगी?)
(ग) विश्रामगृहेषु कक्षं सुनिश्चितं भवेत्। (विश्राम गृह में कमरा सुनिश्चित किया जाए।)
उत्तर: कुत्र कक्षं सुनिश्चितं भवेत्? (किस में कमरा सुनिश्चित किया जाए?)
(घ) सर्वाणि पत्राणि चलदूरभाषयन्त्रे सुरक्षितानि भवन्ति। (सभी पत्र मोबाइल फोन में सुरक्षित होंगे।)
उत्तर: सर्वाणि पत्राणि कस्मिन् सुरक्षितानि भवन्ति? (सभी पत्र किसमें सुरक्षित होंगे?)
(ङ) वयम् उपचारार्थम् चिकित्सालयं गच्छामः। (हम उपचार के लिए अस्पताल जा रहे हैं।)
उत्तर: वयम् किमर्थम् चिकित्सालयं गच्छामः? (हम क्यों अस्पताल जा रहे हैं?)
प्रश्नः 4. उदाहरणमनुसृत्य विशेषण विशेष्यमेलनं कुरुत-
उत्तरम्:
(क) – (1),
(ख) – (3),
(ग) – (5),
(घ) – (2),
(ङ) – (4)
प्रश्नः 5. अधोलिखितपदयोः संन्धिं कृत्वा लिखत-
पदस्य + अस्य
उत्तराणि:पदस्य + अस्य = पदस्यास्य।
तालपत्र + उपरि
उत्तराणि: तालपत्र + उपरि = तालपत्रोपरि।
च + अतिष्ठत
उत्तराणि: च + अतिष्ठत = चातिष्ठत्।
कर्गद + उद्योगे
उत्तराणि: कर्गद + उद्योगे = कर्गदोद्योगे।
क्रय + अर्थम्
उत्तराणि: क्रय + अर्थम् = क्रयार्थम्।
इति + अनयोः
उत्तराणि: इति + अनयोः = इत्यनयोः।
उपचार + अर्थम्
उत्तराणि: उपचार + अर्थम् = उपचारार्थम्।
प्रश्नः 6.उदाहरणमनुसृत्य अधोलिखितेन पदेन लघु वाक्य निर्माणं कुरुत-
यथा- जिज्ञासा – मम मनसि वैज्ञानिकानां विषये जिज्ञासा अस्ति।
(क) आवश्यकता – …………………
उत्तराणि: अद्य तु लेखनार्थं कर्गदस्य आवश्यकता नास्ति। (आजकल लेखन के लिए कागज की आवश्यकता नहीं है।)
(ख) सामग्री – …………………
उत्तराणि: टंकिता सामग्री अधुना न्यूना एवं प्राप्यते। (टंकित सामग्री अब कम हो गई है और आसानी से उपलब्ध हो जाती है।)
(ग) पर्यावरण सुरक्षा – …………………
उत्तराणि: वृक्षेभ्यः पर्यावरण सुरक्षा भवति। (वृक्षों से पर्यावरण सुरक्षा होती है।)
(घ) विश्रामगृहम् – …………………
उत्तराणि: जनाः तीर्थेषु विश्रामगृहम् अन्वेषयन्ति। (लोग तीर्थस्थलों पर विश्रामगृह खोजते हैं।)
प्रश्नः 7. उदाहरणानुसारम् कोष्ठकप्रदत्तेषु पदेषु चतुर्थी प्रयुज्य रिक्तस्थानपूर्ति कुरुत-
(उदाहरण के अनुसार कोष्ठक में दिए गए पदों के चतुर्थी रूप का प्रयोग करके रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-)
(क) ……… पुस्तकं देहि। (छात्र)
उत्तर: छात्राय पुस्तकं देहि। – आप छात्र को पुस्तक दीजिए।
(ख) अहम् …………….. वस्त्राणि ददामि। (निर्धन)
उत्तर: अहम् निर्धनाय वस्त्राणि ददामि। – मैं निर्धन व्यक्ति को वस्त्र देता हूँ।
(ग) ……….. पठनं रोचते। (लता)
उत्तर: लतायै पठनं रोचते। – लता को पढ़ना पसंद है।
(घ) रमेशः ……… अलम्। (सुरेश)
उत्तर: रमेशः सुरेशीय अलम्। – रमेश सुरेश को अलम देता है।
(ङ) ………….. नमः। (अध्यापक)
उत्तर: अध्यापकाय नमः। – अध्यापक को नमस्कार।
अतिरिक्त-अभ्यासः
