1. भारत में मौसम और जलवायु में क्या अंतर है?
उत्तर: मौसम एक दिन या थोड़े समय के वायुमंडलीय दशाओं को दर्शाता है, जबकि जलवायु लंबे समय के औसत मौसम को दर्शाती है। मौसम बदलता रहता है, पर जलवायु स्थायी होती है।
2. मॉनसून शब्द का क्या अर्थ है?
उत्तर: मॉनसून शब्द की उत्पत्ति अरबी भाषा के “मौसिम” से हुई है, जिसका अर्थ ‘ऋतु’ होता है। यह हवाओं के उस समूह को दर्शाता है जो ऋतु के अनुसार दिशा बदलती हैं।
3. भारत में कौन-सी जलवायु पाई जाती है?
उत्तर: भारत में मुख्यतः मॉनसूनी जलवायु पाई जाती है, जिसमें ग्रीष्म और शीतकालीन मॉनसून के अनुसार वर्षा होती है। मॉनसूनी हवाएँ गर्मियों में समुद्र से थल की ओर और सर्दियों में थल से समुद्र की ओर चलती हैं।
4. जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक कौन-कौन से हैं?
उत्तर: जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक हैं- अक्षांश, ऊँचाई, समुद्र से दूरी, पवन की दिशा, पर्वत, वन, समुद्री धारा और मिट्टी। इन कारकों के कारण जलवायु में भिन्नताएँ होती हैं।
5. भारत के विभिन्न क्षेत्रों में जलवायु में कितनी विविधता है?
उत्तर: भारत में जलवायु में विविधता है, जैसे कि राजस्थान में जून में तापमान 48° सेंटीग्रेड तक पहुँच जाता है, जबकि उसी समय कश्मीर में तापमान 20° सेंटीग्रेड से कम रहता है। यह विभिन्न भौगोलिक विशेषताओं के कारण होता है।
6. हिमालय भारत की जलवायु को कैसे प्रभावित करता है?
उत्तर: हिमालय ठंडी हवाओं को भारत में प्रवेश करने से रोकता है और गर्मियों में मॉनसूनी हवाओं को रोककर देश में पर्याप्त वर्षा करता है। इससे भारत का उत्तरी भाग बहुत ठंडा नहीं होता।
7. भारत में मॉनसून कैसे काम करता है?
उत्तर: भारत में गर्मियों में जब सूर्य कर्क रेखा पर होता है, तब दक्षिणी गोलार्ध से हवाएँ भारत की ओर आती हैं। ये हवाएँ समुद्र से नमी लेकर वर्षा कराती हैं, जिन्हें दक्षिण-पश्चिम मॉनसून कहा जाता है।
8. भारत में वर्षा का वितरण असमान क्यों है?
उत्तर: भारत में वर्षा का वितरण भौगोलिक अवस्थाओं के कारण असमान है। मौसिमराम में 1187 सेंटीमीटर वर्षा होती है, जबकि राजस्थान के जैसलमेर में केवल 12 सेंटीमीटर वर्षा होती है।
9. एल निनो क्या है और इसका भारत पर क्या प्रभाव है?
उत्तर: एल निनो एक गर्म समुद्री धारा है जो दक्षिण अमेरिका के प्रशांत तटीय क्षेत्र में उत्पन्न होती है। यह भारत में कम वर्षा और सूखा लाती है, जिससे कृषि प्रभावित होती है।
10. ला निना क्या है और इसका भारत पर क्या प्रभाव है?
उत्तर: ला निना एक ठंडी समुद्री धारा है जो भारत में सामान्य से अधिक वर्षा लाती है। इसके कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
11. वर्षा के प्रकार कौन-कौन से होते हैं?
उत्तर: भारत में दो प्रकार की वर्षा होती है: ग्रीष्मकालीन वर्षा, जो दक्षिण-पश्चिम मॉनसून से होती है, और शीतकालीन वर्षा, जो उत्तरी-पूर्वी मॉनसून से होती है। शीतकालीन वर्षा सीमित क्षेत्रों में होती है।
12. लौटता मॉनसून क्या है?
उत्तर: मॉनसून का लौटना वह प्रक्रिया है जब दक्षिण-पश्चिम मॉनसून कमजोर पड़ने लगता है और सितंबर से नवंबर तक धीरे-धीरे भारत से विदा होता है। इस दौरान तमिलनाडु और केरल में लौटती मॉनसूनी वर्षा होती है।
13. भारत में मुख्य ऋतुएँ कौन-कौन सी हैं?
उत्तर: भारत में मुख्यतः चार ऋतुएँ पाई जाती हैं: शीत ऋतु (नवंबर से मार्च), ग्रीष्म ऋतु (मार्च से जून), वर्षा ऋतु (जून से सितंबर), और लौटता मॉनसून (सितंबर से नवंबर)।
14. ग्रीष्म ऋतु में तापमान कैसे बदलता है?
उत्तर: ग्रीष्म ऋतु में सूर्य की किरणें सीधी पड़ने के कारण उत्तर भारत में तापमान बहुत अधिक हो जाता है, जो मई-जून में 40° सेंटीग्रेड से ऊपर चला जाता है। दक्षिण भारत में समुद्र की निकटता के कारण तापमान अपेक्षाकृत कम रहता है।
15. कालबैशाखी क्या है?
उत्तर: कालबैशाखी पश्चिम बंगाल और बिहार में गर्मियों के दौरान आने वाली तेज हवाएँ और धूल भरी आँधियाँ होती हैं। यह शाम के समय होती हैं और कभी-कभी थोड़ी वर्षा भी होती है।
16. पश्चिमी विक्षोभ से वर्षा कब होती है?
