1. निम्मो किस वर्ग का प्रतिनिधित्व करती है?
उत्तर: निम्मो समाज के गरीब और असहाय वर्ग की प्रतीक है, जो महानगरों में मजदूरी करने वाले घरेलू कामगारों का प्रतिनिधित्व करती है। उसकी हालत यह दिखाती है कि इन लोगों का कोई अपना अस्तित्व नहीं होता।
2. कवि ने निम्मो की तुलना भीगी हुई चिड़िया से क्यों की है?
उत्तर: कवि ने निम्मो की तुलना भीगी हुई चिड़िया से की है क्योंकि वह भी चिड़िया की तरह कमजोर और लाचार थी। वह जिंदगी की कठिनाइयों से जूझते हुए चुपचाप अपना जीवन व्यतीत कर रही थी।
3. निम्मो को किन यातनाओं का सामना करना पड़ा?
उत्तर: निम्मो को रोज़ लानतें, गालियाँ और शारीरिक यातनाएँ मिलती थीं। वह ठंडे फर्श पर सोती थी, सूखी रोटी खाती थी और उसकी पीड़ा की कोई सुनवाई नहीं थी।
4. ‘उसकी थमी हुई हिचकियाँ उसके पीहर तक चली आती थीं’ का क्या अर्थ है?
उत्तर: इस पंक्ति का अर्थ है कि निम्मो की परेशानियाँ और उसकी कराहें उसकी माँ और घर तक पहुँच जाती थीं। वह अपनी तकलीफों को छिपा नहीं पाती थी, और उसकी भावनाएँ उसके परिवार तक पहुंचती थीं।
5. कवि ने समाज के किस वर्ग के प्रति सहानुभूति व्यक्त की है?
उत्तर: कवि ने समाज के उस गरीब और वंचित वर्ग के प्रति सहानुभूति व्यक्त की है, जिनके जीवन में संघर्ष और अभाव है, और जिनकी मौत पर कोई सवाल नहीं उठता।
6. पूरी धरती पर कंपन पसरने का क्या कारण है?
उत्तर: पूरी धरती पर कंपन पसरने का कारण निम्मो की मृत्यु से उत्पन्न दुख और उसका असर है। यह दिखाता है कि उसकी मौत के साथ एक बड़ा खालीपन और शोक पूरी धरती पर फैल गया।
7. निम्मो ने कई सालों तक अपनी माँ को चिट्ठी क्यों नहीं लिखी?
उत्तर: निम्मो ने अपनी माँ को चिट्ठी इसलिए नहीं लिखी क्योंकि वह अपने हालात से बहुत दूर हो चुकी थी। उसके पास न तो समय था और न ही साधन, और उसकी जिंदगी की कठिनाइयाँ उसे अपने परिवार से दूर करती गईं।
8. ‘वह चोरों की तरह खाती रही कई बरस’ का क्या अर्थ है?
उत्तर: इस पंक्ति में कवि ने यह दिखाया है कि निम्मो को चोरी की तरह छुप-छुपाकर खाना पड़ता था क्योंकि उसे ठीक से खाने की भी इजाज़त नहीं थी। उसकी हालत बेहद दयनीय थी।
9. प्रार्थनाओं को अनकही क्यों कहा गया है?
उत्तर: प्रार्थनाओं को अनकही इसलिए कहा गया है क्योंकि निम्मो अपनी इच्छाओं और दुखों को किसी से कह नहीं पाती थी। वह अपने मन की बात किसी के सामने प्रकट नहीं कर पाती थी, सब कुछ सहन कर रही थी।
10. रेत की दीवार की तरह गिरने का क्या अर्थ है?
उत्तर: रेत की दीवार की तरह गिरने का अर्थ है कि निम्मो की मौत अचानक और कमजोर स्थिति में हुई। उसकी मौत का कोई विशेष कारण नहीं था, बल्कि वह धीरे-धीरे जीवन से हार मान चुकी थी।
11. कविता का शीर्षक ‘निम्मो की मौत पर’ किस प्रकार सार्थक है?
उत्तर: शीर्षक ‘निम्मो की मौत पर’ बहुत सार्थक है क्योंकि यह निम्मो जैसी गरीब और अनदेखी औरत की अचानक और दुखद मौत पर ध्यान केंद्रित करता है। उसकी मौत पर कोई प्रश्न नहीं उठाता, यही समाज की उदासीनता को दिखाता है।
12. तीस बरस के जीवन से कवि क्या कहना चाहता है?
उत्तर: कवि बताना चाहता है कि निम्मो का जीवन तीस साल तक इस दुनिया में रहा, लेकिन उसके पास जीने का कोई सच्चा अधिकार नहीं था। वह बस समाज की जरूरत भर थी, जिसका जीवन और मौत महत्वहीन हो गया था।
13. निम्मो के जीवन में सबसे बड़ा अभाव क्या था?
उत्तर: निम्मो के जीवन में सबसे बड़ा अभाव प्रेम और सम्मान का था। उसे केवल काम की वस्तु समझा गया, और उसकी भावनाओं, तकलीफों और जरूरतों को नजरअंदाज किया गया।
14. कवि निम्मो की मृत्यु को किस रूप में देखता है?
उत्तर: कवि निम्मो की मृत्यु को एक साधारण और निराशाजनक घटना के रूप में देखता है, जिसमें कोई रहस्य या गहराई नहीं है। उसकी मौत भी उसकी जिंदगी की तरह अनदेखी रह जाती है।
15. कविता के अंत में कवि ने किस तरह का संदेश दिया है?
उत्तर: कविता के अंत में कवि यह संदेश देता है कि समाज में गरीब और वंचित वर्ग की जिंदगी और मौत दोनों ही महत्वहीन मानी जाती हैं। यह समाज की संवेदनहीनता और उदासीनता को दिखाता है।
16. निम्मो की स्थिति समाज में किस प्रकार की थी?
उत्तर: निम्मो की स्थिति समाज में एक निम्न स्तर की कामकाजी महिला की थी, जिसे न तो कोई अधिकार था और न ही कोई पहचान। उसकी हालत दयनीय और असहाय थी।
17. निम्मो की मृत्यु को कवि ने कैसे चित्रित किया है?
उत्तर: कवि ने निम्मो की मृत्यु को बहुत साधारण और अचानक घटना के रूप में चित्रित किया है, जिसमें न कोई रहस्य है और न ही कोई विशेष कारण। उसकी मौत भी उसकी जिंदगी की तरह दुख भरी थी।
18. कवि ने ‘अँधेरे कोने में दुबकने’ का क्या अर्थ बताया है?
उत्तर: कवि ने ‘अँधेरे कोने में दुबकने’ से निम्मो की छिपी और अनदेखी जिंदगी का चित्रण किया है, जिसमें वह एक कोने में खुद को छिपाकर, गरीबी और अभाव में अपना जीवन काट रही थी।
19. निम्मो की मौत पर कोई सवाल क्यों नहीं उठता?
उत्तर: निम्मो की मौत पर कोई सवाल इसलिए नहीं उठता क्योंकि समाज उसे एक मामूली और गैर-जरूरी व्यक्ति मानता है। उसकी मौत भी उतनी ही अनदेखी रह जाती है, जितनी उसकी जिंदगी थी।
20. निम्मो की जिंदगी का सबसे दुखद पहलू क्या था?
उत्तर: निम्मो की जिंदगी का सबसे दुखद पहलू यह था कि उसे न तो कभी सच्चा सम्मान मिला और न ही प्रेम। उसकी पूरी जिंदगी संघर्ष और उपेक्षा में बीती, और उसकी मौत पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया।
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