(1) निम्न अनुच्छेदं पठित्वा तदाधारितान् प्रश्नान् उत्तरत- (नीचे लिखे अनुच्छेद को पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-)
(क) अद्य संपूर्णविश्वे “डिजिटलइण्डिया” इत्यस्य चर्चा श्रूयते। अस्य पदस्य कः भावः इति मनसि जिज्ञासा उत्पद्यते। कालपरिवर्तनेन सह मानवस्य आवश्यकताऽपि परिवर्तते। प्राचीनकाले ज्ञानस्य आदान-प्रदानं मौखिकम् आसीत्, विद्या च श्रुतिपरम्परया गृह्यते स्म। अनन्तरं तालपत्रोपरि भोजपत्रोपरि च लेखनकार्यम् आरब्धम्। परवर्तिनि काले कर्गदस्य लेखन्याः च आविष्कारेण सर्वेषामेव मनोगतानां भावानां कर्गदोपरि लेखनं प्रारब्धम्। टंकणयंत्रस्य आविष्कारेण तु लिखिता सामग्री टंकिता सती बहुकालाय सुरक्षिता अतिष्ठत्।
Hindi Translate
आज संपूर्ण विश्व में “डिजिटल इंडिया” के विषय में चर्चा हो रही है। इस पद का क्या भाव है, यह जानने की जिज्ञासा उत्पन्न होती है। काल के परिवर्तन के साथ मानव की आवश्यकताएँ भी परिवर्तित होती हैं। प्राचीन काल में ज्ञान का आदान-प्रदान मौखिक था, और विद्या श्रुति परंपरा द्वारा ग्रहण की जाती थी। इसके बाद ताड़पत्रों और भोजपत्रों पर लेखन कार्य आरंभ हुआ। परवर्ती काल में कागज के लेखन के आविष्कार से सभी की मनोगत भावनाओं का कागज पर लेखन प्रारंभ हुआ। टंकण यंत्र के आविष्कार से लिखित सामग्री टंकित होने पर लंबे समय तक सुरक्षित रहती है।
I. एकपदेन उत्तरत-(एक पद में उत्तर दीजिए)
(i) अद्य सम्पूर्ण विश्वे कस्य चर्चा श्रूयते?
(ii) अनन्तरं तालपत्रोपरि भोजपत्रोपरि च किम् आरब्धम्?
उत्तरम्:
(i) डिजिटलइण्डिया
(ii) लेखनकार्यम् |
Hindi Translate
(i) आज संपूर्ण विश्व में किसकी चर्चा हो रही है?
डिजिटल इंडिया।
(ii) इसके बाद ताड़पत्रों और भोजपत्रों पर क्या आरंभ हुआ?
लेखन कार्य।
II. पूर्णवाक्येन उत्तरत-(पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए)
(i) परिवर्तिनि काले कि प्रारब्धम्?
(ii) टंकणयन्त्रस्य आविष्कारेण का बहुकालाय सुरक्षिता अतिष्ठत्?
उत्तरम्:
(i) परिवर्तिनि काले कर्गदस्य लेखन्याः च आविष्कारेण सर्वेषामेव मनोगतानां भावानां कर्गदोपरि लेखनं प्रारब्धम्।
(ii) टंकणयंत्रस्य आविष्कारेण तु लिखिता सामग्री टंकिता सती बहुकालाय सुरक्षिता अतिष्ठत्।
Hindi Translate
(i) परिवर्तित काल में क्या प्रारंभ हुआ?
परिवर्तित काल में कागज के लेखन के आविष्कार से सभी की मनोगत भावनाओं का कागज पर लेखन प्रारंभ हुआ।
(ii) टंकण यंत्र के आविष्कार से क्या लंबा समय तक सुरक्षित रहता है?
टंकण यंत्र के आविष्कार से लिखित सामग्री टंकित होने पर लंबे समय तक सुरक्षित रहती है।
III. भाषिक कार्यम्-(भाषा-कार्य)
(i) ‘परिवर्तिनि काले’ अनयो: पदयोः विशेषणपदं किम्?
(क) काले
(ख) परिवर्तिनि
(ग) काल:
(घ) परिवर्तितः
(ii) अनुच्छेदे ‘परिवर्तते’ इत्यस्य क्रियापदस्य कर्तृपदं किमस्ति?
