आर्यभटः
Solutions For All Chapters Sanskrit Class 8
अभ्यासः
प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरत-(एक पद में उत्तर दीजिए-)
उत्तरम्:
(क) पूर्वदिशायाम् (पूर्वस्याम्)
(ख) उपपाटलिपुत्रम् (पाटलिपुत्रे)
(ग) आर्यभट:
(घ) आर्यभटीयम्
(ङ) आर्यभटः
प्रश्न 2.
पूर्णवाक्येन उत्तरत-(पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए-)
उत्तरम्:
(क) सूर्याचलः पृथिवी च चला या स्वकीये अक्षे घूर्णति इति सम्प्रतं सुस्थापित: सिद्धान्तः।
(ख) सूर्य परितः भ्रमन्त्याः पृथिव्याः चन्द्रस्य परिक्रमापथेन संयोगाद् ग्रहणं भवति।
(ग) पुथ्वीसूर्ययोः मध्ये समागतस्य चन्द्रस्य छायापातेन सूर्यग्रहणं दृश्यते।।
(घ) समाजे नूतनानां विचाराणां स्वीकारणे प्राय: सामान्यजना: काठिन्यमनुभवन्ति।
(ङ) आधुनिकैः वैज्ञानिकैः तस्मिन्, तस्य च सिद्धान्ते समादरः प्रकटितः। अस्मादेव कारणाद् अस्माकं प्रथमोपग्रहस्य नाम आर्यभट इति कृतम्।
Hindi Translate
(क) सूर्य पूर्व दिशा में उगता है और पश्चिम दिशा में अस्त होता है, यह वर्तमान में स्थापित सिद्धांत है।
(ख) सूर्य के चारों ओर घूमने वाली पृथ्वी के चंद्रमा के संपर्क के कारण ग्रहण होता है।
(ग) पृथ्वी और सूर्य के बीच आने वाले चंद्रमा की छाया के कारण सूर्य ग्रहण दिखाई देता है।
(घ) समाज में नए विचारों को स्वीकार करने में आमतौर पर सामान्य लोग कठिनाई का अनुभव करते हैं।
(ङ) आधुनिक वैज्ञानिकों ने इस सिद्धांत में सम्मान प्रकट किया है। इसीलिए हमारे पहले उपग्रह का नाम आर्यभट रखा गया है।
प्रश्न 3.
रेखांकितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत-(रेखांकित पदों के आधार पर प्रश्न निर्माण कीजिए-)
उत्तरम्:
(क) सूर्य कस्याम् दिशायाम् अस्तं गच्छति?
(ख) पृथिवी स्थिरा वर्तते इति कयो प्रचलिता रूढि:?
(ग) आर्यभटस्य योगदान केन संबद्धः वर्तन्ते?
(घ) समाजे नूतनविचाराणाम् स्वीकरणे प्रायः के काठिन्यमनुभवन्ति?
(ङ) कयो: मध्ये चन्द्रस्य छाया पातेन सूर्य ग्रहण भवति?
Hindi Translate
(क) सूर्य किस दिशा में अस्त होता है?
(ख) पृथ्वी स्थिर रहने की कौन सी प्रचलित मान्यता है?
(ग) आर्यभट के योगदान के बारे में कौन जानकारियाँ दी जाती हैं?
(घ) समाज में नए विचारों को स्वीकार करने में किन लोगों को कठिनाई होती है?
(ङ) चंद्रमा की छाया के कारण सूर्य ग्रहण कब होता है?
प्रश्न 4.
मजूषातः पदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत-(मंजूषा से पदों को लेकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-)
नौकाम्, पृथिवी, तदा, चला, अस्तं
उत्तरम्:
(क) सूर्यः पूर्वदिशायाम् उदेति पश्चिमदिशियां च अस्तं गच्छति।
(ख) सूर्यः अचल: पृथिवी च चला।
(ग) पृथिवी स्वकीये अक्षे घूर्णति।
(घ) यदा पृथिव्याः छायापातेन चन्द्रस्य प्रकाशः अवरुध्यते तदा चन्द्रग्रहणं भवति।
(ङ) नौकायाम् उपविष्टः मानवः नौकां स्थिरामनुभवति।
Hindi Translate
(क) सूर्य पूर्व दिशा में उगता है और पश्चिम दिशा में अस्त जाता है।
(ख) सूर्य अचल है और पृथ्वी चलती है।
(ग) पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है।
(घ) जब पृथ्वी की छाया के कारण चंद्रमा का प्रकाश बाधित होता है, तब चंद्र ग्रहण होता है।
(ङ) नाव में बैठे व्यक्ति को नाव स्थिर अनुभव होती है।
प्रश्न 5.
