Notes For All Chapters English It So Happened Class 8
The Fight Summary In English
I
Introduction
Ranji had come to Rajpur only recently. He had not yet made any friends there. There were hills and forests on all sides of Rajpur. He roamed in these places alone. It was very hot. One day he discovered a pool in the forest.
The Pool
The water in the pool was clear. It came there from a cluster of rocks. In the monsoon the water came in large quantities. During the summer the flow was weak. Yet it never dried up like the pools of Rajputana deserts.
Ranji into the Pool
Ranji got into the water. He knew swimming. He had so far known only the muddy pools of Rajputana deserts. This pool was much better. His body was free of fat. It shone in the sunlit water.
Another Boy
The next day Ranji came again. He enjoyed a lot in the coolness of the water. After an hour, he lay to relax on the smooth rocks. It was then that he noticed a boy staring at him in a hostile manner. He was a little older than Ranji and had a well-built body. He stood on the edge of the pool. He seemed waiting for Ranji to explain his presence there.
The Verbal Duel
The boy asked Ranji why he was there. Ranji wanted to be friendly. So he ignored the other boy’s hostility. He asked him to join him in the enjoyment. The other boy did not like it. He came closer to Ranji who was now sitting on the rock. He said that he was a Punjabi and did not like to talk to villagers. Ranji said that he was a Rajput, not a villager. The Punjabi tried his best to scare away Ranji. When Ranji did not run away, he warned that he would beat him.
The Real Fight
Now Ranji claimed vehemently of being a Rajput. The other boy claimed of being a Punjabi. The Punjabi boy made a strange hissing sound. They stared each other in the eye for a minute. Then the Punjabi boy slapped Ranji across the face with all his strength. Ranji felt dizzy. Thick red finger marks were there on his face. Then Ranji pushed a hard, bony fist into the other’s face.
In the Water
Then they were at each other’s throats. Fighting they rolled into the shallows of the pool. Even in the water, they continued fighting. Yet, after five minutes, both of them stood exhausted. Standing at a distance from each other both of them spoke proudly of their states. Then the Punjabi-boy had an inspiration. He proposed to continue fighting next day, Ranji agreed. Then they left the forest by different routes.
II
Ranji Away from the Pool
At home, Ranji could not hide his injuries. His mother insisted on his staying at home for the rest of the day. In the evening, he was able to slip out to the bazar. There he took some lemonade and jalebis. When he had finished it, he saw the Punjabi boy coming down the road. Both of them scowled at each other.
Next Day at the Pool
Ranji reached the pool unwillingly next day. He was feeling weak and knew he would be beaten in another fight. Yet, how could he refuse the challenge ? As long as he fought, he had a right to the pool. He saw the Punjabi boy on a rock on the other side of the pool. Seeing Ranji, he shouted a challenge. He asked Ranji to come to his side and fight. Ranji asked him to come to his side. The Punjabi boy ridiculed. He said that Ranji could not swim the length of that pool.
Ranji Accepts the Challenge
Ranji dived straight into the water. He surfaced on the other side without a splash. The Punjabi boy’s mouth hung open in amazement.
Ranji Becomes his Teacher
The Punjabi boy exclaimed with surprise how he could dive so well. He asked Ranji if he would teach him how to dive. Ranji told him how to dive. The Punjabi boy landed in the water flat on his belly. There was noise which sent the birds screaming from the trees. Ranji laughed a lot. The Punjabi boy came out of the pool spouting water like a whale. Then Ranji executed another fine dive to teach him. It went on for sometime. Then the Punjabi boy said that Ranji must teach him everyday. Ranji agreed.
The Friendship
The two told their names to each other. Then the Punjabi boy asked Ranji if he was not strong. Ranji agreed and said that he (Suraj) was a real pahelwan. The Punjabi boy Suraj said that he would become the world’s champion wrestler. Then looking critically at Ranji he said that Ranji was strong too. However, he said that he was bony. He invited him to have food with him. Suraj proposed a deal. If Ranji taught him diving, he would make Ranji a pahelwan too. Again Ranji agreed.