(क) मानवस्य
(ख) कालपरिवर्तनेन
(ग) आवश्यकताऽपि
(घ) आवश्यकता
(iii) अनुच्छेदे ‘आदानम्’ इति पदस्य कः विपर्ययः आगतः?
(क) लेखनम्
(ख) प्रदानम्
(ग) मौखिकम्
(घ) जिज्ञासा
(iv) ‘ज्ञातुम् इच्छा’ इत्यस्य अर्थे अनुच्छेदे कः शब्दः आगतः?
(क) श्रुतिपरम्परया
(ख) भावानाम्
(ग) आवश्यकता
(घ) जिज्ञासा
उत्तरम्:
(i) (ख) परिवर्तिनि,
(ii) (क) मानवस्य,
(iii) (ख) प्रदानम्,
(iv) (घ) जिज्ञासा
Hindi Translate
(i) ‘परिवर्तित काल’ में इन दोनों पदों का विशेषण क्या है?
(ख) परिवर्तित।
(ii) अनुच्छेद में ‘परिवर्तते’ क्रियापद का कर्ता कौन है?
(क) मानव का।
(iii) अनुच्छेद में ‘आदानम्’ शब्द का विपरीत क्या है?
(ख) प्रदानम्।
(iv) ‘ज्ञातुम् इच्छा’ के अर्थ में अनुच्छेद में कौन सा शब्द आया है?
(घ) जिज्ञासा।
(ख) वैज्ञानिकप्रविधेः प्रतियात्रा पुनरपि अग्रे गता। अद्य सर्वाणि कार्याणि संगणकनामकेन यंत्रेण साधितानि भवन्ति। समाचार-पत्राणि पुस्तकानि च कम्प्यूटरमाध्यमेन पठ्यन्ते लिख्यन्ते च। कर्गदोद्योगे वृक्षाणाम् उपयोगेन वृक्षाः कर्त्यन्ते स्म, परम् संगणकस्य अधिकाधिक-प्रयोगेण वृक्षाणां कर्तने न्यूनता भविष्यति इति विश्वासः। अनेन पर्यावरणसुरक्षायाः दिशि महान् उपकारो भविष्यति।
Hindi Translate – (ख) वैज्ञानिक प्रक्रिया पुनः अग्रे बढ़ी। आज सभी कार्य कंप्यूटर नामक यंत्र से किए जाते हैं। समाचार पत्र और पुस्तकें भी कंप्यूटर माध्यम से पढ़ी और लिखी जाती हैं। कागज उद्योग में वृक्षों का उपयोग होता था, परंतु कंप्यूटर के अधिकाधिक उपयोग से वृक्षों का कटाव कम होगा, ऐसा विश्वास है। इससे पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में महान् उपकार होगा।
I. एकपदेन उत्तरत-(एक पद में उत्तर दीजिए)
(i) का पुनरपि अग्रे गता?
(ii) कर्गदोद्योगे के कर्त्यन्ते?
उत्तरम्:
(i) प्रगतियात्रा,
(ii) वृक्षाः
Hindi Translate
(i) क्या पुनः अग्रे बढ़ा?
प्रगति यात्रा।
(ii) कागज उद्योग में कौन करता है?
वृक्ष।
II. पूर्णवाक्येन उत्तरत-(पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए)
(i) कः अस्माकं विश्वासोऽस्ति?
(ii) अद्य सर्वाणि कार्याणि केन साधितानि भवन्ति?
उत्तरम्:
(i) संगणस्य अधिकाधिन-प्रयोगेण वृक्षाणां कर्तने न्यूनता भविष्यति इति विश्वासः।
(ii) अद्य सर्वाणि कार्याणि संगणकनामकेन यंत्रेण साधितानि भवन्ति।
Hindi Translate
(i) हमें किस पर विश्वास है?
कंप्यूटर के अधिकाधिक उपयोग से वृक्षों का कटाव कम होगा, ऐसा विश्वास है।
(ii) आज सभी कार्य किससे किए जाते हैं?
आज सभी कार्य कंप्यूटर नामक यंत्र से किए जाते हैं।
III. भाषिक कार्यम्-(भाषा-कार्य)
(i) ‘महान् उपकारों भविष्यति’ अत्र क्रियापदं किम्?
(क) भविष्यति
(ख) महान्
(ग) उपकारो
(घ) उपकार:
(ii) ‘सर्वाणि’ इत्यस्य विशेषणपदस्य कः विशेष्यः अनुच्छेदे आगतः?
