Short Questions with Answers
1. फसल किसे कहते हैं?
- बड़े भू-भाग में एक साथ उगाए जानेवाले उपयोगी पौधे फसल कहलाते हैं।
2. खरीफ फसल का एक उदाहरण दीजिए।
- धान और मक्का खरीफ फसलों के उदाहरण हैं।
3. रबी फसल का एक उदाहरण क्या है?
- गेहूँ और चना रबी फसलों के उदाहरण हैं।
4. जायद फसल किसे कहते हैं?
- ग्रीष्म ऋतु में उपजाई जानेवाली फसलों को जायद कहते हैं।
5. मिट्टी को उलटने-पलटने की प्रक्रिया क्या कहलाती है?
- जुताई।
6. बीजों का चयन कैसे किया जाता है?
- बीजों को पानी में डालने से; तैरने वाले बीज हल्के और खराब होते हैं।
7. सिंचाई की परिभाषा क्या है?
- फसल को उचित समय पर पानी देना सिंचाई कहलाता है।
8. सिंचाई का एक आधुनिक तरीका बताइए।
- ड्रिप तंत्र, जिसमें पौधों को बूँद-बूँद करके पानी दिया जाता है।
9. खरपतवार किसे कहते हैं?
- अवांछनीय पौधों को जो फसल के साथ उग आते हैं।
10. कटाई पर्व का क्या महत्व है?
- यह किसान की मेहनत का जश्न मनाने का अवसर है।
11. उर्वरक किससे बनता है?
- उर्वरक रासायनिक पदार्थों जैसे यूरिया और पोटाश से बनता है।
12. खाद का उदाहरण क्या है?
- गोबर खाद।
13. खाद और उर्वरक में क्या अंतर है?
- खाद प्राकृतिक होती है जबकि उर्वरक रासायनिक।
14. साइलो का उपयोग किसलिए होता है?
- अनाज के सुरक्षित भंडारण के लिए।
15. फसल कटाई के बाद थ्रेशिंग क्या है?
- दाने और भूसे को अलग करने की प्रक्रिया।
16. खाद्यन्न भंडारण का एक उन्नत तरीका क्या है?
- साइलो या उन्नत गोदाम।
17. पोषक तत्वों की प्राप्ति के लिए मिट्टी की तैयारी कैसे की जाती है?
- जुताई और गुड़ाई से।
18. फसल में अच्छे बीजों का चयन क्यों आवश्यक है?
- अच्छे बीजों से स्वस्थ पौधों का विकास होता है।
19. केंचुए को ‘किसानों का मित्र’ क्यों कहते हैं?
- क्योंकि यह मिट्टी को उपजाऊ बनाता है।
20. पौधों में कीड़े लगने पर क्या उपाय किया जाता है?
- रेवण के अनुसार, राख का छिड़काव किया जाता है।
Medium Questions with Answers
1. खरीफ, रबी और जायद फसलों में क्या अंतर है?
- खरीफ फसल वर्षा ऋतु में, रबी शीत ऋतु में, और जायद ग्रीष्म ऋतु में उगाई जाती हैं। खरीफ में धान, रबी में गेहूँ और जायद में तरबूज जैसी फसलें उगाई जाती हैं।
2. खेत की मिट्टी की तैयारी में जुताई का महत्व क्या है?
- जुताई से मिट्टी को पलटने से यह भुरभुरी बनती है, जिसमें पौधों की जड़ें गहराई तक जाती हैं और पोषक तत्वों की प्राप्ति आसान होती है।
3. कृषि में बीजों का चयन कैसे किया जाता है और इसका महत्व क्या है?
- बीजों को पानी में डालने पर तैरने वाले बीज हटाकर नीचे बैठने वाले अच्छे बीज चुने जाते हैं। अच्छे बीज अधिक अंकुरित होते हैं जिससे उपज बढ़ती है।
4. सिंचाई की आवश्यकता क्यों होती है?
