1. गरीबी क्या है?
उत्तर: गरीबी वह स्थिति है जिसमें व्यक्ति अपनी न्यूनतम आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आवश्यक साधन नहीं जुटा पाता। यह स्थिति भूख, अशिक्षा, बेरोजगारी, और अशुद्ध जल जैसी समस्याओं से घिरी होती है। भारत में 26 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन कर रहे हैं।
2. रामपुकार की कहानी क्या दर्शाती है?
उत्तर: रामपुकार की कहानी एक शहरी गरीब की संघर्षशील जिंदगी को दर्शाती है। वह अपनी छोटी सी आय से छह सदस्यों का परिवार चलाता है और उनके लिए दो वक्त का भोजन भी जुटाना मुश्किल होता है। उसकी पत्नी भी काम करती है, फिर भी परिवार की स्थिति बेहद दयनीय है।
3. राजेन्द्र सिंह की कहानी ग्रामीण गरीबी को कैसे दिखाती है?
उत्तर: राजेन्द्र सिंह की कहानी एक ग्रामीण गरीब की जीवन स्थिति को दर्शाती है। उसके पास कोई भूमि नहीं है और वह बड़े किसानों के लिए काम करता है। उसकी आय अनियमित है, और उसका परिवार हमेशा भोजन की कमी से जूझता रहता है। चिकित्सा और शिक्षा की सुविधाओं का भी अभाव है।
4. गरीबी के मुख्य आयाम क्या हैं?
उत्तर: गरीबी के प्रमुख आयामों में भूख, आश्रय का अभाव, शिक्षा और चिकित्सा की कमी, स्वच्छ जल की अनुपलब्धता और रोजगार की कमी शामिल हैं। यह असहायता की भावना और सामाजिक अपवर्जन का प्रतीक है, जहाँ गरीब व्यक्ति अन्य लोगों से अलग-थलग जीवन जीने पर मजबूर होते हैं।
5. गरीबी का दुष्चक्र क्या है?
उत्तर: गरीबी का दुष्चक्र एक ऐसी स्थिति है जहाँ कम आय, कम बचत और कम निवेश के कारण उत्पादकता कम हो जाती है। इससे आर्थिक विकास अवरुद्ध हो जाता है, और देश या व्यक्ति गरीबी के चक्र में फंसे रहते हैं। इससे बाहर निकलने के लिए पूँजी और उत्पादकता को बढ़ाना आवश्यक है।
6. सामाजिक अपवर्जन से क्या तात्पर्य है?
उत्तर: सामाजिक अपवर्जन का मतलब है कि गरीब लोग बेहतर सुविधाओं से वंचित रहते हैं और उन्हें समाज में अलग-थलग रखा जाता है। गरीब लोगों को केवल निकृष्ट वातावरण में रहना पड़ता है, जो उनकी सामाजिक और आर्थिक उन्नति में बाधक बनता है। जाति-व्यवस्था इसका एक प्रमुख उदाहरण है।
7. असुरक्षा का क्या मतलब है?
उत्तर: असुरक्षा का अर्थ है कि कुछ विशेष समूह, जैसे अनुसूचित जाति, जनजाति, या विधवाएँ, भविष्य में भी गरीबी में बने रहने की अधिक संभावना रखते हैं। यह असुरक्षा शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार की कमी से जुड़ी होती है, जो गरीबों को अधिक जोखिम में डालती है।
8. गरीबी रेखा क्या है?
उत्तर: गरीबी रेखा एक काल्पनिक रेखा है, जिसके नीचे आने वाले लोग न्यूनतम जीवन स्तर से नीचे जीवन जीते हैं। भारत में इसे कैलोरी मापदंड पर आधारित किया गया है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 2400 कैलोरी और शहरी क्षेत्रों में 2100 कैलोरी प्रतिदिन की जरूरत मानी जाती है। गरीबी रेखा का निर्धारण मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय (MPCE) से किया जाता है।
9. भारत में निर्धनता अनुपात में क्या परिवर्तन हुआ है?
उत्तर: 1973-74 में भारत में निर्धनता अनुपात लगभग 55% था, जो 2000 तक घटकर 26% पर आ गया। हालाँकि गरीबों की संख्या अभी भी बड़ी है, परंतु सरकारी प्रयासों के कारण निर्धनता का अनुपात कम हुआ है। भविष्य में इस अनुपात के और कम होने की संभावना है।
10. भारत में सबसे अधिक असुरक्षित समूह कौन से हैं?
