Notes For All Chapters English Honeydew Class 8
The Tsunami Summary In English
I
Introduction
This part gives us some important and inspiring incidents. These occurred when tsunami hit some parts of India. The stories are from Andaman and Nicobar islands.
Unfortunate Ignesious
The first story is about Ignesious. His wife woke him up at 6 a.m. sensing an earthquake. Ignesious put the television on the ground to save it from the quake. Then all the members of the family rushed out. When the tremors stopped, they saw the sea rising. This caused them confusion. They ran but in opposite directions. His wife was swept away. Her two children along with her father and brother were also lost. Thus Ignesious lost his wife, two children, his father-in-law and his brother-in-law in the tsunami.
Brave Sanjeev
Sanjeev was a policeman. He managed to save himself, his wife and his baby daughter. Then he heard the cries for help. These were from John’s wife. John was the guest house cook. Sanjeev jumped into the water to save her. They both were swept away and drowned.
Fortunate Meghna
Meghna was 13 years old. She was swept away along with her parents and seventy-seven other people. She held on to a wooden door and kept floating on it for two days. She was brought to the shore by a wave and saved.
Tragedy of Almas
Almas was ten years old. The family was sleeping but her father had woken up. He saw the water receding after the tremors. He knew it would come back with great force. He woke everyone trying to rush to a safer place. As they ran his father fell down. Almas’s father rushed to help him. Then came a big wave and swept them both away. Her mother and aunts were washed away too. They were swept away with the tree they were holding on to.
A Log of Wood
Almas saw a log of wood floating. She climbed on to it. Then she fainted. She woke up in a hospital in Kamorta.
II
Intelligent Tilly
This is a story from Thailand.
Tilly’s family had come to Thailand from England to celebrate Christmas. It was December 26. She was standing with her family on the beach. Tilly and her mother Penny Smith both saw the water swelling. The beach was getting smaller and smaller every moment. They saw the sea slowly rise and start to foams. Tilly saw the sea making whirlpools.
Bad Signs
Tilly’s mother was not alarmed by these signs. Tilly remembered the video that her geography teacher had shown in the class two weeks before. It occurred to her that these were the sure signs of tsunami. She screamed and asked her family to go off the beach. The mother did not sense anything terrible. She, however, felt that her daughter must be right.
Tilly the Saviour
Tilly’s parents took her and her sister to the swimming pool at the hotel. Many others also left the beach with them, “Then it was as if the entire sea had come after them.” The family took refuge in the third floor of the hotel. The building withstood the force of the tsunami. If they had stayed on the beach, they I would have been dead
III
The Animal Sense
Some people believe that animals possess a sixth sense. Tsunami killed 1,50,000 people but only a few animals died. In Yala National Park in Sri Lanka sixty visitors were washed away but only two animals died. In the same Park people had observed three elephants run away from the beach an hour before the tsunami hit. A man on the coast near Galle in Sri Lanka had two dogs. On that fatal day of tsunami they refused to go to the beach with their master. So the master too stayed back. Thus the dogs had saved his life also.