“It is our pool”, said Suraj, “Nobody else can come here without our permission.” Ranji said that nobody would dare to come there now because now they were friends.
The Fight Summary In Hindi
I
भूमिका
रणजी राजपुर में हाल ही में आया था। अभी वहाँ उसका कोई मित्र नहीं बना था। राजपुर के चारों ओर जंगल और पहाड़ियाँ थीं। वह अकेला ही इन स्थानों पर घूमता रहता था। अत्यधिक गर्मी थी। एक दिन उसे जंगल में एक तालाब मिल गया।
एक ताल
इस ताल में स्वच्छ पानी था। वहाँ यह चट्टानों के एक समूह से आ रहा था। मानसून में पानी बड़ी मात्रा में आती था। गर्मी में बहाव कम हो जाता था। फिर भी राजस्थान (राजपूताना) के रेगिस्तानी तालाबों की भाँति यह कभी सूखता नहीं था।
ताल में रणजी
रणजी पानी में उतर गया। उसे तैरना आता था। अभी तक उसने केवल राजस्थान (राजपूताना) के रेगिस्तानी तालाबों को ही देखा था जो कीचड़ भरे होते थे। यह ताल कहीं अधिक अच्छा था। उसके शरीर पर चर्बी नहीं थी। धूप से चमकते पानी में वह चमक रहा था।
दूसरा लड़का
अगले दिन रणजी फिर आया। पानी की ठंडक में उसने खूब आनंद लिया। एक घंटा बाद वह चिकनी चट्टानों पर लेटा आराम कर रहा था। उसी समय उसने देखा कि एक लड़का उसकी ओर शत्रु-भाव से घूर रहा था। वह उम्र में रणजी से कुछ बड़ा था और उसको शरीर सुदृढ़ था। वह तालाब के किनारे खड़ा था। रणजी अपनी उपस्थिति का कारण बताए, उसके लिए प्रतीक्षा करते हुए वहे दिखाई पड़ रहा था।
शाब्दिक द्वंद्व
लड़के ने रणजी से पूछा कि वह वहाँ क्या कर रहा है। रणजी मैत्रीपूर्ण व्यवहार करना चाहता था। अतः उसने दूसरे लड़के की आक्रामकता को नजरंदाज कर दिया। उसने उसे. आनंद को बाँटने की दावत दी। दूसरे लड़के को यह बात पसंद नहीं आई। वह रणजी के और पास आ गया, जो (रणजी) अब चट्टान पर बैठा हुआ था। वह बोला मैं पंजाबी हूँ और मुझे गाँव वालों से बात करना पसंद नहीं है। रणजी ने कहा कि वह राजपूत है कोई गाँव वाला नहीं। पंजाबी ने रणजी को डरा कर भगाने का पूरा प्रयत्न किया। जब रणजी नहीं भागा तो उसने चेतावनी दी कि वह उसे पीटेगा।
वास्तविक युद्ध
अब रणजी ने शिद्दत (जोश) से अपने राजपूत होने का दावा किया। दूसरे लड़के ने अपने पंजाबी होने का। पंजाबी लड़के ने एक अजीब सी फुफकारने की आवाज की। एक मिनट तक दोनों ने एक-दूसरे की आँख में घूरा। फिर पंजाबी लड़के ने अपनी पूरी शक्ति से रणजी के गाल पर चांटा मारा। रणजी को चक्कर आने लगा। उंगलियों के गहरे लाल निशान उसके चेहरे पर उभर आये थे। फिर रणजी ने एक जोरदार हड्डियों वाला मुक्का उसके चेहरे पर मारा।
पानी में
तब वे एक-दूसरे की गर्दन पर थे। लड़ते-लड़ते वे ताल के उथले पानी में आ गए। पानी में भी वे लड़ते रहे। फिर भी पाँच मिनट बाद वे दोनों थके हुए खड़े थे। एक-दूसरे से थोड़ी दूरी पर खड़े होकर दोनों ने गर्व से अपने राज्यों का नाम दोहराया। तभी पंजाबी लड़के के मन में एक प्रेरणा जागी। उसने प्रस्ताव किया कि यह लड़ाई अगले दिन चलती रहे। रणजी मान गया। तब वे अलग-अलग रास्तों से जंगल से चले गए।
