Short Questions (with Answers)
1. रहीम किसे “उत्तम प्रकृति” कहते हैं?
- अच्छे स्वभाव वाले व्यक्ति को।
2. चंदन पर साँप लिपटे होने के बाद भी क्या असर नहीं होता?
- उसमें विष नहीं आता।
3. रहीम किसे अपनी व्यथा मन में रखने की सलाह देते हैं?
- खुद को।
4. प्रेम के धागे को क्यों नहीं तोड़ना चाहिए?
- क्योंकि टूटने पर जोड़ने से गाँठ पड़ जाती है।
5. रहीम के अनुसार पेड़ और जलाशय का क्या गुण है?
- ये अपने फल और पानी का उपयोग नहीं करते।
6. रहीम ने बड़े और छोटे का क्या संबंध बताया है?
- जहाँ सूई काम आए, वहाँ तलवार की आवश्यकता नहीं होती।
7. रहीम के अनुसार माँगने जाने वाले व्यक्ति की क्या स्थिति होती है?
- उसे मरा हुआ समान माना जाता है।
8. रहीम के अनुसार किसके साथ रहने से सुख मिलता है?
- उपकारी व्यक्ति के साथ।
9. रहीम के अनुसार कार्य को कैसे करना चाहिए?
- धीरे-धीरे, समय आने पर फल मिलता है।
10. रहीम किसे बुरा स्वभाव नहीं मानते?
- चंदन को, जो विष से प्रभावित नहीं होता।
11. प्रेम के धागे को तोड़ने पर क्या होता है?
- उसमें गाँठ पड़ जाती है।
12. रहीम का दोहा “तरुवर फल नहिं खात है” में किस बात की सीख है?
- दूसरों के हित के लिए संपत्ति जुटानी चाहिए।
13. रहीम के अनुसार किसके मुख से ‘नाहीं’ निकलता है?
- दानी व्यक्ति के।
14. रहीम ने किसे “धीरज” रखने का संकेत दिया है?
- हर कार्य धीरे-धीरे होता है, अधीर नहीं होना चाहिए।
15. रहीम के अनुसार “मेंहदी का रंग” किससे संबंधित है?
- बांटने वाले व्यक्ति से।
Medium Questions (with Answers)
1. रहीम किस प्रकार के स्वभाव को उत्तम मानते हैं, और क्यों?
- रहीम अच्छे स्वभाव वाले व्यक्ति को उत्तम मानते हैं क्योंकि ऐसा व्यक्ति बुरी संगति में भी अपने स्वभाव को नहीं बदलता।
2. “मन की व्यथा” को गोपनीय रखने का सुझाव रहीम क्यों देते हैं?
- रहीम कहते हैं कि व्यथा बांटने से लोग सहानुभूति नहीं देते, बल्कि मजाक उड़ाते हैं।
3. प्रेम का धागा क्यों नहीं तोड़ना चाहिए? रहीम का क्या तात्पर्य है?
- प्रेम का धागा जोड़ने पर गाँठ पड़ जाती है, जो रिश्तों में दरार लाती है।
4. रहीम का “तरुवर फल नहिं खात है” दोहा किस मूल्य को दर्शाता है?
- यह परोपकार का मूल्य दर्शाता है, जिसमें व्यक्ति दूसरों के लिए संपत्ति संचित करता है।
5. बड़े और छोटे का संबंध रहीम के अनुसार कैसे समझाया गया है?
- रहीम कहते हैं कि हर चीज का अपना महत्त्व है; जहाँ सूई काम आ जाए वहाँ तलवार की जरूरत नहीं।
6. रहीम माँगने वाले व्यक्ति को “मरा हुआ” क्यों कहते हैं?
- रहीम के अनुसार, माँगने वाला आत्मसम्मान खो बैठता है, जिससे उसका जीवन व्यर्थ हो जाता है।
7. रहीम ने बाँटने वाले को मेंहदी के रंग से क्यों जोड़ा है?