The Tsunami Summary In Hindi
I
भूमिका
इस भाग में हमें कुछ महत्त्वपूर्ण और प्रेरक घटनाएँ मिलती हैं। ये वे घटनाएँ हैं जो तब घटीं जब सुनामी ने भारत के कुछ भागों को तबाह किया। ये कहानियाँ अंडमान और निकोबार द्वीपों से संबंधित हैं।
अभागा इगनेसियस
पहली कहानी इगनेसियस के बारे में है। भूचाल का अहसास कर उसकी पत्नी ने उसे प्रातः छः बजे जगा दिया। भूचाल से बचाने के लिए इग्नेसियस ने टेलीविजन को जमीन पर रखा। फिर परिवार के सारे सदस्य बाहर दौड़े। जब भूचाल के झटके बंद हुए तब उन्होंने समुद्र में उफान देखा। इससे वे भ्रमित हो गए। वे दौड़े परंतु विपरीत दिशाओं में। उसकी पत्नी बह गयी। उसके दोनों बच्चे भी उस (पत्नी) के पिता और भाई के साथ बिछुड़ गए। इस प्रकार इगनेसियस ने सुनामी में अपनी पत्नी, दो बच्चों, अपने ससुर और अपने साले को खो दिया।
बहादुर संजीव
संजीव पुलिस का सिपाही था। उसने स्वयं को, अपनी पत्नी और अपनी शिशु पुत्री को बचा लिया था। तभी उसे सहायता को पुकारती चीखें सुनाई दीं। ये जॉन की पत्नी की थी। जॉन गेस्टहाउस का रसोइया था। उसे बचाने के लिए संजीव पानी में कूद गया। वे दोनों बह गए और डूब गए।
भाग्यवान मेघना
मेघना 13 वर्ष की थी। वह अपने माता-पिता व 77 अन्य व्यक्तियों के साथ बह गयी। उसने लकड़ी के एक दरवाजे को पकड़ लिया और उसके ऊपर दो दिन तक तैरती रही। एक लहर के साथ वह किनारे आ गयी और वह बच गयी।
अल्मास की त्रासदी
अल्मास दस वर्ष की थी। परिवार सो रहा था पर उसका पिता जाग गया था। भूकंप के झटकों के बाद उसने पानी को पीछे हटते देखा। वह समझ गया कि यह बड़ी ताकत से वापस आएगा। उसने हर व्यक्ति को जगाया और अधिक सुरक्षित स्थान पर पहुँचने का प्रयत्न किया। जब वे भाग रहे थे, उसके पिता गिर गए। अल्मास का पिता उसकी सहायता के लिए बढ़ा। तभी एक विशाल लहर आयी और उन दोनों को बहा कर ले गयी। उसकी (अल्मास की) माँ और बुआ भी बह गयीं। वे उस पेड़ के साथ ही बह गयीं जिसको पकड़ कर वे खड़ी हुई थीं।
लकड़ी का लट्ठा
अल्मास ने लकड़ी के एक लट्ठे को बहता देखा। वह इस पर चढ़ गई। फिर वह मूर्छित हो गयी। जब उसकी आँख खुली तब वह कमोरटा के अस्पताल में थी।
II
बुद्धिमान टिली
यह कहानी थाइलैंड की है।
टिली का परिवार क्रिसमस मनाने के लिए इंग्लैंड से थाइलैंड आया था। यह 26 दिसंबर की बात है। वह अपने परिवार के साथ समुद्र-तट (बीच) पर खड़ी थी। टिली और उसकी माँ पेनी-स्मिथ दोनों ने पानी को उठता हुआ देखा। समुद्र तट प्रतिक्षण छोटा होता जा रहा था। उन्होंने देखा कि समुद्र धीरे-धीरे ऊपर उठ रहा है और उसमें झाग बन रहा है। टिली ने समुद्र के अंदर भंवर बनते देखे।
बुरे चिह्न
टिली की माँ इन संकेतों से डरी नहीं। टिली को वह वीडियो याद आया जो उसकी भूगोल टीचर ने दो सप्ताह पूर्व कक्षा में दिखाया था। उसे लगा कि ये निश्चित रूप से सुनामी के संकेत थे। वह चीखी और अपने परिवार को समुद्र तट से दूर जाने को कहा। माँ को कुछ आतंक नज़र न आया। पर उसे लगा कि उसकी बेटी की बात ठीक होगी।
रक्षक टिली
टिली के माता-पिता उसे और उसकी बहन को होटल के स्वीमिंग पूल में ले आए। उनके साथ बहुत से अन्य लोग भी समुद्र तट से दूर चले गए। तब ऐसा हुआ मानो सारा समुद्र उनके पीछे पीछे आ गया था।” परिवार ने होटल की तीसरी मॅज़ल में शरण ली। उस भवन ने सुनामी की शक्ति का सामना सफलतापूर्वक कर लिया। अगर ये लोग समुद्र-तट पर रुक गए होते, तो मर गए। होते।
III
पशु दृष्टि
कुछ लोगों का विश्वास है कि पशुओं के पास छठी इंद्रिय होती है। सुनामी से 1,50,000 लोगों की मृत्यु हुई किंतु केवल कुछ पशु ही मरे। श्रीलंका के येल नेशनल पार्क में 60 पर्यटक/सैलानी बह गए परंतु केवल दो पशु मरे। उसी पार्क में लोगों ने देखा कि सुनामी के आक्रमण से लगभग एक घंटा पहले ही तीन हाथी बीच से दूर भाग रहे थे। श्रीलंका के गैले बंदरगाह के पास रहने वाले एक व्यक्ति के पास दो कुत्ते थे। सुनामी के घातक दिन को उन्होंने अपने मालिक के साथ समुद्र-तट पर जाने से इनकार कर दिया। अतः मालिक भी रुक गया। इस प्रकार कुत्तों ने उसका जीवन भी बचा लिया।
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