सन्धिविच्छेदं कुरुत-(सन्धि-विच्छेद कीजिए-)
उत्तरम्:
ग्रन्थोऽयम् = ग्रन्थः + अयम्
सूर्याचलः = सूर्य + अचलः
तथैव = तथा + एवं
कालातिगामिनी = काल + अतिगामिनी
प्रथमोपग्रहस्य = प्रथम + उपग्रहस्य
प्रश्न 6.
(अ) अधोलिखितपदानां विपरीतार्थकपदानि लिखत
(निम्नलिखित पदों के विपरीतार्थक पद लिखिए-)
उत्तरम्:
उदयः – अस्तः
अचलः – गतिशीलः ( चलः )
अन्धकारः – प्रकाशः
स्थिरः – गतिशीलः
समादरः – निरादरः ( उपहासः)
आकाशस्य – पातालास्य
(आ) अधोलिखितपदानां समानार्थकपदानि पाठात् चित्वा लिखत- (निम्नलिखित पदों के समानार्थक पद पाठ से चुनकर लिखिए-)
उत्तरम्:
संसारे – लोके
इदानीम् – साम्प्रतम्
वसुन्धरा – पृथिवी
समीपम् – निकषा गणनम् – आकलनम्
राक्षसौ – दानवौ
प्रश्न 7.
अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत-(निम्नलिखित पदों के आधार पर वाक्यों की रचना कीजिए-)
उत्तरम्:
साम्प्रतं छात्राः कक्षायाम् पठन्ति। (फिलहाल छात्र कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं|)
जलम् निकषा जीवाः गच्छन्ति। (जीव-जन्तु जल के निकट जाते हैं।)
बालाः गृहम् परितः भ्रमन्ति। (बच्चे घर में इधर-उधर घूम रहे हैं।)
मार्गे उपविष्टः बालकः रोदति। (सड़क पर बैठा एक बच्चा रो रहा है)
संसारः एव जीवानां कर्मभूमिः वर्तते। (संसार प्राणियों की कर्मभूमि है।)
आर्यभटः भारतस्य प्राचीन: वैज्ञानिकः आसीत्। (आर्यभट्ट भारत के प्राचीन वैज्ञानिक थे)
अतिरिक्त-अभ्यासः
प्रश्न 1.
पाठांशम् पठत प्रश्नान् च उत्तरत- (पाठांश पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए-)
पूर्वदिशायाम् उदेति सूर्यः पश्चिमदिशायां च अस्तं गच्छति इति दृश्यते हि लोके। परं न अनेन अवबोध्यमस्ति यत्सूर्यो गतिशीलः इति। सूर्योऽचलः पृथिवी च चला या स्वकीये अक्षे घूर्णति इति साम्प्रतं सुस्थापितः सिद्धान्तः। सिद्धान्तोऽयं प्राथम्येन येन प्रवर्तितः, स आसीत् महान् गणितज्ञः ज्योतिर्विच्च आर्यभटः। पृथिवी स्थिरा वर्तते इति परम्परया प्रचलिता रूढिः तेन प्रत्यादिष्टा।
Hindi Translate – सूर्य पूर्व दिशा में उगता है और पश्चिम दिशा में अस्त होता है, यह दुनिया में दिखाई देता है। लेकिन यह समझना आवश्यक है कि सूर्य गतिशील है। सूर्य अचल है और पृथ्वी अपने ध्रुव पर घूमती है, यह वर्तमान में स्थापित सिद्धांत है। यह सिद्धांत सबसे पहले आर्यभट द्वारा प्रस्तुत किया गया, जो एक महान गणितज्ञ और ज्योतिषी थे। पृथ्वी स्थिर है, यह एक प्रचलित मान्यता है।
I. एकपदेन उत्तरत- (एक पद में उत्तर दीजिए-)
1. सूर्यः कस्याम् दिशायाम् उदेति? ……………………….
2. महान् गणितज्ञ: ज्योतिर्विद् च कः आसीत? ……………………….
