1. कृषि किस प्रकार की गतिविधि है, और इसके मुख्य अंग कौन से हैं?
उत्तर: कृषि भूमि की जुताई से संबंधित गतिविधि है। इसके अंतर्गत पशुपालन, वानिकी, और मत्स्यन भी आते हैं। कृषि का अर्थ केवल फसलों की खेती नहीं, बल्कि पशुधन प्रबंधन और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग भी शामिल है।
2. कृषि की शुरुआत कब और कैसे हुई?
उत्तर: कृषि की शुरुआत नवपाषाण काल में हुई थी। लेकिन कांस्य युग में, विशेष रूप से सिंधु घाटी सभ्यता में कृषि का नियोजित विकास देखा गया। हड़प्पा सभ्यता के दौरान लोग गेहूँ, जौ, और अन्य फसलें उपजाते थे।
3. सिंधु घाटी सभ्यता में कृषि के क्या विशेषताएँ थीं?
उत्तर: सिंधु घाटी सभ्यता में जलोढ़ मिट्टी के कारण कृषि उपजाऊ थी। हड़प्पावासी लकड़ी के हल का प्रयोग करते थे, और फसलें काटने के लिए पत्थर के हँसिए का प्रयोग किया जाता था। नहरों से सिंचाई का प्रचलन नहीं था।
4. भारतीय समाज में कृषि का क्या महत्व है?
उत्तर: भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ लगभग दो-तिहाई जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। यह अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है और देश की कुल राष्ट्रीय आय में लगभग 35% का योगदान करती है।
5. बिहार की कृषि का स्वरूप कैसा है?
उत्तर: बिहार की लगभग 70% भूमि कृषि योग्य है, और यह राज्य की मुख्य जीविका का साधन है। लेकिन यहाँ कृषि पारंपरिक तरीकों से होती है, और उत्पादन मानसून पर निर्भर होता है।
6. झूम खेती क्या है और यह कहाँ प्रचलित है?
उत्तर: झूम खेती जंगल काटकर खेती करने का पारंपरिक तरीका है, जो आज भी पहाड़ी क्षेत्रों में आदिवासी समाज द्वारा अपनाया जाता है। इसमें फसलों की बुआई बारिश से पहले आग लगाकर की जाती है।
7. पारंपरिक खेती से क्या तात्पर्य है?
उत्तर: पारंपरिक खेती में कृषक वर्षा पर निर्भर रहते थे और पशुओं की मदद से खेतों की जुताई करते थे। इस खेती में बीजों की गुणवत्ता धीरे-धीरे कम होती जाती थी, जिससे उत्पादन में कमी होती थी।
8. हरित क्रांति का कृषि पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: हरित क्रांति ने 1960 के दशक में कृषि में आधुनिक तकनीकों का प्रवेश किया, जिससे खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि हुई। इसने उन्नत बीज, उर्वरक, और सिंचाई के साधनों का उपयोग बढ़ाया।
9. मिश्रित खेती किसे कहते हैं?
उत्तर: मिश्रित खेती में एक ही खेत में एक साथ दो या तीन प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं। इससे भूमि का अधिकतम उपयोग होता है और किसानों को एक ही समय में विभिन्न फसलों का उत्पादन मिलता है।
10. गहन खेती से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: गहन खेती का अर्थ है एक ही खेत में बार-बार फसल उगाना। इसमें सिंचाई, उर्वरक, और मशीनरी का उपयोग करके प्रति हेक्टेयर उत्पादन बढ़ाने का प्रयास किया जाता है।
11. फसल चक्र क्या है और इसका महत्व क्या है?
उत्तर: फसल चक्र में एक खाद्यान्न फसल के बाद दलहनी फसल बोई जाती है। इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है क्योंकि दलहनी फसलें नाइट्रोजन स्थिरीकरण में मदद करती हैं।
12. बिहार में मुख्य नकदी फसलें कौन-कौन सी हैं?
उत्तर: बिहार में मुख्य नकदी फसलें गन्ना, केला, और लीची हैं। ये फसलें न केवल राज्य की आर्थिकी को मजबूत करती हैं, बल्कि किसानों के लिए आमदनी का प्रमुख स्रोत भी हैं।
13. भारत में किस प्रकार की जलवायु धान की खेती के लिए उपयुक्त है?
उत्तर: धान की खेती उष्ण और आर्द्र जलवायु में होती है, जहाँ तापमान 20°c से 200°c के बीच होता है। इसके लिए दोमट मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है।
14. गेहूँ की खेती के लिए किस प्रकार की जलवायु आवश्यक होती है?
उत्तर: गेहूँ के लिए शीतोष्ण जलवायु उपयुक्त होती है, जिसमें बोते समय तापमान 10°c से 15°c और पकने के समय 20°c से 30°c तक होता है। हल्की दोमट मिट्टी इसकी सबसे अच्छी मिट्टी है।
15. कृषि में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का क्या महत्व है?
उत्तर: कृषि में वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उत्पादन में वृद्धि होती है। उन्नत बीज, उर्वरक, और सिंचाई के साधनों के उपयोग से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है, और फसलें अधिक समय तक स्वस्थ रहती हैं।
16. रबी और खरीफ फसलों में क्या अंतर है?
उत्तर: रबी फसलें शीत ऋतु में बोई जाती हैं और बसंत में काटी जाती हैं, जैसे गेहूँ। खरीफ फसलें मानसून के समय बोई जाती हैं और शरद ऋतु में काटी जाती हैं, जैसे धान।
17. झूम खेती पर्यावरण को कैसे प्रभावित करती है?
उत्तर: झूम खेती से जंगलों को आग लगाकर साफ किया जाता है, जिससे पर्यावरण को नुकसान होता है। यह खेती जलवायु परिवर्तन और वनों की कटाई में योगदान देती है।
18. भारत में कृषि का इतिहास कैसे शुरू हुआ?
उत्तर: भारत में कृषि का इतिहास नवपाषाण काल से शुरू हुआ। प्राचीन काल में लोग झूम खेती करते थे और धीरे-धीरे स्थायी खेती की ओर बढ़े। सिंधु घाटी सभ्यता में नियोजित कृषि विकास देखा गया।
19. कृषि के आधुनिकीकरण से क्या लाभ होते हैं?
उत्तर: कृषि के आधुनिकीकरण से उत्पादन में वृद्धि होती है। आधुनिक उपकरण, उन्नत बीज, और सिंचाई के साधनों का उपयोग खेती को अधिक लाभकारी बनाता है और किसानों की आय बढ़ाता है।
20. फसल चक्र से मिट्टी की उर्वरता कैसे बनी रहती है?
उत्तर: फसल चक्र में दलहनी फसलों की जड़ें मिट्टी में नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करती हैं। इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है, जिससे फसल उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में सुधार होता है|
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