- पौधों को जल की आवश्यकता होती है ताकि पोषक तत्वों का संचार हो सके। शुष्क स्थिति में बीज अंकुरित नहीं होते, इसलिए सिंचाई जरूरी है।
5. खाद और उर्वरक में अंतर क्या है और दोनों का उपयोग क्यों आवश्यक है?
- खाद जैविक है और मिट्टी को ह्यूमस प्रदान करती है, जबकि उर्वरक रासायनिक होता है जो पौधों को त्वरित पोषक तत्व देता है। दोनों फसल उत्पादन को बढ़ाते हैं।
6. ड्रिप सिंचाई तंत्र किस प्रकार उपयोगी है?
- ड्रिप तंत्र में पौधों की जड़ों पर बूँद-बूँद पानी दिया जाता है, जिससे जल की बर्बादी नहीं होती और पौधों को आवश्यक नमी मिलती है। यह जल की कमी वाले क्षेत्रों में उपयोगी है।
7. फसलों में खरपतवार क्यों हानिकारक होते हैं?
- खरपतवार मुख्य फसल के पोषक तत्व, जल और स्थान का उपयोग कर फसल उत्पादन को कम करते हैं, इसलिए इन्हें हटाना आवश्यक है।
8. फसल कटाई के लिए किस विधि का प्रयोग किया जाता है?
- फसल की कटाई हंसिये, मूवर और हार्वेस्टर से की जाती है। बड़े स्तर पर मशीनों का उपयोग समय और मेहनत दोनों बचाता है।
9. साइलो में अनाज का भंडारण कैसे होता है?
- साइलो में अनाज को सुरक्षित रखने के लिए तापमान और नमी नियंत्रित की जाती है, जिससे कीटों और सूक्ष्म जीवों से अनाज सुरक्षित रहता है।
10. कटाई पर्व का महत्व क्या है और इसे क्यों मनाया जाता है?
- यह किसानों के परिश्रम का उत्सव है। फसल कटाई के बाद यह खुशी मनाने का समय होता है; होली, पोंगल और बिहू जैसे त्यौहार इससे जुड़े हैं।
11. फसल में सिंचाई का उचित समय और मात्रा कैसे निर्धारित होती है?
- मौसम, मिट्टी और फसल के प्रकार के अनुसार सिंचाई की आवश्यकता होती है। जैसे धान में अधिक और चने में कम सिंचाई की जरूरत होती है।
12. छिड़काव सिंचाई तंत्र का उपयोग कहाँ किया जाता है?
- यह असमतल भूमि और पानी की कम उपलब्धता वाले क्षेत्रों में उपयोगी है। इसमें पाइप से जुड़े नोजल द्वारा पानी का छिड़काव होता है।
13. भंडारण से पहले अनाज को सुखाने का क्या महत्व है?
- अनाज में नमी होने पर वह खराब हो सकता है या कीड़ों से संक्रमित हो सकता है, इसलिए भंडारण से पहले अनाज को धूप में सुखाना जरूरी होता है।
14. रेवण के कृषि सिद्धांतों का आज के कृषि विज्ञान में क्या महत्व है?
- रेवण के सिद्धांत भूमि की उर्वरता और फसलों की वृद्धि में सहायक हैं। उन्होंने कीट नियंत्रण और फसल चक्र जैसे विषयों पर भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे।
15. उर्वरक का अत्यधिक प्रयोग किस प्रकार हानिकारक हो सकता है?
- अधिक उर्वरक मिट्टी को कठोर बना देता है और जल निकासी कम कर देता है। इससे भूमि की उपजाऊ क्षमता कम होती है।
Long Questions with Answers
1. फसल उत्पादन में मिट्टी की तैयारी का महत्व समझाइए।
- मिट्टी की तैयारी से पौधों की जड़ें गहराई तक जा पाती हैं और पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित करती हैं। जुताई और गुड़ाई से मिट्टी में हवा का संचार होता है और सूक्ष्म जीवों के विकास की संभावना बढ़ती है, जिससे मिट्टी उपजाऊ बनती है।
2. बीजों का चयन कैसे किया जाता है और क्यों महत्वपूर्ण है?