3. कः अचलः अस्ति?……………………….
4. स्वकीये अक्षे का घूर्णति? ……………………….
उत्तरम्
1. पूर्वदिशायाम्
2. आर्यभटः
3. सूर्यः
4. पृथिवी
Hindi Translate –
- सूर्य किस दिशा में उगता है?
- महान गणितज्ञ और ज्योतिषी कौन थे?
- कौन अचल है?
- किसकी धुरी पर घूमती है?
II. पूर्णवाक्येन उत्तरत-(पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए-)।
1. का प्रचलिता रूढिः आर्यभटेन प्रत्यादिष्टा? ……………………….
2. कः सिद्धान्तः सर्वप्रथमम् तेन प्रवर्तितः? ……………………….
उत्तरम्
1. पृथिवी स्थिरा वर्तते इति प्रचलित रूढि: आर्यभटेन प्रत्यादिष्टा।
2. सूर्यः अचलः पृथिवी च चला इति सिद्धान्तः सर्वप्रथमम् आर्यभटेन प्रवर्तितः।
Hindi Translate –
- कौन सी प्रचलित रूढ़ि है जो आर्यभट द्वारा प्रतिपादित की गई?
उत्तर: पृथ्वी स्थिरा वर्तते, यह प्रचलित रूढ़ि है जिसे आर्यभट ने प्रतिपादित किया। - कौन सा सिद्धांत सर्वप्रथम आर्यभट द्वारा प्रवर्तित किया गया?
उत्तर: सूर्य अचल है और पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है, यह सिद्धांत सर्वप्रथम आर्यभट द्वारा प्रवर्तित किया गया।
III. भाषिकार्यम्- (भाषा-कार्य-)
प्रश्न 1.
‘पृथिवी स्थिरा वर्तते’ इति वाक्ये
(i) वर्तते’ क्रियापदस्य कः कर्ता? (पृथिवी, स्थिरा) ……………………….
(ii) किं विशेषण पदम् अत्र प्रयुक्तम्? ……………………….
(iii) अस्ति’ इति क्रियापदस्य कः पर्याय अत्र प्रयुक्तः? ……………………….
उत्तरम्
(i) पृथिवी
(ii) स्थिरा
(iii) वर्तते
Hindi Translate
(i) ‘वर्तते’ क्रियापद का कर्ता कौन है? (पृथ्वी, स्थिर)
(ii) यहाँ कौन सा विशेषण पद है?
(iii) ‘अस्ति’ क्रियापद का क्या पर्याय है?
प्रश्न 2.
विलोमपदं चित्वा लिखत
(i) पूर्वदिशायाम्। ……………………….
(ii) चलः ……………………….
उत्तरम्
(i) पश्चिमदिशायाम्
(ii) अचलः
प्रश्न 3.
सन्धिः विच्छेदः वा क्रियताम्
(i) प्रति+आदिष्टा = ……………………….
(ii) सूर्योऽचलः ………………………. + ……………………….
उत्तरम्
(i) प्रत्यादिष्टा
(ii) सूर्यः+अचल:
प्रश्न 4.
उपसर्गम् निर्दिशत
(i) प्रचलिता – ……………………….
(ii) अवबोध्यम् – ………………………
उत्तरम्
(i) प्र।
(ii) अव
प्रश्न 2.
मञ्जूषाः सहायतया अनुच्छेदपूर्ति कुरुत-(मञ्जूषा की सहायता से अनुच्छेद पूरा कीजिए-)
समाजे ………………………. विचाराणां स्वीकारे प्रायः सामान्यजना: ………………………. अनुभवन्ति। भारतीयज्योमित:शास्त्रे तथैव आर्यभटस्यापि ………………………. अभवत्। तस्य ………………………. उपेक्षिताः। स पण्डितम्मन्यानाम् । ………………………. जातः। ………………………. वैज्ञानिकैः तस्य सिद्धान्ते समादरः प्रकटितः।
उपहासपात्रम्, विरोधः, नूतनानाम्, आधुनिकैः, काठिन्यम्, सिद्धान्ताः
उत्तरम्:
नूतनानाम्, काठिन्यम्, विरोधः, सिद्धान्ताः, उपहासपात्रम्, आधुनिकैः
Hindi Translate
समाज में नए विचारों को स्वीकार करने में आमतौर पर सामान्य लोग कठिनाई का अनुभव करते हैं। भारतीय ज्योतिष और आर्यभट के सिद्धांतों को भी अक्सर उपेक्षित किया जाता है। वह पंडितों द्वारा सम्मानित थे। आधुनिक वैज्ञानिकों ने उनके सिद्धांत में सम्मान प्रकट किया है।
उत्तर:
नए विचारों, कठिनाई, विरोध, सिद्धांत, उपहास पात्र, आधुनिक।
प्रश्न 3.