(क) अद्य
(ख) यन्त्रेण
(ग) संगणकनामकेन
(घ) कार्याणि
(iii) ‘कर्गदोद्योगे’ अत्र सन्धिविच्छेदो वर्तते
(क) कर्गद + ओद्योगे
(ख) कर्गदो + उद्योगे
(ग) कर्गद् + उद्योगे
(घ) कर्गदा + उद्योगे
(iv) अनुच्छेदे ‘भविष्यति’ इत्यस्य किम् एकवचनं प्रयुक्तम्?
(क) भविष्यति
(ख) भवन्ति
(ग) गता
(घ) भवति
उत्तरम्:
(i) (क) भविष्यति,
(ii) (घ) कार्याणि,
(iii) (ग) कर्गद+उद्योगे,
(iv) (क) भविष्यति
Hindi Translate
(i) ‘महान् उपकार’ का क्रियापद क्या है?
(क) भविष्यति।
(ii) ‘सर्वाणि’ के विशेषण का विशेष्य क्या है?
(घ) कार्याणि।
(iii) ‘कागज उद्योग’ में सन्धि विच्छेद क्या है?
(क) कागद + उद्योग।
(iv) अनुच्छेद में ‘भविष्यति’ का एकवचन क्या है?
(क) भविष्यति।
(ग) अधुना आपणे वस्तुक्रयार्थम् रूप्यकाणाम् अनिवार्यता नास्ति। “डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड” इत्यादि सर्वत्र रूप्यकाणां स्थानं गृहीतवन्तौ। वित्तकोशस्य ( बैंकस्य) चापि सर्वाणि कार्याणि संगणकयंत्रेण सम्पाद्यन्ते। बहुविधाः अनुप्रयोगाः (APP) मुद्राहीनाय विनिमयाय (Cashless Transaction) सहायकाः सन्ति।
Hindi Translate – (ग) अब हमें वस्त्र क्रय के लिए रूपयों की अनिवार्यता नहीं है। “डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड” आदि के कारण सर्वत्र रूपयों का स्थान ग्रहण कर लिया गया है। बैंक के सभी कार्य भी कंप्यूटर यंत्र से संपादित होते हैं। विभिन्न अनुप्रयोग (APP) मुद्रा-हीन विनिमय (Cashless Transaction) के लिए सहायक होते हैं।
I. एकपदेन उत्तरत-(एक पद में उत्तर दीजिए)
(i) अधुना आपणे केषाम् अनिवार्यता नास्ति?
(ii) बहुविधाः अनुप्रयोगाः कीदृशाय विनिमयाय सहायकाः सन्ति?
उत्तरम्:
(i) रूप्यकाणाम्,
(ii) मुद्राहीनाय।
Hindi Translate
(i) अब हमें किसकी अनिवार्यता नहीं है?
रुपयों की।
(ii) विभिन्न अनुप्रयोग किस प्रकार के विनिमय के लिए सहायक होते हैं?
मुद्रा-हीन।
II. पूर्णवाक्येन उत्तरत-(पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए)
कस्य सर्वाणि कार्याणि संगणकयन्त्रेण सम्पाद्यन्ते?
(किसके सभी कार्य कंप्यूटर यंत्र से संपादित होते हैं?)
उत्तरम्:
वित्तकोशस्य (बैंकस्य) सर्वाणि कार्याणि संगणकयन्त्रेण सम्पाद्यन्ते।
(बैंक के सभी कार्य कंप्यूटर यंत्र से संपादित होते हैं।)
III. भाषिक कार्यम्-(भाषा-कार्य)
(i) अनुच्छेदे ‘सम्पाद्यन्ते’ इत्यस्य क्रियापदस्य कर्तृपदं किमस्ति?
(क) संगणकयन्त्रेण
(ख) सर्वाणि
(ग) कार्याणि
(घ) वित्तकोशस्य
(ii) बहुविधा: अनुप्रयोगाः’ अनयोः पदयोः विशेषणं किम्?
(क) बहुविधाः
(ख) बहुविधः
(ग) अनुप्रयोगः
(घ) अनुप्रयोगा:
उत्तरम्:
(i) (ग) कार्याणि,
(ii) (क) बहुविधा:
Hindi Translate
(i) अनुच्छेद में ‘संपाद्यन्ते’ का क्रियापद का कर्ता क्या है?
(क) संगणक यन्त्र।
(ii) ‘विभिन्न’ में विशेषण का विशेष्य क्या है?
