Solutions For All Chapters Sanskrit Class 6
1. उच्चारणं कुरुत।
यत्र | यदा | अपि | अहर्निशम् |
तत्र | तदा | अद्य | अधुना |
कुत्र | कता | श्वः | एव |
अत्र | एकदा | ह्यः | कुतः |
अन्यत्र | च | प्रातः | सायम् |
Ans .2: मञ्जूषातः उचितम् अव्ययपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत- अद्य अपि प्रातः कदा सर्वदा अधुना (क) प्रातः भ्रमणं स्वास्थ्याय भवति। (सुबह की सैर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है।) (ख) सर्वदा सत्यं वद। (हमेशा सत्य बोलो।) (ग) त्वं कदा मातुलगृहं गमिष्यसि? (तुम कब मामा के घर जाओगे?) (घ) दिनेशः विद्यालयं गच्छति, अहम् अपि तेन सह गच्छामि। (दिनेश विद्यालय जाता है, मैं भी उसके साथ जाता हूँ।) (ङ) अधुना विज्ञानस्य युगः अस्ति। (अब विज्ञान का युग है।) (च) अद्य रविवासरः अस्ति। (आज रविवार है।)
Ans .3: अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तरं लिखत- (क) शृगालस्य मित्रं बकः आसीत्। (गीदड़ का मित्र बगुला था।) (ख) स्थालीतः बकः भोजनं न अखादत्। (बगुला ने पात्र से भोजन नहीं खाया। (ग) बकः शृगालाय भोजने संकीर्णमुखे कलशे क्षीरोदनम् अयच्छत्। (बगुला ने गीदड़ को भोजन में संकीर्ण मुख वाले कलश में दूध-चावल दिया।) (घ) शृगालस्य स्वभावः कुटिलस्वभावः भवति। (गीदड़ की स्वभाविक प्रवृत्ति चालाक होती है।)
Ans .4: पाठात् पदानि चित्वा अधोलिखितानां विलोमपदानि लिखत-
सुखदम् | दुखदम् | दुर्व्यवहारः | सद्व्यवहारः |
शत्रुता | मित्रता | सायम् | प्रातः |
अप्रसन्नः | प्रसन्नः | असमर्थः | समर्थ |
Ans .5: मञ्जूषातः समुचितपदानि चित्वा कथां पूरयत-
एकदा एकः काकः पिपासितः आसीत्। सः जलं पातुम् इतस्ततः अभ्रमत्। परं कुत्राणि जलं न प्राप्नोत। अन्ते सः एकं घटम् अपश्यत्। घटे स्वल्पम् जलम् आसीत्। अतः सः जलम् पातुम् असमर्थः अभवत्। सः एकम् उपायम् अचिन्तयत्। सः पाषाणस्य खण्डानि घटे अक्षिपत्। एवं क्रमेण घटस्य जलम् उपरि आगच्छत्। काकः जलं पीत्वा संतुष्टः अभवत्। परिश्रमेण एव कार्याणि सिध्यन्ति न तु मनोरथैः।
एक बार एक कौआ प्यासा था। वह पानी पीने के लिए इधर-उधर उड़ता रहा, लेकिन उसे कहीं भी पानी नहीं मिला। अंत में उसने एक बर्तन देखा जिसमें थोड़ा सा पानी था। लेकिन बर्तन में पानी बहुत कम था, जिससे वह पानी पीने में असमर्थ हो गया। उसने एक उपाय सोचा। उसने बर्तन में पत्थर के टुकड़े डाल दिए। इस प्रकार धीरे-धीरे बर्तन का पानी ऊपर आ गया। कौआ पानी पीकर संतुष्ट हो गया। यह दिखाता है कि केवल मेहनत से ही काम सफल होते हैं, न कि केवल इच्छाओं से।
Ans 6. तत्समशब्दान् लिखत-
सियार | शृगालः | |
कौआ | काकः | |
मक्खी | मक्षिकाः | |
बन्दर | वानरः | |
बगुला | बकः | |
चोंच | चञ्चुः | |
नाक | नासिकाः |
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