1. प्रथम विश्वयुद्ध कब शुरू हुआ और इसका मुख्य कारण क्या था?
उत्तर: प्रथम विश्वयुद्ध 28 जुलाई 1914 को शुरू हुआ। इसका मुख्य कारण आस्ट्रिया के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या थी। इस घटना ने यूरोप में पहले से मौजूद तनाव और गुटबंदी को उग्र किया, जिससे युद्ध की शुरुआत हुई।
2. साम्राज्यवादी प्रतिस्पर्धा का क्या अर्थ था?
उत्तर: साम्राज्यवादी प्रतिस्पर्धा से तात्पर्य उपनिवेशों की दौड़ से है, जहां यूरोपीय देश नई बाजारों और संसाधनों की खोज में लगे थे। जर्मनी और इटली के देर से शामिल होने के कारण उन्हें कम उपनिवेश मिले, जिससे तनाव बढ़ा।
3. उग्र राष्ट्रवाद प्रथम विश्वयुद्ध का कारण कैसे बना?
उत्तर: उग्र राष्ट्रवाद से यूरोप में अलग-अलग राष्ट्रीयताओं ने स्वतंत्रता की मांग की। स्लाव जाति के लोगों ने सर्वस्लाव आन्दोलन चलाया, जिससे रूस और ऑस्ट्रिया-हंगरी के संबंध कटु हो गए। इससे युद्ध की आशंका बढ़ी।
4. गुटबंदी ने यूरोप को युद्ध की ओर कैसे धकेला?
उत्तर: यूरोप में द्वैध और त्रिगुट जैसे सैन्य गठबंधन बने, जिनका उद्देश्य साम्राज्यवादी हितों की रक्षा था। जर्मनी, ऑस्ट्रिया और इटली के त्रिगुट के विरोध में फ्रांस, ब्रिटेन और रूस का त्रिदेशीय गठबंधन बना, जिससे युद्ध की संभावना बढ़ी।
5. प्रथम विश्वयुद्ध में जर्मनी की भूमिका क्या थी?
उत्तर: जर्मनी ने अपनी साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षाओं के चलते युद्ध की आग को और भड़काया। उसने फ्रांस और बेल्जियम पर हमला किया, जिससे ब्रिटेन और अन्य देश युद्ध में कूद पड़े।
6. प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान रूस का क्या निर्णय था?
उत्तर: 1917 में रूस ने प्रथम विश्वयुद्ध से अलग होने का निर्णय लिया। बोल्शेविक क्रांति के बाद, लेनिन ने शांति की घोषणा की, जिससे रूस ने युद्ध से हटकर जर्मनी से शांति संधि की।
7. प्रथम विश्वयुद्ध का अंत कब और कैसे हुआ?
उत्तर: प्रथम विश्वयुद्ध 11 नवम्बर 1918 को समाप्त हुआ। जर्मनी ने युद्धविराम की संधि पर हस्ताक्षर किए, क्योंकि जर्मनी और उसके सहयोगियों की हार निश्चित हो चुकी थी।
8. वर्साय की संधि का जर्मनी पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: वर्साय की संधि ने जर्मनी को युद्ध के लिए पूरी तरह दोषी ठहराया। जर्मनी को भारी हर्जाना देना पड़ा, उसकी सेना सीमित कर दी गई, और उसके कई उपनिवेश विजित राष्ट्रों को दे दिए गए।
9. राष्ट्रसंघ की स्थापना का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: राष्ट्रसंघ का उद्देश्य विश्व शांति को बनाए रखना और अंतर्राष्ट्रीय विवादों का शांतिपूर्ण समाधान करना था। इसका गठन वर्साय संधि के बाद हुआ था, लेकिन यह द्वितीय विश्वयुद्ध को रोकने में असफल रहा।
10. द्वितीय विश्वयुद्ध के प्रमुख कारण क्या थे?
उत्तर: द्वितीय विश्वयुद्ध के प्रमुख कारण वर्साय संधि की विसंगतियाँ, राष्ट्रसंघ की असफलता, नव-साम्राज्यवादी राष्ट्रों (जर्मनी, इटली, जापान) की आक्रमणकारी नीतियाँ, और हिटलर की आक्रामकता थे।
11. वर्साय संधि ने द्वितीय विश्वयुद्ध की पृष्ठभूमि कैसे तैयार की?