शब्दार्थान् मेलयत-(शब्दों का अर्थ से मिलान कीजिए-)
उत्तरम्:
प्रश्न 4.
अधोदातानां पदानाम् लिङ्गम् विभक्तिं वचनं च लिखत-(निम्नलिखित पदों के लिंग, विभक्ति व वचन लिखिए-)
उत्तरम्:
प्रश्न 5.
सन्धिः विच्छेदः वा क्रियताम्-(सन्धि अथवा विच्छेद कीजिए-)
1. तथैव = ………………………… + ……………………….
2. इति + अस्मिन् = ……………………………….
3. सिद्धान्तोऽयम् = ………………………… + ……………………….
4. उप+ईक्षिताः = ………………………… + ……………………….
5. पुनरपि = ………………………… + ……………………….
उत्तरम्:
1. तथा + एव
2. इत्यास्मिन्
3. सिद्धान्तः + अयम्।
4. उपेक्षिताः
5. पुनः + अपि प्रश्न
प्रश्न 6.
उदाहरणानुसारं पदपरिचयं ददत-(उदाहरणों के अनुसार पदों का परिचय दीजिए-)
उत्तरम्:
प्रश्न 7.
‘मति’ शब्दस्य रूपाणि पूरयत-(‘मति’ शब्द के रूप पूरे कीजिए-)
उत्तरम्:
बहुविकल्पीयप्रश्नाः
प्रश्न 1.
प्रदत्त-विकलेभ्यः उचितपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत-(दिए गए विकल्पों से उचित पद चुनकर रिक्त स्थान भरिए-)
1. अस्माकम् प्रथमोपग्रहस्य नाम ………………………. अस्ति। (आर्यभटम् / आर्यभटीयम् / आर्यभट:)
2. नौकायाम् उपविष्टः जनः ………………………. स्थिराम् अनुभवति। (नदीम् / पृथिवीम् / नौकाम्)
3. ग्रहणे सूर्यचन्द्रपृथिवी इति त्रीणि एवं ……………………….। (कारणम् / कारणाः / कारणानि)
4. पृथ्वीसूर्ययोः मध्ये समागतस्य चन्द्रस्य छायापातेन ………………………. भवति। (सूर्यग्रहणम् / चन्द्रग्रहणम् / काठिन्यम्)
5. आर्यभटस्य ………………………. पाटलिपुत्रं निकषा आसीत्। (गोशाला / पाठशाला / वेधशाला)
6. तेन आर्यभटीयम् इति ………………………. रचितः। (उपग्रहः / ग्रन्थः । सिद्धान्त:)
7. आर्यभट: ………………………. ज्योतिर्विद् गणितज्ञः च आसीत्। (महान / महानः / महान्)
Hindi Translate
हमारे पहले उपग्रह का नाम ………………………. है। (आर्यभट / आर्यभटीय / आर्यभटः)
नाव में बैठे व्यक्ति ………………………. स्थिर अनुभव करता है। (नदी / पृथ्वी / नाव)
ग्रहण में सूर्य, चंद्र और पृथ्वी ये तीन ………………………. हैं। (कारण / कारणाः / कारणानि)
पृथ्वी और सूर्य के बीच आने वाले चंद्रमा की छाया के कारण ………………………. होता है। (सूर्य ग्रहण / चंद्र ग्रहण / कठिनाई)
आर्यभट का ………………………. पाटलिपुत्र में निकट था। (गोशाला / पाठशाला / वेधशाला)
उसी ने आर्यभटीय ………………………. लिखा। (उपग्रह / ग्रंथ / सिद्धांत)
आर्यभट ………………………. ज्योतिर्विद और गणितज्ञ थे। (महान / महानः / महान्)
उत्तरम्:
1. आर्यभटः,
2. नौकाम्,
3. कारणानि,
4. सूर्यग्रहणम्,
5. वेधशाला,
6. ग्रन्थः,
7. महान्।
प्रश्न 2.