- मेंहदी की तरह बांटने वाले का भी प्रभाव दूसरों पर स्थायी होता है।
8. रहीम धीरज रखने की क्या शिक्षा देते हैं?
- रहीम कहते हैं कि हर कार्य का फल समय पर मिलता है, अतः धैर्य रखना चाहिए।
9. चंदन और भुजंग के संदर्भ में रहीम ने क्या सिखाया है?
- रहीम ने बताया कि अच्छे व्यक्ति बुरी संगति से प्रभावित नहीं होते, जैसे चंदन विष से नहीं होता।
10. रहीम का कौन सा दोहा परोपकार की भावना को प्रकट करता है?
- “तरुवर फल नहिं खात है” दोहा परोपकार की भावना को दर्शाता है।
Long Questions (with Answers)
1. रहीम के दोहे के अनुसार, चंदन और विष वाले साँप का क्या उदाहरण है?
- रहीम ने कहा है कि जैसे चंदन में विष का असर नहीं होता, वैसे ही अच्छे व्यक्ति पर बुरा संगत का असर नहीं होता। अच्छे लोग अपने स्वभाव को कभी नहीं बदलते, चाहे जैसा भी माहौल हो।
2. रहीम ने मन की व्यथा को लेकर क्या कहा है?
- रहीम कहते हैं कि अपनी मन की परेशानियों को दूसरों से न बताएं। अगर मन की बात किसी से कही तो लोग उसका मजाक उड़ाएंगे, और आपकी परेशानियां किसी को समझ में नहीं आएंगी।
3. प्रेम के धागे को क्यों नहीं तोड़ना चाहिए?
- रहीम के अनुसार प्रेम के रिश्ते को अगर तोड़ते हैं तो वह फिर से जुड़ नहीं पाते। टूटे हुए रिश्ते में गाँठ पड़ जाती है, जो हमेशा के लिए जुड़ने में बाधा डालती है।
4. रहीम ने पेड़ और जलाशय के उदाहरण से क्या समझाया?
- रहीम ने कहा कि पेड़ फल के लिए नहीं खाते और जलाशय पानी के लिए नहीं पीते, जैसे अच्छे लोग बिना किसी स्वार्थ के दूसरों के लिए कार्य करते हैं। वे अपनी संपत्ति और शक्ति का उपयोग दूसरों के भले के लिए करते हैं।
5. बड़े और छोटे का फर्क रहीम के अनुसार क्या है?
- रहीम कहते हैं कि जैसे सूई से काम किया जाता है वहीं बड़ी चीजों का काम नहीं आता। इसका मतलब है कि सही समय और स्थान पर छोटी चीजें भी बहुत महत्वपूर्ण हो सकती हैं।
6. रहीम ने किसे “मरे हुए आदमी” के रूप में चित्रित किया है?
- रहीम कहते हैं कि वह आदमी मरा हुआ है जो किसी से कुछ माँगने नहीं जाता। इस प्रकार के लोग जीवित होते हुए भी समाज में अप्रासंगिक हो जाते हैं, क्योंकि वे कभी किसी की मदद नहीं करते।
7. रहीम ने उपकारी के संग सुख के बारे में क्या कहा?
- रहीम के अनुसार, उपकारी व्यक्ति के साथ सुख होता है, जैसे मेंहदी का रंग बाँटने से फैलता है। यह बताता है कि जो दूसरों के भले के लिए कार्य करता है, वही असली सुख पाता है।
8. समय के महत्व को लेकर रहीम का क्या विचार है?
- रहीम कहते हैं कि कार्य धीरे-धीरे होते हैं, लेकिन घबराना नहीं चाहिए। जैसे समय के साथ पेड़ फलता है, वैसे ही समय आने पर हर कार्य सफल होता है, चाहे उसे कितने ही प्रयासों से पूरा किया जाए।
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