उत्तर: वर्साय संधि में जर्मनी पर अत्यधिक कठोर शर्तें थोप दी गईं। इसके परिणामस्वरूप जर्मनी में असंतोष और विद्रोह की भावना पैदा हुई, जिसने हिटलर और नाजीवाद के उदय को बढ़ावा दिया।
12. हिटलर द्वितीय विश्वयुद्ध के लिए कितना जिम्मेदार था?
उत्तर: हिटलर की विस्तारवादी नीतियाँ और तानाशाही प्रवृत्तियाँ द्वितीय विश्वयुद्ध का प्रमुख कारण थीं। उसने जर्मनी के साम्राज्य को फिर से खड़ा करने और वर्साय संधि की शर्तों को खत्म करने का संकल्प लिया।
13. जापान ने द्वितीय विश्वयुद्ध में कैसे भाग लिया?
उत्तर: जापान ने चीन पर आक्रमण करके मंचूरिया पर कब्जा किया और फिर अमेरिकी नौसैनिक अड्डे पर्ल हार्बर पर हमला किया। इसके बाद, जापान धुरी राष्ट्रों के साथ युद्ध में शामिल हो गया।
14. द्वितीय विश्वयुद्ध में एटम बम का उपयोग कहाँ किया गया?
उत्तर: द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर एटम बम गिराया। इससे लाखों लोग मारे गए और जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया।
15. द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान रूस की क्या भूमिका थी?
उत्तर: द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान रूस ने जर्मनी के खिलाफ कड़ा प्रतिरोध किया। स्टालिनग्राद की लड़ाई में रूस ने जर्मन सेना को निर्णायक रूप से हराया, जिससे युद्ध का रुख बदल गया।
16. द्वितीय विश्वयुद्ध का अंत कब और कैसे हुआ?
उत्तर: द्वितीय विश्वयुद्ध 2 सितम्बर 1945 को जापान के आत्मसमर्पण के साथ समाप्त हुआ। इससे पहले जर्मनी ने मई 1945 में आत्मसमर्पण किया था।
17. संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना का क्या उद्देश्य था?
उत्तर: संयुक्त राष्ट्र संघ का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना था। इसका गठन द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद किया गया ताकि भविष्य में विश्व युद्धों को रोका जा सके।
18. द्वितीय विश्वयुद्ध के कारण एशिया और अफ्रीका में क्या परिवर्तन हुआ?
उत्तर: द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद एशिया और अफ्रीका के देशों में स्वतंत्रता आंदोलनों को बल मिला। भारत, श्रीलंका, और बर्मा जैसे देशों ने यूरोपीय उपनिवेशवाद से मुक्ति पाई।
19. गुट निरपेक्ष आंदोलन का क्या महत्व था?
उत्तर: द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद उत्पन्न शीत युद्ध के दौरान, गुट निरपेक्ष आंदोलन ने विकासशील देशों को साम्यवादी और पूंजीवादी गुटों से अलग रहने का विकल्प दिया।
20. प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में क्या समानताएँ थीं?
दोनों युद्धों का कारण साम्राज्यवाद, राष्ट्रवाद और सैन्य शक्ति की होड़ था। दोनों ही युद्धों में यूरोप के देशों की प्रमुख भूमिका थी और दोनों के परिणामस्वरूप वैश्विक राजनीतिक मानचित्र बदल गया।
Long Questions
1. प्रथम विश्वयुद्ध के क्या कारण थे?