- बीजों को पानी में डालकर अच्छे बीजों का चयन किया जाता है, क्योंकि तैरने वाले बीज हल्के और खराब होते हैं। अच्छे बीजों से पौधों की वृद्धि बेहतर होती है, जिससे फसल की गुणवत्ता और मात्रा में वृद्धि होती है।
3. सिंचाई के पारंपरिक और आधुनिक तरीकों में अंतर बताइए।
- पारंपरिक सिंचाई में ढेकली और चेन पंप जैसे साधन होते हैं, जबकि आधुनिक तरीकों में ड्रिप और छिड़काव तंत्र आते हैं। आधुनिक विधियाँ पानी की बचत करती हैं और फसल को समय पर नमी प्रदान करती हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता में सुधार होता है।
4. खाद और उर्वरक के उपयोग के लाभ और हानियाँ क्या हैं?
- खाद मिट्टी को प्राकृतिक रूप से उपजाऊ बनाती है, जबकि उर्वरक तेजी से पोषक तत्व प्रदान करता है। हालांकि, अत्यधिक उर्वरक का उपयोग मिट्टी की गुणवत्ता को नुकसान पहुँचा सकता है, इसलिए संतुलित उपयोग आवश्यक है।
5. रेवण के कृषि सिद्धांतों का वर्णन करें।
- रेवण ने फसलों की बुआई, सिंचाई, और कीट प्रबंधन पर महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए थे। उनके सिद्धांत आज भी कृषि में उपयोगी हैं, विशेष रूप से जैविक और पारंपरिक खेती में, जिससे किसानों को बेहतर उपज प्राप्त होती है।
6. खरपतवार का फसल उत्पादन पर क्या प्रभाव पड़ता है और इससे कैसे बचा जा सकता है?
- खरपतवार फसलों के पोषक तत्वों का उपयोग कर उनकी वृद्धि में बाधा डालते हैं। इन्हें खेतों से हटाने के लिए जुताई, खुरपी और खरपतवारनाशी का प्रयोग किया जाता है, जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार होता है।
7. ड्रिप सिंचाई तंत्र की विशेषताएँ बताइए।
- ड्रिप तंत्र में पानी बूँद-बूँद कर पौधों की जड़ों में पहुँचता है, जिससे जल का सही उपयोग होता है और बर्बादी नहीं होती। यह प्रणाली सूखे क्षेत्रों में अधिक उपयोगी है, खासकर फलदार पौधों के लिए।
8. फसल कटाई के बाद भंडारण में सावधानियाँ क्यों आवश्यक हैं?
- अनाज को नमी और कीटों से बचाने के लिए भंडारण से पहले धूप में सुखाया जाता है। सुरक्षित भंडारण के लिए साइलो या गोदामों का प्रयोग किया जाता है, जिससे अनाज लंबे समय तक सुरक्षित रहता है।
9. भारत में फसल कटाई पर्वों का महत्व क्या है?
- फसल कटाई का समय किसानों के लिए खुशी और उत्सव का अवसर होता है। यह त्यौहार किसानों की मेहनत का प्रतीक है, जिसे वे परिवार और समुदाय के साथ मनाते हैं, जैसे कि होली, पोंगल और वैशाखी।
10. आधुनिक सिंचाई प्रणालियों का कृषि में योगदान क्या है?
- आधुनिक सिंचाई प्रणाली, जैसे ड्रिप और छिड़काव, जल की बचत और समय पर सिंचाई में सहायक होती हैं। ये प्रणाली विशेष रूप से पानी की कमी वाले क्षेत्रों में फसल उत्पादन को बढ़ावा देने में उपयोगी हैं।
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