उचितं पदं चित्वा रेखाङ्कितपदम् आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत- (उचित पद चुनकर रेखांकित पद के आधार पर प्रश्न-निर्माण कीजिए-)
1. सूर्यः पश्चिदिशायाम् अस्तं गच्छति? (कस्मिन् / काम् कस्याम्)
2. मानवः पृथिवीं स्थिराम् अनुभवति। (कम् / काम् / किम्)
3. गणितज्योतिषशास्त्रे संख्यानाम् आकलनं महत्त्वम् आदधाति। (केषाम् / कासाम् / कस्याः)
4. यदा पृथिव्याः छायापातेन चन्द्रस्य प्रकाशा: अवरुध्यते तदा चन्द्रग्रहणं भवति। (कः / का / किम्)
5. आर्यभटस्य योगदानं गणित-ज्योतिषा सम्बद्धं वर्तते। (कया / केन / किम्)
Hindi Translate
- सूर्य पश्चिम दिशा में अस्त होता है? (किस दिशा में?)
- मानव पृथ्वी को स्थिर अनुभव करता है। (किसे?)
- गणित-ज्योतिषशास्त्र में संख्याओं का आकलन महत्वपूर्ण है। (किसका?)
- जब पृथ्वी की छाया से चंद्रमा का प्रकाश अवरुद्ध होता है, तब चंद्रग्रहण होता है। (क्या?)
- आर्यभट का योगदान गणित-ज्योतिष से संबंधित है। (किससे?)
उत्तरम्:
1. सूर्यः कस्यां दिशायाम् अस्तं गच्छति?
2. मानवः काम् स्थिराम् अनुभवति?
3. गणितज्योतिषशास्त्रे कासाम् आकलनम् महत्त्वम् आदधाति?
4. यदा पृथिव्याः छायापातेन चन्द्रस्य प्रकाशः अवरुध्यते तदा किम् भवति?
5. आर्यभटस्य योगदान केन सम्बद्ध वर्तते?
Hindi Translate
- सूर्य किस दिशा में अस्त होता है?
- मानव किस चीज को स्थिर अनुभव करता है?
- गणित और ज्योतिष शास्त्र में किसका आकलन महत्वपूर्ण होता है?
- जब पृथ्वी की छाया के कारण चंद्रमा का प्रकाश बाधित होता है, तब क्या होता है?
- आर्यभट के योगदान से कौन सा संबंध है?
प्रश्न 3.
शब्दस्य अथवा धातोः उचितरूपं चित्वा रिक्तस्थाने लिखत–(शब्द अथवा धातु का उचित रूप चुनकर रिक्तस्थान में लिखिए-)
(क)
1. गति-तृतीया एकवचनम्। ………………………. (गतिना / गत्या / गतिम्)
2. अस्मद्-द्वितीया एकवचनम् ………………………. (मम् / मम / माम्)
3. परम्परा-षष्ठी एकवचनम् ………………………. (परम्परस्य / परम्परायाः / परम्परया)
4. सूर्यग्रहण-प्रथमा एकवचनम् ………………………. (सूर्यग्रहण / सूर्यग्रहणः / सूर्यग्रहणम्)
5. पृथिवी-षष्ठी एकवचनम् ………………………. (पृथिव्या / पृथिवस्य / पृथिव्याः)
उत्तरम्:
1. गत्या,
2. माम,
3. परम्परायाः,
4. सूर्यग्रहणम्,
5. पृथिव्याः
(ख)
1. अनु+भू-लङ प्रथम पुरुषः, बहुवचनम्- ………………………. (अनुभूवन् / अनुभवन्तिस्म / अन्वभवन्)
2. अस्ल ट्-उत्तम पुरुषः, बहुवचनम्- ………………………. (स्म / स्मः/ सम:)
3. कृ-विधिलिङ-उत्तम पुरुषः ………………………. (कुर्याम् / कुर्याम / कुर्यान:)
4. वृत्-लट्-प्रथम पुरुषः ………………………. (वर्ते / वर्तते / वर्तसे)
5. रच्–लङ-उत्तम पुरुषः ………………………. (अरचत् / अरचयत् / अरचयम्)
उत्तरम्:
1. अन्वभवन्,
2. स्मः,
3. कुर्याम,
4. वर्तते,
5. अरचयम
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