Solutions For All Chapters Sanskrit Class 6
2. श्लोकांशान् योजयत-
क | ख |
तस्मात् प्रियं हि वक्तव्यं | वचने का दरिद्रता। |
गच्छन् पिपीलको याति | योजनानां शतान्यपि। |
प्रियवाक्यप्रदानेन | सर्वे तुष्यन्ति जन्तवः। |
किं भवेत् तेन पाठेन | जीवने यो न सार्थकः। |
काकः कृष्णः पिकः कृष्णः | को भेदः पिककाकयोः। |
Ans .3: प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत- (क) सर्वे जन्तवः प्रियवाक्येनप्रदानेन तुष्यन्ति? (सभी जीव प्रिय वाक्य के द्वारा दान से संतुष्ट होते हैं।) (ख) पिककाकयोः भेदः वसंतसमये भवति। (बगुला और कौआ के बीच का अंतर वसंत ऋतु में होता है।) (ग) पिपीलकः गच्छन् योजनानां शातन्यपि याति। (चींटियाँ भी यात्रा करती हैं और कई योजनाओं का पैमाना पार करती हैं।) (घ) अस्माभिः प्रियं वक्तव्यम्। (हमें प्रिय बातें बोलनी चाहिए।)
Ans .4: उचितकथनानां समक्षम् ‘आम्’ अनुचितकथनानां समक्षं- ‘न’ इति लिखत-
(क) काकः कृष्णः न भवति। न
कौआ काला नहीं होता है। नहीं (कौआ वास्तव में काला होता है)
(ख) अस्माभिः प्रियं वक्तव्यम्। आम्
हमें प्रिय बातें कहनी चाहिए। हाँ
(ग) वसन्तसमये पिककाकयोः भेदः भवति। आम्
वसंत के समय में पपीहे और कौए में अंतर होता है। हाँ
(घ) वैनतेयः पशुः अस्ति। न
गरुड़ (वैनतेय) पशु है। नहीं (गरुड़ पक्षी है)
(ङ) वचने दरिद्रता कर्त्तव्या। आम्
वचन में दरिद्रता (दुख) करनी चाहिए। हाँ (अर्थात, हमें सच बोलना चाहिए, भले ही वह दुखद हो)
Ans .5: मञ्जूषातः समानार्थकानि पदानि चित्वा लिखत-
वचने – कथने
वैनतेयः – गरुडः
पुस्तके – ग्रन्थे
रवेः – सूर्यस्य
पिकः – कोकिलः
Ans .6: विलोमपदानि योजयत-
क | ख | |
सार्थकः | निरर्थकः | |
कृष्णः | श्वेतः | |
अनुक्तम् | उक्तम् | |
गच्छति | आगच्छति | |
जागृतस्य | सुप्तस्य |
Explanation not done sir