उत्तर: भारत में अनुसूचित जाति, जनजाति, और ग्रामीण खेतिहर मजदूर गरीबी के प्रति सबसे अधिक असुरक्षित समूह माने जाते हैं। इन समूहों में गरीबी का अनुपात सामान्य जनसंख्या की तुलना में बहुत अधिक है। शहरी अनियत मजदूर भी गरीबी से अधिक प्रभावित होते हैं।
11. गरीबी के कारण क्या हैं?
उत्तर: गरीबी के प्रमुख कारणों में जनसंख्या में अत्यधिक वृद्धि, कृषि का पिछड़ापन, पूँजी का अभाव, और प्राकृतिक संसाधनों के उचित उपयोग की कमी शामिल हैं। इसके अलावा, औद्योगिकीकरण की धीमी गति और बेरोजगारी भी प्रमुख कारण हैं, जो देश में गरीबी को बढ़ाते हैं।
12. गरीबी दूर करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण क्यों आवश्यक है?
उत्तर: तेजी से बढ़ती जनसंख्या गरीबी का एक प्रमुख कारण है, क्योंकि इससे संसाधनों पर दबाव बढ़ता है। जनसंख्या नियंत्रण के माध्यम से जीवन स्तर को सुधारने और रोजगार के अवसर बढ़ाने में मदद मिल सकती है। शिक्षा और परिवार नियोजन के उपायों से इस समस्या का समाधान संभव है।
13. कृषि उत्पादन में वृद्धि गरीबी निवारण में कैसे सहायक है?
उत्तर: कृषि उत्पादन में वृद्धि से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आय के अवसर बढ़ते हैं। उन्नत बीज, खाद, और सिंचाई की सुविधाओं का उपयोग करके खेती को अधिक उत्पादक बनाया जा सकता है। इससे गरीबी कम करने में मदद मिलती है, क्योंकि अधिकतर लोग कृषि पर निर्भर हैं।
14. आय और धन की विषमता गरीबी को कैसे प्रभावित करती है?
उत्तर: आय और धन की विषमता के कारण समाज के कुछ वर्ग धनी होते जाते हैं, जबकि बहुसंख्यक गरीब बने रहते हैं। देश की संपत्ति कुछ लोगों के पास केंद्रित हो जाती है, जिससे गरीबी बढ़ती है। इस असमानता को दूर करने के लिए प्रगतिशील कर प्रणाली और सामाजिक कल्याण योजनाएँ आवश्यक हैं।
15. बिहार में गरीबी की क्या स्थिति है?
उत्तर: बिहार भारत के सबसे गरीब राज्यों में से एक है, जहाँ गरीबी का अनुपात 42.6% है। यहाँ के अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर हैं, परंतु कृषि का पिछड़ापन और संसाधनों की कमी के कारण लोग गरीबी में जीने को मजबूर हैं। सरकारी और गैर-सरकारी प्रयासों के बावजूद, स्थिति में अभी भी पर्याप्त सुधार नहीं हुआ है।
16. स्वरोजगार गरीबी निवारण में कैसे मदद करता है?
उत्तर: स्वरोजगार के माध्यम से व्यक्ति अपनी इच्छानुसार काम करके आय अर्जित करता है और धीरे-धीरे आत्मनिर्भर बनता है। बैंक की सहायता से कर्ज लेकर लोग छोटे व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार आता है। यह गरीबी दूर करने का एक महत्वपूर्ण उपाय है।
17. सामूहिक खेती क्या है और यह गरीबी कैसे दूर करती है?
उत्तर: सामूहिक खेती में किसान एक साथ मिलकर खेती करते हैं और संसाधनों का साझा उपयोग करते हैं। इससे खेती में लगने वाली पूँजी की सुरक्षा होती है और किसानों के बीच लाभ और हानि समान रूप से बाँटी जाती है। यह गरीब किसानों को आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है।
18. राष्ट्रीय काम के बदले अनाज कार्यक्रम क्या है?
