1. संविधान क्या है?
उत्तर: संविधान वह लिखित दस्तावेज है जो किसी देश के शासन और समाज को संचालित करने वाले मौलिक सिद्धांतों और कानूनों का संग्रह है। यह नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों को परिभाषित करता है और सरकार के अधिकारों की सीमाएँ तय करता है। संविधान के बिना शासन एक अराजकता में बदल सकता है।
2. हमें संविधान की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर: संविधान देश के लोगों और सरकार के बीच संबंधों को स्पष्ट करता है। यह लोगों के अधिकारों की रक्षा करता है और सरकार को अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने से रोकता है। संविधान के बिना समाज में अव्यवस्था और अस्थिरता फैल सकती है।
3. दक्षिण अफ्रीका में संविधान निर्माण का क्या महत्व था?
उत्तर: दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ लंबे संघर्ष के बाद लोकतांत्रिक संविधान का निर्माण हुआ। इस संविधान ने अश्वेतों और श्वेतों के बीच समानता स्थापित की और सभी नागरिकों को समान अधिकार प्रदान किए। यह देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
4. दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद क्या था?
उत्तर: रंगभेद दक्षिण अफ्रीका में श्वेतों द्वारा अश्वेतों के साथ नस्लीय भेदभाव की एक प्रणाली थी। इसमें अश्वेतों को सार्वजनिक स्थानों, नौकरियों और राजनीतिक अधिकारों से वंचित किया गया था। यह नीति अश्वेतों के लिए दमनकारी थी और इसे 1990 में समाप्त कर दिया गया।
5. नेल्सन मंडेला का योगदान क्या था?
उत्तर: नेल्सन मंडेला ने दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ संघर्ष का नेतृत्व किया। उन्होंने 28 वर्षों तक जेल में रहते हुए भी संघर्ष जारी रखा और अंततः देश के पहले लोकतांत्रिक राष्ट्रपति बने। उन्होंने श्वेतों और अश्वेतों के बीच समानता और मेल-मिलाप की वकालत की।
6. संविधान निर्माण की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर: संविधान निर्माण में समाज के सभी वर्गों के लोगों की भागीदारी होती है। यह एक लंबी प्रक्रिया होती है जिसमें विभिन्न समूहों के बीच सहमति बनाई जाती है। संविधान बनने के बाद यह देश के सर्वोच्च कानून के रूप में लागू होता है।
7. भारत में संविधान निर्माण की चुनौती क्या थी?
उत्तर: भारत में संविधान निर्माण एक कठिन प्रक्रिया थी क्योंकि देश विविधताओं से भरा हुआ था। विभाजन और हिंसा के माहौल में संविधान निर्माताओं को एक ऐसा दस्तावेज बनाना था जो सभी वर्गों के लोगों के अधिकारों की रक्षा कर सके और देश को एकजुट रख सके।
8. संविधान सभा क्या है?
उत्तर: संविधान सभा एक जनप्रतिनिधियों की सभा होती है जो संविधान का निर्माण करती है। भारत की संविधान सभा में 299 सदस्य थे जिन्होंने लंबी बहस और चर्चाओं के बाद संविधान तैयार किया। संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को अपना काम पूरा किया।
9. संविधान सभा में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की भूमिका क्या थी?
उत्तर: डॉ. बी.आर. अंबेडकर संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। उन्होंने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया और इसके हर अनुच्छेद पर गहन विचार किया। उनके योगदान के कारण ही उन्हें भारतीय संविधान का मुख्य शिल्पकार कहा जाता है।
10. भारतीय संविधान की प्रस्तावना क्या कहती है?
उत्तर: भारतीय संविधान की प्रस्तावना यह बताती है कि भारत एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य है। इसमें सभी नागरिकों को न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की गारंटी दी गई है।
11. प्रस्तावना में ‘प्रभुत्व-संपन्न’ शब्द का क्या अर्थ है?
उत्तर: ‘प्रभुत्व-संपन्न’ शब्द का अर्थ है कि भारत एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र है। इसका शासन केवल भारत के लोग ही चलाते हैं और किसी बाहरी शक्ति का इस पर कोई अधिकार नहीं है। यह शब्द भारतीय संविधान की आत्मनिर्भरता को दर्शाता है।
12. भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर: भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताएँ हैं: सम्प्रभुता, लोकतांत्रिक गणराज्य, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, संसदीय शासन प्रणाली, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, मौलिक अधिकार और कर्तव्य, और संघीय शासन प्रणाली। इन विशेषताओं से संविधान का लोकतांत्रिक ढांचा तैयार होता है।
13. लोकतंत्रात्मक गणराज्य का क्या अर्थ है?
उत्तर: लोकतंत्रात्मक गणराज्य में सरकार की शक्ति का स्रोत जनता होती है। यह सरकार जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों के माध्यम से चलती है। गणराज्य का अर्थ है कि यहाँ का शासनाध्यक्ष जनता द्वारा चुना जाता है, न कि वंशानुगत होता है।
14. भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्ष क्यों है?