(घ) अनुप्रयोग।
(घ) कुत्रापि यात्रा करणीया भवेत् रेलयानयात्रापत्रस्य, वायुयानयात्रापत्रस्य अनिवार्यता अद्य नास्ति। सर्वाणि पत्राणि अस्माकं चलदूरभाषयन्त्रे ‘ई-मेल’ इति स्थाने सुरक्षितानि भवन्ति यानि सन्दर्य वयं सौकर्येण यात्रायाः आनन्दं गृह्णीमः। चिकित्सालयेऽपि उपचारार्थं रूप्यकाणाम् आवश्यकताद्य नानुभूयते। सर्वत्र कार्डमाध्यमेन, ई-बैंकमाध्यमेन शुल्कम् प्रदातुं शक्यते।
Hindi Translate – (घ) कहीं भी यात्रा करनी हो, रेल यात्रा पत्र की, वायु यात्रा पत्र की अनिवार्यता आज नहीं है। सभी पत्र हमारे मोबाइल फोन में ‘ई-मेल’ के स्थान पर सुरक्षित रहते हैं, जिससे हम सरलता से यात्रा का आनंद लेते हैं। अस्पताल में भी उपचार के लिए रूपयों की आवश्यकता नहीं होती है। सर्वत्र कार्ड माध्यम से, ई-बैंक के माध्यम से शुल्क का भुगतान किया जा सकता है।
I. एकपदेन उत्तरत-(एक पद में उत्तर दीजिए)
(i) अद्य रेलयात्रापत्रस्य का नास्ति?
(ii) चिकित्सालयेऽपि अद्य उपचारार्थ केषाम् आवश्यकता नानुभूयते?
उत्तरम्:
(i) अनिवार्यता,
(ii) रूप्यकाणाम्।।
Hindi Translate
(i) आज रेल यात्रा पत्र की क्या नहीं है?
अनिवार्यता।
(ii) अस्पताल में आज उपचार के लिए किसकी आवश्यकता नहीं होती?
रुपयों की।
II. पूर्णवाक्येन उत्तरत-(पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए)
(i) अद्य सर्वाणि पत्राणि कुत्र सुरक्षितानि भवन्ति?
(ii) सर्वत्र कथं शुल्कं प्रदातुं शक्यते?
उत्तरम्:
(i) अद्य सर्वाणि पत्राणि अस्माकं चल दूरभाषयन्त्रे ‘ई-मेल’ इति स्थाने सुरक्षितानि भवन्ति।
(ii) सर्वत्र कार्डमाध्यमेन, ई-बैंकमाध्यमेन शुल्कं प्रदातुं शक्यते।
Hindi Translate
आज सभी पत्र कहाँ सुरक्षित रहते हैं?
आज सभी पत्र हमारे मोबाइल फोन में ‘ई-मेल’ के स्थान पर सुरक्षित रहते हैं।
सभी जगह किससे शुल्क का भुगतान किया जा सकता है?
सर्वत्र कार्ड के माध्यम से, ई-बैंक के माध्यम से शुल्क का भुगतान किया जा सकता है।
III. भाषिक कार्यम्-(भाषा सम्बन्धी कार्य)
(i) अनुच्छेदे ‘गृहणीम:’ इत्यस्याः क्रियायाः कर्तृपदं किम् वर्तते?
(क) यानि
(ख) वयम्
(ग) आनन्दम्
(घ) यात्रायाः
(ii) चिकित्सार्थम्’ इत्यस्य पदस्य कः पर्यायः अनुच्छेदे आगतः?
(क) सन्दर्य
(ख) अस्माकम्
(ग) आनन्दम्
(घ) उपचारार्थम्।
उत्तरम्:
(i) (ख) वयम्,
(ii) (घ) उपचारार्थम्
Hindi Translate
(i) अनुच्छेद में ‘गृहणीमः’ का कर्ता कौन है?
(ख) वयम्।
(ii) ‘चिकित्सार्थम्’ का पर्याय क्या है?