उत्तर: यह योजना 2004 में शुरू की गई थी और देश के सबसे पिछड़े जिलों में लागू की गई थी। इसके तहत ग्रामीण गरीबों को मजदूरी के बदले अनाज दिया जाता है। यह योजना उन लोगों के लिए है जो अकुशल शारीरिक काम करने को तैयार हैं और उन्हें रोजगार की आवश्यकता है।
19. स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (SGSY) 1999 में शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से लोगों को उत्पादक परिसंपत्तियाँ दी जाती हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके।
20. मध्याह्न भोजन योजना का क्या उद्देश्य है?
उत्तर: मध्याह्न भोजन योजना का उद्देश्य प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों को दोपहर का भोजन मुफ्त में उपलब्ध कराना है। इससे गरीब बच्चों को पोषण मिलता है और उनकी विद्यालय में उपस्थिति भी बढ़ती है। यह योजना शिक्षा और पोषण दोनों में सुधार लाने के लिए है।
Long Questions
1. भारत में गरीबी का क्या अर्थ है? इसके मुख्य लक्षण क्या हैं?
उत्तर:
- गरीबी का अर्थ: भारत में गरीबी उस स्थिति को दर्शाती है जब एक व्यक्ति जीवन के लिए न्यूनतम आवश्यक साधन भी प्राप्त नहीं कर पाता है।
- मुख्य लक्षण:
- भुखमरी: गरीब व्यक्ति के पास दो वक्त का खाना जुटाने के साधन नहीं होते।
- आश्रय की कमी: रहने के लिए उचित घर नहीं होता, लोग झोपड़ियों में रहते हैं।
- शिक्षा का अभाव: गरीब परिवारों में बच्चे स्कूल नहीं जा पाते।
- स्वास्थ्य सेवाओं की कमी: बीमार होने पर चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध नहीं होतीं।
- आय में असमानता: गरीबों की आय अत्यधिक कम होती है, जिससे उनकी स्थिति खराब रहती है।
2. गरीबी के दुष्चक्र को समझाइए। यह कैसे कार्य करता है?
उत्तर:
- परिभाषा: गरीबी का दुष्चक्र (Vicious Circle of Poverty) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें गरीब लोग लगातार गरीबी में फँसे रहते हैं क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हो पाता।
- दुष्चक्र की क्रियाविधि:
- निम्न उत्पादन: गरीबों के पास पर्याप्त संसाधन न होने के कारण उत्पादन क्षमता कम होती है।
- कम आय: निम्न उत्पादन से आय में कमी होती है।
- कम बचत: आय कम होने के कारण लोग बचत नहीं कर पाते।
- कम निवेश: पूँजी की कमी के कारण निवेश घटता है।
- अल्प विकास: इससे देश में विकास की गति धीमी हो जाती है और गरीबी बढ़ती रहती है।
3. भारत में गरीबी के कारण क्या हैं?
उत्तर:
- भारत में गरीबी के कई कारण हैं:
- जनसंख्या वृद्धि: अत्यधिक जनसंख्या वृद्धि से रोजगार की कमी हो जाती है।
- कृषि का पिछड़ापन: कृषि का विकास धीमा होने से गरीबों को रोजगार के अवसर नहीं मिलते।
- पूँजी की कमी: गरीब लोग निवेश नहीं कर पाते, जिससे आर्थिक विकास धीमा होता है।
- आय में विषमता: आय और संपत्ति का वितरण असमान होता है, जिससे गरीब और गरीब बनते हैं।
- औद्योगिकीकरण का अभाव: औद्योगिकीकरण के अभाव में रोजगार के अवसर सीमित हो जाते हैं।
4. बिहार में गरीबी की स्थिति का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
- बिहार में गरीबी: बिहार भारत के सबसे गरीब राज्यों में से एक है।
- कृषि पर निर्भरता: यहाँ की अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है, लेकिन आधुनिक तकनीक का अभाव है।
- आय की कमी: ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरी बहुत कम होती है, जिससे लोग न्यूनतम आवश्यकताएँ भी पूरी नहीं कर पाते।
- शिक्षा का अभाव: शिक्षा की कमी के कारण लोग बेहतर रोजगार पाने में असमर्थ रहते हैं।
- स्वास्थ्य सेवाओं की कमी: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी भी गरीबी का एक बड़ा कारण है।
- आकंड़े: बिहार में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों का प्रतिशत 42.6% है|
5. भारत में गरीबी मापने के तरीके क्या हैं? भारत की गरीबी रेखा को कैसे निर्धारित किया जाता है?