उत्तर: भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का सिद्धांत अपनाया गया है, जिसका मतलब है कि सरकार किसी धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करेगी। सभी धर्मों को समान दृष्टि से देखा जाता है, और किसी धर्म का पालन करना या न करना नागरिकों की स्वतंत्रता है।
15. संविधान में मौलिक अधिकार क्या हैं?
उत्तर: मौलिक अधिकार वे अधिकार हैं जो हर नागरिक को संविधान द्वारा प्रदान किए जाते हैं। इनमें स्वतंत्रता, समानता, और धार्मिक स्वतंत्रता जैसे अधिकार शामिल हैं। यदि कोई सरकार इन अधिकारों का उल्लंघन करती है, तो न्यायपालिका हस्तक्षेप कर सकती है।
16. मूल कर्तव्यों का क्या महत्व है?
उत्तर: संविधान में मूल कर्तव्यों का उल्लेख भी किया गया है, जो नागरिकों की जिम्मेदारियाँ हैं। इनमें संविधान का सम्मान करना, राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करना, और देश की एकता और अखंडता की रक्षा करना शामिल है।
17. संविधान में वयस्क मताधिकार का क्या महत्व है?
उत्तर: भारतीय संविधान में वयस्क मताधिकार की व्यवस्था की गई है, जिससे हर 18 वर्ष से अधिक उम्र का नागरिक वोट दे सकता है। यह व्यवस्था नागरिकों को शासन में भागीदारी का अधिकार देती है, जिससे लोकतंत्र मजबूत होता है।
18. संविधान में संघीय शासन प्रणाली का क्या महत्व है?
उत्तर: भारतीय संविधान संघीय शासन प्रणाली को अपनाता है, जिसमें केंद्र और राज्य दोनों के पास अपनी-अपनी शक्तियाँ होती हैं। यह प्रणाली देश के विविधतापूर्ण समाज को एकजुट रखने और स्थानीय मुद्दों का समाधान करने में मदद करती है।
19. संविधान में न्यायपालिका की स्वतंत्रता क्यों आवश्यक है?
उत्तर: न्यायपालिका की स्वतंत्रता भारतीय लोकतंत्र की आधारशिला है। यह सुनिश्चित करती है कि सरकार नागरिकों के अधिकारों का उल्लंघन न करे और सभी को समान न्याय मिले। न्यायपालिका के स्वतंत्र होने से सरकार के अन्य अंगों पर भी निगरानी रहती है।
20. संविधान संशोधन का क्या महत्व है?
उत्तर: संविधान समय के साथ बदलते समाज की जरूरतों के अनुसार संशोधित किया जा सकता है। यह प्रावधान संविधान की स्थिरता और लचीलेपन को दर्शाता है। समय-समय पर संशोधनों के माध्यम से संविधान को नया रूप दिया जाता है।
21. भारतीय संविधान विश्व का सबसे विशाल संविधान क्यों है?
उत्तर: भारतीय संविधान में 395 से अधिक अनुच्छेद और 12 अनुसूचियाँ हैं, जो इसे विश्व का सबसे विशाल संविधान बनाती हैं। इसमें न केवल सिद्धांतों का वर्णन है, बल्कि प्रशासनिक प्रबंधों का भी विस्तृत विवरण दिया गया है।
22. समाजवादी राज्य का क्या अर्थ है?
उत्तर: भारतीय संविधान में समाजवादी सिद्धांत को अपनाया गया है, जिसका उद्देश्य समाज में समानता और न्याय की स्थापना करना है। इसका मतलब है कि सरकार सभी नागरिकों को समान अवसर प्रदान करेगी और सामाजिक और आर्थिक असमानता को दूर करेगी।
23. संविधान सभा के गठन में किन नेताओं की प्रमुख भूमिका थी?
उत्तर: संविधान सभा के गठन में मोतीलाल नेहरू, डॉ. बी.आर. अंबेडकर, राजेन्द्र प्रसाद, और जवाहरलाल नेहरू जैसे नेताओं की प्रमुख भूमिका थी। इन्होंने संविधान निर्माण के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया और देश के लिए एक मजबूत संविधान तैयार किया।
24. संविधान निर्माण के दौरान प्रमुख चुनौतियाँ क्या थीं?
उत्तर: संविधान निर्माण के दौरान सबसे बड़ी चुनौतियाँ विभाजन, दंगों, और रियासतों के विलय से जुड़ी थीं। इसके अलावा, विविधताओं से भरे देश में एक ऐसा संविधान बनाना जो सभी वर्गों के हितों की रक्षा कर सके, भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य था।
25. भारतीय संविधान में एकल नागरिकता क्यों है?
उत्तर: भारतीय संविधान में संघीय प्रणाली होने के बावजूद एकल नागरिकता की व्यवस्था की गई है। इसका मतलब है कि हर नागरिक चाहे किसी भी राज्य का हो, उसे भारतीय नागरिक के रूप में समान अधिकार प्राप्त हैं। यह देश की अखंडता को मजबूत करता है।
Leave a Reply