(घ) उपचारार्थम्।
(2) वाक्यांशानाम् उचितं मेलनं कुरुत-(वाक्यांशों को उचित रूप से मिलाइए-)
उत्तरम्:
(i) (ग),
(ii) (घ),
(iii) (ङ),
(iv) (च),
(v) (क),
(vi) (ख)।
(3) पर्यायाः लेखनीयाः-(पर्यायवाची लिखिए-)
उत्तरम्:
(क) विश्वे, (विश्व में)
(ख) वृक्षाणाम्, (वृक्षों का)
(ग) वृक्षाः, (वृक्ष)
(घ) दिशि, (दिशा में)
(ङ) उपचारार्थम्, (उपचार के लिए)
(च) मार्गस्य, (मार्ग का)
(छ) द्रुतगत्या। (तेज गति से)
(4) रेखाङकितानां पदानां स्थानेषु प्रश्नवाचकं पदं चित्वा लिखत- (रेखांकित पदों के स्थान पर प्रश्नवाचक पदों को चुनकर लिखिए-)
(i) कालपरिवर्तनेन सह मानवस्य आवश्यकता अपि परिवर्तते। ।।
(क) कः
(ख) कथम्
(ग) केन
(घ) किम्
(ii) वैज्ञानिकप्रविधे: प्रगतियात्रा पुनरपि अग्रे गता।
(क) कस्याः
(ख) कस्य
(ग) कः
(घ) का
(iii) कर्गदोद्योगे वृक्षाणाम् उपयोगेन वृक्षाः कर्त्यन्ते स्म।
(क) कस्य
(ख) कस्याः
(ग) कासाम्
(घ) केषाम्
(iv) पर्यावरणसुरक्षायाः दिशि महान् उपकारः भविष्यति।
(क) का
(ख) कः
(ग) के
(घ) किम्
(v) अद्य आपणे वस्तुक्रयार्थम् रूप्यकाणाम् अनिवार्यता नास्ति।
(क) किम्
(ख) कुतः
(ग) कुत्र
(घ) के
(vi) बहुविधाः अनुप्रयोगाः (APP) मुद्राहीनाय विनिमयाय सहायकाः सन्ति।
(क) कीदृशाः
(ख) के
(ग) कः
(घ) कति
(vii) अद्य रेलयात्रापत्रस्य अनिवार्यता नास्ति।
(क) कः
(ख) किम्
(ग) काः
(घ) का
(viii) एतत् सर्वम् एकेनैव यन्त्रेण कर्तुम् शक्यते।
(क) कः
(ख) का
(ग) कति
(घ) किम्
(ix) अपरिचित-मार्गस्य ज्ञानार्थं मानचित्रस्य आवश्यकता न भविष्यति।।
(क) कस्या
(ख) कस्य
(ग) कस्याः
(घ) केषाम्
(x) डिजीभारतम् इति अस्यां दिशि वयं भारतीयाः द्रुतगत्या अग्रेसरामः।
(क) के
(ख) कः
(ग) का
(घ) काः
उत्तरम्:
(i) (ग) केन,
(ii) (क) कस्याः
(iii) (घ) केषाम्,
(iv) (ख) कः,
(v) (ग) कुत्र,
(vi) (क) कीदृशाः,
(vii) (घ) का,
(viii) (घ) किम्,
(ix) (ख) कस्य,
(x) (क) के।
Hindi Translate
(i) कालपरिवर्तनेन सह मानवस्य आवश्यकता अपि परिवर्तते।
उत्तर: (ग) केन (के द्वारा)
(ii) वैज्ञानिकप्रविधेः प्रगतियात्रा पुनरपि अग्रे गता।
उत्तर: (क) कस्याः (किसकी)
(iii) कर्गदोद्योगे वृक्षाणाम् उपयोगेन वृक्षाः कर्त्यन्ते स्म।
उत्तर: (घ) केषाम् (किनके)
(iv) पर्यावरणसुरक्षायाः दिशि महान् उपकारः भविष्यति।
उत्तर: (ख) कः (क्या)
(v) अद्य आपणे वस्तुक्रयार्थम् रूप्यकाणाम् अनिवार्यता नास्ति।
उत्तर: (ग) कुत्र (कहाँ)
(vi) बहुविधाः अनुप्रयोगाः (APP) मुद्राहीनाय विनिमयाय सहायकाः सन्ति।
उत्तर: (क) कीदृशाः (कैसे)
(vii) अद्य रेलयात्रापत्रस्य अनिवार्यता नास्ति।
उत्तर: (घ) का (क्या)
(viii) एतत् सर्वम् एकेनैव यन्त्रेण कर्तुम् शक्यते।
उत्तर: (घ) किम् (क्या)
(ix) अपरिचित-मार्गस्य ज्ञानार्थं मानचित्रस्य आवश्यकता न भविष्यति।
उत्तर: (ख) कस्य (किसका)
(x) डिजीभारतम् इति अस्यां दिशि वयं भारतीयाः द्रुतगत्या अग्रेसरामः।
उत्तर: (क) के (कौन)
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