उत्तर: शीतकाल में पश्चिमी विक्षोभ के कारण भारत के उत्तर-पश्चिमी भागों में वर्षा होती है। यह वर्षा मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में होती है, जो रबी की फसलों के लिए लाभकारी होती है।
17. वृष्टि छाया प्रदेश क्या होता है?
उत्तर: जब मॉनसूनी हवाएँ किसी पर्वत से टकराकर ऊपर उठती हैं और उसके पवन अभिमुख ढाल पर वर्षा होती है, तो पर्वत के विपरीत ढाल पर वर्षा नहीं होती। इसे वृष्टि छाया प्रदेश कहते हैं।
18. भारत में समुद्र से दूरी जलवायु को कैसे प्रभावित करती है?
उत्तर: समुद्र के नजदीक के क्षेत्रों में तापान्तर कम होता है, क्योंकि समुद्र देर से गर्म और ठंडा होता है। वहीं, स्थल भाग जल्द गर्म और ठंडा होता है, जिससे अंदरूनी क्षेत्रों में विषम जलवायु पाई जाती है।
19. कर्क रेखा का भारत की जलवायु पर क्या प्रभाव है?
उत्तर: कर्क रेखा भारत के मध्य से गुजरती है, जिसके उत्तर में उपोष्ण कटिबंधीय जलवायु और दक्षिण में उष्ण कटिबंधीय जलवायु पाई जाती है। इस कारण भारत का दक्षिणी भाग गर्म और उत्तरी भाग अपेक्षाकृत ठंडा रहता है।
20. भारत के तटीय क्षेत्रों में जलवायु कैसी होती है?
उत्तर: भारत के तटीय क्षेत्रों में जलवायु सम रहती है, जहाँ तापमान में अधिक परिवर्तन नहीं होता। इन क्षेत्रों में गर्मियों में बहुत ज्यादा गर्मी और सर्दियों में बहुत ठंड नहीं पड़ती।
21. जेट धाराएँ क्या होती हैं?
उत्तर: जेट धाराएँ वायुमंडल के ऊपरी भाग में तेज गति से बहने वाली हवाएँ हैं। भारत में पश्चिमी जेट धाराएँ और उष्ण कटिबंधीय पूर्वी जेट धाराएँ मिलकर जलवायु को प्रभावित करती हैं।
22. भारत में वर्षा का महत्व क्या है?
उत्तर: भारत की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था में वर्षा का अत्यधिक महत्व है। मॉनसूनी वर्षा से फसलें उगाई जाती हैं और पानी का भंडारण होता है। अनियमित वर्षा के कारण कभी सूखा तो कभी बाढ़ की समस्या उत्पन्न होती है।
23. शीत ऋतु में भारत का तापमान कैसा रहता है?
उत्तर: शीत ऋतु में भारत के उत्तरी मैदानों में तापमान 12° से 18° सेंटीग्रेड के बीच रहता है, जबकि दक्षिण भारत में यह 21° से 27° सेंटीग्रेड के बीच होता है। सबसे ज्यादा ठंडक उत्तर-पश्चिमी भागों में होती है।
24. मॉनसून के फटने का क्या अर्थ है?
उत्तर: मॉनसून के फटने का अर्थ है अचानक से भारी वर्षा का होना। जब मॉनसूनी हवाएँ दक्षिण-पश्चिम दिशा से भारत में प्रवेश करती हैं, तो अचानक से तेज वर्षा होती है, जिसे मॉनसून का फटना कहते हैं।
25. भारतीय कृषि और मॉनसून का संबंध क्या है?
उत्तर: भारतीय कृषि मॉनसून पर निर्भर करती है। मॉनसून के समय पर आने या देरी से आने पर फसलें प्रभावित होती हैं। अगर मॉनसून सही समय पर आता है तो फसल अच्छी होती है, अन्यथा सूखा या बाढ़ की समस्या होती है।
26. तमिलनाडु में शीतकालीन वर्षा क्यों होती है?
उत्तर: तमिलनाडु में शीतकालीन वर्षा उत्तर-पूर्वी मॉनसून के कारण होती है। जब स्थल से चलने वाली हवाएँ बंगाल की खाड़ी से होकर गुजरती हैं, तो नमी ग्रहण करके वर्षा करती हैं।
27. मॉनसूनी वर्षा से होने वाले खतरे क्या हैं?
उत्तर: मॉनसूनी वर्षा से मृदा अपरदन, बाढ़, और फसल नुकसान जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। वर्षा की अनियमितता से फसलों का उत्पादन प्रभावित होता है और कभी-कभी विनाशकारी स्थिति बन जाती है।
28. भारत में वर्षा का वितरण कैसे होता है?
उत्तर: भारत में पूर्व से पश्चिम की ओर वर्षा की मात्रा घटती जाती है। पूर्वोत्तर भारत में 250 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा होती है, जबकि राजस्थान के पश्चिमी भाग में 25 सेंटीमीटर से भी कम वर्षा होती है।
29. लू से क्या समझा जाता है?
उत्तर: लू वह गर्म और शुष्क हवाएँ होती हैं, जो ग्रीष्म ऋतु में उत्तर भारत में बहती हैं। यह हवाएँ अत्यधिक गर्म होती हैं और मई-जून के महीने में तापमान 45° सेंटीग्रेड तक बढ़ा देती हैं।
30. जाड़े में भारत के किन क्षेत्रों में वर्षा होती है?
उत्तर: जाड़े में भारत के उत्तर-पश्चिमी भागों, जैसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में पश्चिमी विक्षोभ के कारण वर्षा होती है। इस वर्षा से रबी की फसलों को लाभ होता है।
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