उत्तर:
- गरीबी मापने के तरीके:
- कैलोरी मापदंड: योजना आयोग के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 2400 कैलोरी और शहरी क्षेत्रों में 2100 कैलोरी आवश्यक है।
- आय-व्यय मापदंड: मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय (MPCE) के आधार पर गरीबी मापी जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में MPCE 328 रु. प्रतिमाह और शहरी क्षेत्रों में 454 रु. प्रतिमाह निर्धारित है।
- गरीबी रेखा का निर्धारण:
- ग्रामीण क्षेत्रों: जहाँ लोग अधिक श्रम करते हैं, उन्हें अधिक कैलोरी की आवश्यकता होती है।
- शहरी क्षेत्रों: यहाँ कीमतें अधिक होती हैं, इसलिए प्रति व्यक्ति व्यय भी अधिक होता है।
6. गरीबी उन्मूलन के लिए किए गए सरकारी प्रयासों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
- प्रमुख सरकारी योजनाएँ:
- राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (NREGA): इस योजना के तहत गरीबों को रोजगार प्रदान किया जाता है।
- मध्याह्न भोजन योजना: स्कूलों में बच्चों को मुफ्त भोजन दिया जाता है ताकि उन्हें शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन मिले।
- प्रधानमंत्री रोजगार योजना: यह योजना शहरी और ग्रामीण बेरोजगारों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करती है।
- स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना: ग्रामीण गरीबों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाता है|
7. ग्रामीण और शहरी गरीबी में क्या अंतर है? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
- ग्रामीण गरीबी:
- राजेंद्र सिंह की कहानी: राजेंद्र सिंह बिहार के एक गाँव में रहते हैं। उनके पास भूमि नहीं है, और वे अनियमित रोजगार पाते हैं। उनके परिवार को दो वक्त का भोजन जुटाने में भी कठिनाई होती है।
- शहरी गरीबी:
- रामपुकार की कहानी: रामपुकार एक शहर में रहते हैं और एक आटे की मिल में काम करते हैं। उनकी आय इतनी कम है कि वे अपने परिवार का खर्च नहीं चला पाते।
- अंतर:
- ग्रामीण गरीबी: मुख्य रूप से कृषि पर निर्भरता के कारण रोजगार के अवसर सीमित होते हैं।
- शहरी गरीबी: उद्योगों और अस्थायी मजदूरी पर आधारित होती है|
8. भारत में गरीबी के सामाजिक प्रभाव क्या हैं?
उत्तर:
- सामाजिक प्रभाव:
- शिक्षा का अभाव: गरीब लोग अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज पाते, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय हो जाता है।
- स्वास्थ्य की कमी: गरीबों के पास इलाज के पैसे नहीं होते, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
- आर्थिक असमानता: आय में असमानता के कारण समाज में धनी और गरीब के बीच अंतर बढ़ता जाता है।
- सामाजिक बहिष्कार: गरीबी के कारण गरीब लोग समाज के मुख्यधारा से कट जाते हैं।
9. गरीबी दूर करने के लिए गैर-सरकारी प्रयासों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
- गैर-सरकारी प्रयास:
- स्वरोजगार: गरीब व्यक्तियों को बैंक की मदद से स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- सामूहिक खेती: छोटे किसानों द्वारा सामूहिक खेती करके उत्पादन बढ़ाने के प्रयास किए जाते हैं।
- स्वयं सहायता समूह (SHG): गाँवों में समूह बनाकर गरीबों को रोजगार के अवसर दिए जाते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है|
10. बिहार में गरीबी के निदान के लिए किन उपायों को अपनाया गया है?
उत्तर:
- प्रमुख उपाय:
- कृषि सुधार: कृषि में नई तकनीकों का प्रयोग करके उत्पादन बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।
- शिक्षा का प्रचार: गरीब बच्चों के लिए शिक्षा के अधिक अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
- स्वरोजगार के अवसर: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार योजनाएँ चलाई जा रही हैं।
- स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाया जा रहा है।
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