II
रणजी ताल से दूर
घर आकर रणजी अपनी चोटों को छिपा नहीं सका। दिन के शेष भाग में उसकी माँ ने उसके घर पर रुकने की जिद की। शाम को वह चुपचाप घर से निकल कर बाजार चला गया। वहाँ उसने कुछ लैमन और जलेबी ली। जब वह इसे ले चुका तो उसने पंजाबी लड़के को सड़क पर उस तरफ आते देखा। दोनों ने एक-दूसरे को देखकर मुँह बनाया।
ताल पर अगला दिन
अगले दिन रणजी अनिच्छापूर्वक ताल पर पहुँचा। वह कमजोरी अनुभव कर रहा था और जान गया कि अगली लड़ाई में वह हार जाएगा। फिर भी वह चुनौती से कैसे भाग सकता था ? जब तक झगड़ा चल रहा था, ताल पर उसका अधिकार बना हुआ था। उसने पंजाबी लड़के को ताल के दूसरी ओर चट्टाने पर बैठे देखा। रणजी को देखकर उसने जोर से चुनौती दी। उसने रणजी से कहा कि उसके किनारे पर आकर उससे लड़े। रणजी ने उससे उसकी तरफ आने को कहा। पंजाबी लड़के ने मजाक उड़ाया। उसने कहा कि रणजी तैर कर वह तालाब पार नहीं कर सकता था।
रणजी चुनौती स्वीकार करता है।
रणजी ने सीधे पानी में गोता लगाया। बिना ‘छपाक’ की आवाज के वह दूसरे किनारे पर पानी के ऊपर आ गया। हैरानी से पंजाबी लड़के का मुँह खुला रह गया।
रणजी उसका शिक्षक बनता है।
हैरानी से पंजाबी लड़का बोला कि उसने इतनी अच्छी डुबकी कैसे लगाई। उसने रणजी से पूछा कि क्या वह उसे डुबकी लगाना सिखा देगा। रणजी ने उसे डुबकी लगाने का तरीका बताया। पंजाबी लड़के ने पानी में छलांग लगाई और पेट के बल कूदा। शोर हुआ जिसके कारण पक्षी पेड़ों से चीखते हुए उड़ गए। रणजी खूब हँसा। पंजाबी लड़की व्हेल मछली की तरह पानी उगलता हुआ ताल से बाहर आया। फिर उसे सिखाने के लिए रणजी ने एक और शानदार डुबकी लगाई। कुछ देर तक यह चलता रहा। फिर पंजाबी लड़के ने कहा कि वह प्रतिदिन उसे (सूरज को) यह सिखाए। रणजी मान गया।
मैत्री
दोनों ने एक-दूसरे को अपने नाम बताए। फिर पंजाबी लड़के ने रणजी से पूछा कि क्या वह शक्तिशाली नहीं था। रणजी सहमत हो गया और बोला कि वह (सूरज) असली पहलवान है। पंजाबी लड़का सूरज बोला कि वह संसार का सर्वश्रेष्ठ पहलवान बनेगा। फिर रणजी की ओर समीक्षात्मक दृष्टि से देखता हुआ वह बोला कि रणजी भी शक्तिशाली है। पर उसने कहा कि वह दुबला है। उसने उसे अपने साथ भोजन करने की दावत दी। सूरज ने एक सौदे का प्रस्ताव रखा अगर वह उसे गोता लगाना (डुबकी) सिखाएगा तो वह रणजी को पहलवान भी बना देगा। एक बार फिर रणजी मान गया।
“यह हमारा ताल है”, सूरज बोला। ”हमारी आज्ञा के बिना कोई दूसरा यहाँ नहीं आ सकता है।” रणजी ने कहा कि अब वहाँ आने की हिम्मत कोई नहीं करेगा क्योंकि अब वे मित्र हो गए थे।
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