RBSE Solutions For All Chapters Vigyan Class 7
सही विकल्प का चयन कीजिए।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से दाब का मात्रक है
(अ) न्यूटन
(ब) मीटर/से
(स) न्यूटन/मीटर
(द) जूल
उत्तर:
(स) न्यूटन/मीटर
प्रश्न 2.
द्रव के स्तम्भ की ऊँचाई बढ़ने पर दाब होता है
(अ) कम
(ब) अधिक
(स) अपरिवर्तित
(द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(ब) अधिक
प्रश्न 3.
कमानीदार तुला से मापन होता है ?
(अ) कार्य का
(ब) भार को
(स) चाल का
(द) लम्बाई का
उत्तर:
(ब) भार को
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. पृथ्वी की सतह से ऊँचाई पर जाने से दाब …………. है।
2. तरल में डूबी हुई वस्तुओं पर ऊपर की ओर कार्यरत बल को …………. बल कहते हैं।
3. पास्कल …………… का मात्रक है।
उत्तर:
1. घटता
2. उत्प्लावन
3. दाब
लघु उत्तररात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
दाब किसे कहते हैं ?
उत्तर:
दाब (Pressure)—किसी वस्तु के एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाले लम्बवत् बल को दाब कहते हैं।
दाब का मात्रक न्यूटन/मीटर2 या ‘पास्कल’ होता है।
प्रश्न 2.
सब्जी काटने वाला चाकू तीक्ष्ण क्यों होता है ?
उत्तर:
चाकू के तीक्ष्ण होने पर उसका सम्पर्क क्षेत्रफल कम हो जाता है जिसके परिणामस्वरूप कम बल लगाने पर अधिक दाब आरोपित होता है एवं सब्ज़ी आसानी से कट जाती है।
प्रश्न 3.
क्षेत्रफल बढ़ने पर दाब पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर:
क्षेत्रफल बढ़ने पर दाब कम हो जाता है।
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
दैनिक जीवन में वायुमण्डलीय दाब का महत्व समझाइए।
उत्तर:
वायुमण्डलीय दाब हमारे दैनिक जीवन को अनेकों प्रकार से प्रभावित करता है। उदाहरणार्थ
- पृथ्वी की सतह पर वायुमण्डलीय दाब में विविधता मौसम परिवर्तन के लिए उत्तरदायी होती है।
- कम वायुमण्डलीय दाब तूफान, टॉरनेडो तथा हरीकेन आदि आपदाओं के लिए उत्तरदायी है।
- पृथ्वी पर वायुमण्डलीय दाब की विविधता के कारण पृथ्वी पर पवन (Wind) का प्रवाह होता है।
- अत्यधिक ऊँचाई पर वायुमण्डलीय दाब अत्यन्त कम होता है इसलिए पर्वतारोही अल्पदाब से बचने के लिएविशेष प्रकार के वस्त्र पहनते हैं तथा कृत्रिम श्वसन के साधनों का प्रयोग करते हैं।
- पेयजल, वयं जल, रसायनों तथा खाद्यों को संपीडित वायु द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थानों तक पहुँचाया जाता है।
- विभिन्न वाद्य यंत्र वायुमण्डलीय दाब के अनुसार ध्वनि उत्पादित करते हैं।
- संपीडित गैसों का प्रयोग यांत्रिक गति के लिए किया जाता है।
- संपीडित वायु का प्रयोग खनन (mining) क्षेत्र में किया जाता है।
- शीतल पेय का स्ट्रॉ द्वारा सेवन वायुमण्डलीय दाब के कारण ही सम्भव है।
- व्यक्तियों का रक्तदाब (Blood Pressure) वायुमण्डलीय दाब से प्रभावित होता है।
प्रश्न 2.
उत्प्लावन बल किसे कहते हैं ? प्रयोग द्वारा समझाइए कि उत्प्लावन बल वस्तु द्वारा हटाए गए भार के बराबर होता है ?
उत्तर:
उत्प्लावन बल (Buoyant Force)- तरल (द्रव) में डूबी हुई वस्तुओं पर ऊपर की ओर एक उछाल बल कार्य करता है। इस बल को उत्प्लावन बल कहते हैं। तरल पदार्थों का यह गुण उत्प्लावकता कहलाता है। उत्प्लावन बल वस्तु द्वारा हटाए गए भार के बराबर होता है। इसे हम निम्न प्रयोग द्वारा सिद्ध कर सकते हैंएक पत्थर लीजिए। उसे धागे से कमानीदार तुला पर चित्र
(अ) के अनुसार बाँधकर इसके भार का मान तुला के पैमाने से ज्ञात कीजिए। अब इसे जल से भरे पात्र में रखिए। जल में इसके भार W’ का मान तुला से ज्ञात कीजिए। वस्तु के हवा में भार W में से वस्तु के भार W’ को घटाकर वस्तु के भार में कमी ज्ञात कीजिए। अब चित्र
(ब) में दर्शाए अनुसार हटाए गए (विस्थापित) जल को एक नपना गिलास में एकत्रित कर लीजिए। इस हटाए गए जल का भार ज्ञात कीजिए। हम पाते हैं कि वस्तु द्वारा विस्थापित जल का भार । वस्तु के भार में कमी (W-W’) के बराबर होता है। यह मान वस्तु पर लगने वाले उत्प्लावन बल के बराबर होता है। अतः उत्प्लावन बल = वस्तु द्वारा हटाए गए द्रव का भार
प्रश्न 3.
समझाइए कि वायु की तरह द्रव भी दाब डालते हैं।
उत्तर:
यदि किसी बर्तन में द्रव भरा हो तो वह बर्तन की दीवारों तथा तल पर दाब डालता है, इसे द्रव दाब कहते हैं। बर्तन की दीवार अथवा तली के प्रति एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाला बल ही द्रव का दांब कहलाता है। यदि एक बर्तन को लेकर उस पर विभिन्न ऊँचाइयों पर समान आकार के तीन छेद A, B, C करके टेप से बन्द कर देते हैं। अब बर्तन को पानी से पूरा भरकर स्टूल पर रख देते हैं। तीनों छेदों को खोलकर उनसे निकलने वाले जल का अवलोकन करने पर हम यह पाते हैं कि जो छेद बर्तन के खुले भाग के समीप होता है
उससे निकलने वाले जल की गति धीमी होती है जबकि खुले तल से दूर वाले छेदों से निकलने वाले जल के प्रवाह की गति बढ़ती जाती है। यदि जल के प्रवाह को रोकना हो तो खुले तल के पास वाले छेद पर कम बल लगाना पड़ता है जबकि खुले तल से दूर वाले छेद पर अधिक बल लगाना पड़ता है। इससे यह सिद्ध होता | है कि द्रव दाब डालते हैं।
जानें और बताएँ
प्रश्न 1.
आपने महिला को सिर पर पानी से भरा घड़ा लेकर जाते देखा होगा। वह घड़े और सिर के बीच कपड़े को लपेट कर रखती है। ऐसा क्यों करती है ?
उत्तर:
पानी से भरे घड़ा तथा सिर के बीच लपेट कर कपड़े को रखने से घड़ा तथा सिर के मध्य का सम्पर्क क्षेत्रफल बढ़ जाता है जिसके परिणामस्वरूप घड़े द्वारा सिर पर आरोपित बल दाब कम हो जाता है अतः घड़ा हल्का प्रतीत होता है। इसलिए महिलाएँ घड़े तथा सिर के मध्य कपड़ा लपेट कर रखती हैं।
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