RBSE Solutions For All Chapters Vigyan Class 7
सही विकल्प का चयन कीजिए
प्रश्न 1.
जलीय प्राणियों का अनुकूलन है
(अ) गलफड़े का पाया जाना
(ब) शरीर पर शल्कों की उपस्थिति ।
(स) अण्डे देना
(द) ये सभी
उत्तर:
(द) ये सभी
प्रश्न 2.
राजस्थान का राज्य पक्षी है
(अ) मोर
(ब) कबूतर
(स) गोडावण
(द) तोता
उत्तर:
(स) गोडावण
प्रश्न 3.
शरीर पर घने बाल व त्वचा के नीचे वसा की मोटी परत कौन-से आवास की विशेषता है ?
(अ) जलीय
(ब) मरुस्थलीय
(स) ध्रुवीय
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(स) ध्रुवीय
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. सजीवों की वे शारीरिक विशेषताएँ, जो उन्हें विशेष वातावरणीय अवस्थाओं में जीवित रहने के अनुकूल बनाती है …………. कहलाती हैं।
2. पक्षियों की हड्डियाँ ………. एवं शरीर ……….. से ढंका रहता है।
3. जलीय जीवों में आँखों पर …………. पटल होती है।
उत्तर:
1. अनुकूलन
2. खोखली, पंखों
3. निमेषक
लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पक्षियों के शरीर में कौन-कौन सी विशेषताएँ होती हैं जो उन्हें उड़ने के अनुकूल बनाती हैं ?
उत्तर:
पक्षियों के शरीर की निम्न विशेषताएँ उन्हें उड़ने के लिए अनुकूल बनाती हैं
- शरीर को हल्का एवं नौकाकार होना।
- हड़ियों का खोखली एवं वायु भरी होना।।
- अग्रपादों का पंखों में रूपान्तरण होना तथा
- हृदय अधिक शक्तिशाली होना जो पंखों को उड़ते समय रक्त, पोषण व ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है।
प्रश्न 2.
यदि ऊँट के पैर गद्दीदार नहीं होते तो क्या होता ?
उत्तर:
ऊँट के पैर गद्दीदार होने के कारण ये रेत में फँसते नहीं हैं और ऊँट आसानी से रेगिस्तान के रेत में चल पाता है। यदि । ऊँट के पैर गद्दीदार न होते तो इसे रेत पर चलने में बहुत कठिनाई होती।
प्रश्न 3.
यदि ध्रुवीय भालू में त्वचा के नीचे वसा की मोटी परत नहीं होती तो उसका क्या प्रभाव पड़ता ?
उत्तर:
ध्रुवीय क्षेत्रों में अधिकांश समय भूमि बर्फ से ढंकी रहती है। यहाँ अत्यधिक सर्दी होती है। ध्रुवीय भालू की त्वचा के नीचे स्थित वसा की मोटी परत इसे सर्दी से बचाती है। यदि वसी की परत न होती तो इन भालुओं का ध्रुवों पर रहना मुश्किल हो जाता।
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
स्थलीय एवं जलीय जीवों के अनुकूलन में क्या अन्तर है ?
उत्तर:
स्थलीय एवं जलीय जीवों के अनुकूलन में अन्तर
जलीय अनुकूलन | स्थलीय अनुकूलन |
1. जलीय जीवों के आवास, नदी, तालाब, झील, झरना, समुद्र आदि होते हैं। | स्थलीय जीवों के आवास वन, |घास के मैदान, पर्वत, रेगिस्तान, बर्फीले ध्रुव आदि होते हैं। |
2. जलीय जीव प्रायः जल में घुली हुई ऑक्सीजन का प्रयोग करते हैं। | ये गैसीय ऑक्सीजन का प्रयोग करते हैं। |
3. इनमें श्वसन प्राय: गलफड़ों द्वारा होता है। | इनमें श्वसन फेफड़ों द्वारा होता है। |
4. इनकी त्वचा पर शल्क पाए जाते हैं। | इनकी त्वचा पर विभिन्न प्रकार के अनुकूलन होते हैं। |
5. इनमें वायुकोष होते हैं। | इनमें वायुकोष उपस्थित या अनुपस्थित होते हैं। |
6. इनका शरीर प्रायः धारारेखीय होता है। | इनका शरीर विभिन्न आकार -प्रकार का होता है। |
प्रश्न 2.
ऊँट के शरीर में क्या-क्या विशेषताएँ होती हैं जो उसे मरुस्थल में रहने के अनुकूल बनाती हैं ?
उत्तर:
ऊँट के रेगिस्तान या मरुस्थल में रहने के लिए निम्नलिखित विशेषताएँ पायी जाती हैं
- इसके पैरों के तलवे चौड़े एवं गद्दीदार होते हैं जिससे इसके पैर रेतीली जमीन में धुंसते नहीं हैं और यह आसानी से रेत में चल सकता है।
- यह एक बार में काफी मात्रा में पानी पीकरे कई दिनों तक बिना पानी पिए रह सकता है।
- इसका मूत्र गाढ़ा होता है एवं त्वचा मोटी होती है जिससे पानी की मूत्र या पसीने के रूप में बर्बादी नहीं होती है।
- इसका मल भी शुष्क होता है।
- इसके कूबड़ (hump) में वसा संचित रहती है। आवश्यकता पड़ने पर वसा के विघटन से जल उत्पन्न होता है जिससे कुछ समय के लिए पानी की आपूर्ति हो जाती है।
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