MCQ Class 10 Hindi Chapter 7 आत्मत्राण Sparsh हिन्दी Advertisement MCQ’s For All Chapters – Sparsh Class 10th 1. दुख के दिनों में कवि क्या कहना चाहता है ?ईश्वर को स्मरणभजनकामदूसरों को कोसनाQuestion 1 of 132. कवि ने परमात्मा के किस रूप की आराधना की है ?रौद्र रूप कीशृङ्गारित रूप कीकरुणामई रूप कीकोई नहींQuestion 2 of 133. कवि कठिन परिस्थितियों में भी क्या नहीं करना चाहता ?दुःख मनानाजीतनाखुशी मनानाहारनाQuestion 3 of 134. कवि ईश्वर से क्या कामना कर रहे हैं?दुख को जीत सकेवह विपदा में कभी न घबराएहमेशा सुख मिलता रहे‘क’ ओर ‘ख’ दोनोंQuestion 4 of 135. कवि सीधे दुख दूर करने की प्रार्थना क्यों नहीं कर रहा?क्योंकि ईश्वर में विश्वास नहीं हैक्योंकि उसे डर लगता हैक्योंकि अपनी समझ दिखाना चाहता हैक्योंकि वह अपने आत्मबल, शक्ति और साहस से काम लेना चाहता हैQuestion 5 of 136. कविता में ‘करुणामय’ शब्द किसके लिए आया है?कविईश्वरलेखकउपर्युक्त में से कोई नहींQuestion 6 of 137. किसी सहायक के न मिलने पर कवि चाहता है किअपना बल-पौरुष बना रहेकोई आकर सहायक बनेईश्वर उसकी मदद करेकोई भी मदद न करेQuestion 7 of 138. ‘मेरा त्राण करो’ का आशय हैउद्धार करनाबचाव करनाआश्रय देनातीनों सही हैंQuestion 8 of 139. चित्त का अर्थ हैचिंतामाथाहृदयचिताQuestion 9 of 1310. कवि हमेशा क्या करना चाहता है?दुखों को अनुभव करना चाहता हैदुखों पर विजय पाना चाहता हैदुखों से हार मान लेता हैदुखों को प्राप्त करना चाहता हैQuestion 10 of 1311. प्रायः दुख के समय मनुष्य की मानसिक दशा में क्या परिवर्तन आता है?मनुष्य परमात्मा को ज्यादा याद करता हैमनुष्य परमात्मा में ज्यादा विश्वास करता हैमनुष्य नास्तिक हो जाता हैमनुष्य आस्तिक हो जाता हैQuestion 11 of 1312. कवि ने परमात्मा के किस रूप की वंदना की है?विशाल रूप कीकरुणामय रूप कीमहान रूप कीसभी रूपों कीQuestion 12 of 1313. कवि सुख के दिनों में भी ईश्वर को प्रतिक्षण याद रखना चाहता है, क्योंकिलोग प्रायः सुखों में ईश्वर को भूल जाते हैंपहचान बनाए रखने के लिए यह जरूरी हैयह उसकी प्रतिज्ञा हैवह ईश्वर का भक्त हैQuestion 13 of 13 Loading...
Leave a Reply