Solutions For All Chapters Sanskrit Class 6
Ans 1: अधोलिखितानां पदानां समुचितान् अर्थान् मेलयत-
क | ख | |
हस्ते | करे | |
सद्यः | शीघ्रम् | |
सहसा | अकस्मात् | |
धनम् | द्रविणम् | |
आकाशम् | गगनम् | |
धराम् | पृथ्वीम् |
Ans 2: मञ्जूषातः उचितं विलोमपदं चित्वा लिखत-
(क) चतुरः – मूर्खः
— चतुर (समझदार) – मूर्ख (असमझदार)
(ख) आनेतुम् – नेतुम्
— लाने के लिए – ले जाने के लिए
(ग) निर्गच्छति – प्रवेशति
— बाहर जाता है – अंदर जाता है
(घ) स्वामी – सेवकः
— मालिक – सेवक
(ङ) प्रसन्नः – दुःखितः
— खुश – दुखी
(च) उच्चैः – नीचैः
— ऊँचा – नीचा
Ans 3:मञ्जूषातः उचितम् अव्ययपदं चित्वा रिक्तस्थनानि पूरयत-
इव | अपि | एव | च | उच्चैः |
(क) बालकाः बालिकाः च क्रीडाक्षेत्रे क्रीडन्ति। (बालक और बालिकाएँ खेल के मैदान में खेलते हैं।)
(ख) मेघाः उच्चै गर्जन्ति। (बादल ऊँचाई से गर्जन करते हैं।)
(ग) बकः हंसः इव श्वेतः भवति। (बक (टूट) हंस की तरह सफेद होता है।)
(घ) सत्यम् एव जयते। (सत्य ही विजयी होता है।)
(ङ) अहं पठामि, त्वम् अपि पठ। (मैं पढ़ता हूँ, तुम भी पढ़ो।)
Ans 4: अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत-
(क) अजीजः गृहं गन्तुं अवकाशं वाञ्छति।
— अजीज घर जाने के लिए छुट्टी चाहता है।
(ख) स्वामी चतुरः आसीत्।
— स्वामी चालाक था।
(ग) अजीजः वृद्धाम् व्यथां श्रावयति।
— अजीज वृद्धा को पीड़ा बताता है।
(घ) अन्या मक्षिका ललाटे दशाति।
— दूसरी मक्खी माथे पर काटती है।
(ङ) स्वामी अजीजाय धनम् दातुं न इच्छति।
— मालिक अजीज को पैसे नहीं देना चाहता।
Ans 5:निर्देशानुसारं लकारपरिवर्तनं कुरुत-
यथा- अजीजः परिश्रमी आसीत्। (लट्लकारे)अज़ीज़ एक परिश्रमी व्यक्ति था। | अजीजः पश्रिमी अस्ति।अजीज एक परिश्रमी व्यक्ति हैं। |
(क) अहं शिक्षकाय धनं ददामि। (लृट्लकारे) मैं शिक्षक को धन देता हूँ | अहं शिक्षकाय धनं दास्यामि। मैं शिक्षक को धन दूंगा। |
(ख) परिश्रमी जनः धनं प्राप्स्यति। (लट्लकारे) परिश्रमी व्यक्ति धन प्राप्त करेगा | परिश्रमी जनः धनं प्राप्यति। परिश्रमी व्यक्ति धन प्राप्त करता है। |
(ग) स्वामी उच्चैः वदति। (लृङ्लकारे) स्वामी ऊंचे स्वर में बोलता है | स्वामी उच्चै अवदत्। स्वामी ऊंचे स्वर में बोला था। |
(घ) अजीजः पेटिकां गृह्णाति। (लृट्लकारे) अजीज पेटी पकड़ता है | अजीजः पेटिकां गृहश्यति। अजीज पेटी पकड़ेगा। |
(ङ) त्वम् उच्चैः पठसि। (लोट्लकारे) तुम ऊंचे स्वर में पढ़ते हो | त्वम् उच्चै पठ। तुम ऊंचे स्वर में पढ़ो। |
Ans 6: अधोलिखितानां वाक्यानि घटनाक्रमानुसारं लिखत।
(क) अजीजः सरलः परिश्रमी च आसीत्। — अजीज सरल और परिश्रमी था।
(ख) एकदा सः गृहं गन्तुम् अवकाशं वाञ्छति। — एक बार उसने घर जाने के लिए छुट्टी चाहा।
(ग) अजीजः पेटिकाम् आनयति। — अजीज पेटी लाता है।
(घ) मक्षिके स्वामिनं दशतः। — मक्खी स्वामी को काटती है।
(ङ) पीडितः स्वामी अत्युच्चैः चीत्करोति। — पीड़ित स्वामी जोर से चिल्लाता है।
(च) स्वामी अजीजाय अवकाशस्य पूर्णं धनं ददाति। — स्वामी अजीज को छुट्टी के लिए पूरा धन देता है।
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