पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि
Fill in the blanks :
1. पृथिव्यां त्रीणि _________ सन्ति।
(उत्तर: रत्नानि)
Translation: पृथ्वी पर तीन रत्न होते हैं।
2. मूढैः पाषाणखण्डानि रत्न-संज्ञया _________।
(उत्तर: विधीयन्ते)
Translation: मूर्खों द्वारा पत्थरों को रत्न कहा जाता है।
3. उद्यमेन हि सिद्ध्यन्ति _________।
(उत्तर: कार्याणि)
Translation: परिश्रम से ही कार्य सिद्ध होते हैं।
4. वसुधैव _________ उदारचरितानाम्।
(उत्तर: कुटुम्बकम्)
Translation: उदार चरित्र वालों के लिए पूरी पृथ्वी परिवार है।
5. सुप्तस्य सिंहस्य _________ स्वयं न प्रविशन्ति।
(उत्तर: मुखे)
Translation: सोए हुए सिंह के मुख में मृग स्वयं प्रवेश नहीं करते।
6. अभिवादनेन वृद्धोपसेवया चतारि तस्य वर्धन्ते आयुः, विद्या, _________, बलम्।
(उत्तर: यशः)
Translation: अभिवादन से आयु, विद्या, यश और बल बढ़ते हैं।
7. धर्मेण _________ प्राप्यते।
(उत्तर: सुखम्)
Translation: धर्म से सुख प्राप्त होता है।
8. विद्या ददाति _________।
(उत्तर: विनयम्)
Translation: विद्या विनम्रता देती है।
9. जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि _________।
(उत्तर: गरीयसी)
Translation: माता और जन्मभूमि स्वर्ग से भी महान हैं।
10. _________ साहसं धैर्यं बुद्धिः शक्तिः पराक्रमः।
(उत्तर: उद्यमः)
Translation: परिश्रम, साहस, धैर्य, बुद्धि, शक्ति और पराक्रम।
True/False:
1. उदारचरितानां वसुधैव कुटुम्बकम् अस्ति। (उदार चरित्र वालों के लिए पूरी पृथ्वी परिवार है।)
उत्तर: सत्यम्
2. सुप्तस्य सिंहस्य मुखे मृगाः स्वयमेव प्रविशन्ति। (सोए हुए सिंह के मुख में मृग स्वयं प्रवेश करते हैं।)
उत्तर: असत्यम्
3. विद्या धनं ददाति। (विद्या धन देती है।)
उत्तर: असत्यम्
4. अभिवादनेन आयुः, यशः च वर्धते। (अभिवादन से आयु और यश बढ़ते हैं।)
उत्तर: सत्यम्
5. धर्मेण सुखं प्राप्यते। (धर्म से सुख प्राप्त होता है।)
उत्तर: सत्यम्
6. जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गात् लघ्वी अस्ति। (माता और जन्मभूमि स्वर्ग से छोटी हैं।)
उत्तर: असत्यम्
7. उद्यमेन कार्याणि सिद्ध्यन्ति। (परिश्रम से कार्य सिद्ध होते हैं।)
उत्तर: सत्यम्
8. मूढैः पाषाणखण्डानि रत्न-संज्ञया विधीयन्ते। (मूर्खों द्वारा पत्थरों को रत्न कहा जाता है।)
उत्तर: सत्यम्
9. वसुधा केवलं मूर्खाणां कुटुम्बकम् अस्ति। (पृथ्वी केवल मूर्खों के लिए परिवार है।)
उत्तर: असत्यम्
10. विद्या विनयस्य मूलम् अस्ति। (विद्या विनम्रता का मूल है।)
उत्तर: सत्यम्
Question / Answer
1. पृथिव्यां कति रत्नानि सन्ति?
उत्तर: पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि सन्ति।
हिन्दी व्याख्या: पृथ्वी पर तीन रत्न होते हैं।
2. मूढैः के रत्नानि संज्ञायन्ते?
उत्तर: मूढैः पाषाण-खण्डानि रत्न-संज्ञया संज्ञायन्ते।
हिन्दी व्याख्या: मूर्खों के द्वारा पत्थरों को रत्न कहा जाता है।
3. उदारचरितानां कः भावः अस्ति?
उत्तर: उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्।
हिन्दी व्याख्या: उदार चरित्र वालों के लिए संपूर्ण पृथ्वी ही परिवार होती है।
4. उद्यमस्य का महत्ता अस्ति?
उत्तर: उद्यमेन हि सिद्ध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः।
हिन्दी व्याख्या: परिश्रम से ही कार्य सिद्ध होते हैं, केवल इच्छाओं से नहीं।
5. उद्यमः केन सहायकः भवति?
उत्तर: उद्यमः साहसं धैर्यं बुद्धिः शक्तिः पराक्रमः।
हिन्दी व्याख्या: परिश्रम के साथ साहस, धैर्य, बुद्धि, शक्ति, और पराक्रम सहायक होते हैं।
6. कार्याणि केन सिद्ध्यन्ति?
उत्तर: उद्यमेन।
हिन्दी व्याख्या: कार्य परिश्रम से सिद्ध होते हैं।
7. कस्य मुखतः मृगाः स्वयं प्रविशन्ति?
उत्तर: सुप्तस्य सिंहस्य मुखे मृगाः स्वयं न प्रविशन्ति।
हिन्दी व्याख्या: सोए हुए सिंह के मुख में मृग स्वयं प्रवेश नहीं करते।
8. अभिवादनस्य फलम् किम्?
उत्तर: आयुः वर्धते।
हिन्दी व्याख्या: अभिवादन से आयु बढ़ती है।
9. विद्या किं ददाति?
उत्तर: विद्या ददाति विनयं।
हिन्दी व्याख्या: विद्या से विनम्रता प्राप्त होती है।
10. धर्मेण किम् प्राप्तुम् शक्यते?
उत्तर: धर्मेण सुखं प्राप्तुम् शक्यते।
हिन्दी व्याख्या: धर्म से सुख प्राप्त होता है।
11. जननी जन्मभूमिश्च कस्य अपि स्वर्गात् गरियसी अस्ति?
उत्तर: जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।
हिन्दी व्याख्या: माता और जन्मभूमि स्वर्ग से भी महान हैं।
12. उद्यमः कः सहायकः अस्ति?
उत्तर: पराक्रमः।
हिन्दी व्याख्या: परिश्रम का सहायक पराक्रम होता है।
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