Short Questions (with Answers)
1. भीष्म का असली नाम क्या था?
उत्तर: उनका असली नाम देवव्रत था।
2. देवव्रत के पिता का नाम क्या था?
उत्तर: उनके पिता का नाम राजा शांतनु था।
3. सत्यवती किसकी पुत्री थीं?
उत्तर: सत्यवती निषाद राजा दाशराज की पुत्री थीं।
4. शांतनु किस राज्य के राजा थे?
उत्तर: शांतनु हस्तिनापुर के राजा थे।
5. सत्यवती किससे विवाह करना चाहती थीं?
उत्तर: सत्यवती राजा शांतनु से विवाह करना चाहती थीं।
6. भीष्म ने किस प्रकार की प्रतिज्ञा ली थी?
उत्तर: भीष्म ने आजीवन ब्रह्मचारी रहने की प्रतिज्ञा ली थी।
7. देवव्रत ने सत्यवती के पिता से क्या माँगा?
उत्तर: उन्होंने सत्यवती का विवाह अपने पिता शांतनु से करने की अनुमति मांगी।
8. देवव्रत को भीष्म नाम किसने दिया?
उत्तर: देवताओं ने उनकी प्रतिज्ञा से प्रसन्न होकर उन्हें भीष्म नाम दिया।
9. दाशराज किस राज्य के राजा थे?
उत्तर: दाशराज निषादों के राजा थे।
10. देवव्रत की प्रतिज्ञा से किसका कल्याण हुआ?
उत्तर: हस्तिनापुर राज्य का कल्याण हुआ।
11. भीष्म किसके लिए बलिदान देने को तैयार हुए?
उत्तर: वे अपने पिता राजा शांतनु के लिए बलिदान देने को तैयार हुए।
12. भीष्म के त्याग से किसका विवाह संभव हुआ?
उत्तर: उनके त्याग से शांतनु और सत्यवती का विवाह संभव हुआ।
13. सत्यवती ने अपने पुत्र के लिए क्या माँगा था?
उत्तर: उन्होंने अपने पुत्र के लिए हस्तिनापुर की गद्दी का अधिकार माँगा।
14. भीष्म ने किसके लिए ब्रह्मचर्य का व्रत लिया?
उत्तर: उन्होंने अपने पिता की खुशी के लिए यह व्रत लिया।
15. देवव्रत ने सत्यवती को हस्तिनापुर ले जाने के लिए किससे अनुमति ली?
उत्तर: उन्होंने सत्यवती के पिता, राजा दाशराज से अनुमति ली।
Long Questions (with Answers)
1. राजा शांतनु और सत्यवती के विवाह में क्या अड़चन थी?
उत्तर: सत्यवती के पिता ने चाहा कि सत्यवती का पुत्र ही हस्तिनापुर की गद्दी पर बैठे, जिससे देवव्रत का अधिकार प्रभावित होता।
2. भीष्म की प्रतिज्ञा का महत्व क्या था?
उत्तर: उनकी प्रतिज्ञा ने हस्तिनापुर में राजपरिवार के बीच में होने वाले संघर्ष को रोक दिया और राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित की।
3. भीष्म ने ब्रह्मचर्य का व्रत क्यों लिया?
उत्तर: उन्होंने अपने पिता की प्रसन्नता और सत्यवती के विवाह के लिए ब्रह्मचर्य का व्रत लिया ताकि उनका कोई संतान न हो और सत्यवती के पुत्र को गद्दी मिल सके।
4. भीष्म की प्रतिज्ञा से समाज को क्या संदेश मिला?
उत्तर: समाज को त्याग, समर्पण, और परिवार की भलाई के लिए व्यक्तिगत इच्छाओं का त्याग करने का संदेश मिला।
5. भीष्म की प्रतिज्ञा को सुनकर सत्यवती के पिता की क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर: वे देवव्रत की प्रतिज्ञा से अभिभूत हुए और उनकी महानता की प्रशंसा की।
6. भीष्म को ब्रह्मचर्य का व्रत लेने का सुझाव किसने दिया?
उत्तर: यह सुझाव स्वयं भीष्म ने अपनी प्रतिज्ञा को पूर्ण करने के लिए लिया।
7. सत्यवती का विवाह हस्तिनापुर के लिए क्यों महत्वपूर्ण था?
उत्तर: विवाह से निषाद और हस्तिनापुर राज्य के बीच संबंध मजबूत हुए, जिससे राज्य की शक्ति बढ़ी।
8. देवव्रत ने सत्यवती के पिता की शर्त कैसे पूरी की?
उत्तर: देवव्रत ने हस्तिनापुर की गद्दी का त्याग किया और ब्रह्मचर्य व्रत लेने की प्रतिज्ञा की, जिससे सत्यवती के पुत्र को राजा बनने का अधिकार मिल सके।
9. भीष्म की प्रतिज्ञा से हस्तिनापुर में क्या बदलाव आए?
उत्तर: उनकी प्रतिज्ञा ने राज्य को विवाद से बचाया और हस्तिनापुर को एक महान, निस्वार्थ सेवक मिला, जिसने राज्य के लिए त्याग किया।
10. भीष्म को देवताओं ने कैसे सम्मानित किया?
उत्तर: देवताओं ने आकाश से फूलों की वर्षा की और उनकी प्रतिज्ञा से प्रभावित होकर उन्हें ‘भीष्म’ नाम से सम्मानित किया।
11. भीष्म के त्याग और बलिदान का समाज पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: भीष्म का बलिदान समाज के लिए एक उदाहरण बना कि कैसे परिवार और राज्य के हित के लिए व्यक्तिगत सुख का त्याग करना चाहिए।
12. भीष्म की प्रतिज्ञा से राजा शांतनु को क्या महसूस हुआ?
उत्तर: राजा शांतनु अपने पुत्र के त्याग से भावुक हो गए और उन्हें गर्व महसूस हुआ कि उनका पुत्र इतना महान है।
13. भीष्म का जीवन ब्रह्मचर्य का व्रत लेने के बाद कैसा रहा?
उत्तर: ब्रह्मचर्य का व्रत लेने के बाद भीष्म ने अपना जीवन राज्य और प्रजा की सेवा में समर्पित कर दिया और एक आदर्श सेवक बने।
14. भीष्म की प्रतिज्ञा के कारण सत्यवती का क्या योगदान हुआ?
उत्तर: सत्यवती का विवाह संभव हुआ और उन्होंने हस्तिनापुर में एक नई परंपरा की शुरुआत की जो राजकुल के लिए लाभकारी रही।
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