उत्तर:
- साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद:
- यूरोपीय देशों के बीच नए बाजारों और उपनिवेशों को लेकर प्रतिस्पर्धा बढ़ी, खासकर जर्मनी और इटली की महत्वाकांक्षाओं ने तनाव पैदा किया।
- उग्र राष्ट्रवाद:
- यूरोप में विभिन्न जातियों का राष्ट्रवाद उभर रहा था, जैसे स्लाव और जर्मन राष्ट्रवाद, जिसने देशों के बीच संघर्ष को बढ़ावा दिया।
- सैन्यवाद (Militarism):
- यूरोपीय देश अपनी सैन्य शक्तियों को तेजी से बढ़ा रहे थे, जिससे एक सैन्य होड़ और असुरक्षा का माहौल बन गया।
- गुटबंदी:
- यूरोप दो गुटों में बंट गया था— त्रिगुट (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, इटली) और त्रिदेशीय संधि (फ्रांस, रूस, ब्रिटेन)। यह गुटबंदी युद्ध को और करीब ला रही थी।
- तात्कालिक कारण:
- 28 जून 1914 को ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड की हत्या के बाद ऑस्ट्रिया ने सर्बिया पर हमला कर दिया, जिससे युद्ध शुरू हो गया।
2. प्रथम विश्वयुद्ध के क्या परिणाम हुए?
उत्तर:
- राजनैतिक बदलाव:
- कई राजतंत्रों का पतन हुआ, जैसे रूस, जर्मनी, और ऑस्ट्रिया-हंगरी के शासक वंश। लोकतंत्र का उदय हुआ और यूरोप के मानचित्र में बड़े बदलाव आए।
- नए राष्ट्रों का गठन:
- पोलैंड, चेकोस्लोवाकिया और युगोस्लाविया जैसे नए राष्ट्रों का गठन हुआ और ऑस्ट्रिया तथा हंगरी अलग हो गए।
- वर्साय की संधि:
- जर्मनी को दोषी ठहराकर उस पर भारी जुर्माना लगाया गया और उसके उपनिवेश और संसाधन छीन लिए गए।
- राष्ट्रसंघ की स्थापना:
- विश्व शांति बनाए रखने के लिए राष्ट्रसंघ (League of Nations) की स्थापना की गई, लेकिन यह द्वितीय विश्वयुद्ध को रोकने में विफल रहा।
3. द्वितीय विश्वयुद्ध के क्या कारण थे?
उत्तर:
- वर्साय की संधि की कठोर शर्तें:
- वर्साय संधि ने जर्मनी पर बहुत कठोर शर्तें थोप दीं, जिससे जर्मनी में असंतोष और प्रतिशोध की भावना पैदा हुई।
- राष्ट्रसंघ की असफलता:
- राष्ट्रसंघ विश्व शांति बनाए रखने में विफल रहा। प्रमुख शक्तियों ने इसका समर्थन नहीं किया और आक्रामक राष्ट्रों पर कोई कड़ा कदम नहीं उठाया।
- हिटलर और नाजीवाद:
- हिटलर की आक्रामक विस्तारवादी नीतियाँ और जर्मनी का पुनरुत्थान द्वितीय विश्वयुद्ध का प्रमुख कारण बना।
- तुष्टिकरण की नीति:
- ब्रिटेन और फ्रांस ने हिटलर की मांगों को शुरुआत में तुष्टिकरण की नीति अपनाकर स्वीकार किया, जिससे उसकी महत्वाकांक्षाएं और बढ़ गईं।
- आर्थिक मंदी (Great Depression):
- 1929 की वैश्विक आर्थिक मंदी ने कई देशों की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया, जिससे युद्ध की परिस्थितियाँ और गंभीर हो गईं।
4. द्वितीय विश्वयुद्ध के क्या परिणाम थे?
उत्तर:
- अत्यधिक जन-धन की हानि:
- इस युद्ध में लगभग 5 करोड़ से अधिक लोग मारे गए और कई देशों की अर्थव्यवस्था पूरी तरह बर्बाद हो गई।
- संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना:
- विश्व शांति को बनाए रखने और अंतर्राष्ट्रीय विवादों को सुलझाने के लिए 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना हुई।
- यूरोप का पतन और अमेरिका का उदय:
- द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यूरोप की ताकत घट गई और अमेरिका एक महाशक्ति के रूप में उभरा।
- एशिया और अफ्रीका में स्वतंत्रता आंदोलन:
- द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद एशिया और अफ्रीका के कई देशों में स्वतंत्रता आंदोलन तेज हो गए, जिससे उपनिवेशवाद का अंत होने लगा।
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