Short Questions with Answers
1. ध्वनि क्या है?
- ध्वनि एक ऊर्जा है जो कम्पनों से उत्पन्न होती है और कानों तक पहुँचकर सुनाई देती है।
2. ध्वनि कैसे उत्पन्न होती है?
- ध्वनि वस्तुओं के कंपन से उत्पन्न होती है, जैसे ड्रम बजाने से उसके झिल्ली में कंपन होता है।
3. हम ध्वनि को कैसे सुनते हैं?
- ध्वनि तरंगें कान के पर्दे पर पहुँचकर कंपन उत्पन्न करती हैं, जिससे हम ध्वनि सुन पाते हैं।
4. ध्वनि तरंग किस माध्यम से यात्रा करती है?
- ध्वनि ठोस, द्रव और गैसों जैसे माध्यमों से यात्रा कर सकती है।
5. ध्वनि की गति किसमें अधिक होती है?
- ध्वनि की गति ठोस में सबसे अधिक, द्रव में मध्यम और गैस में सबसे कम होती है।
6. प्रतिध्वनि क्या है?
- किसी वस्तु से टकराकर वापस लौटने वाली ध्वनि को प्रतिध्वनि कहते हैं।
7. हम प्रतिध्वनि को कब सुन सकते हैं?
- जब ध्वनि स्रोत और परावर्तक के बीच की दूरी 17 मीटर या अधिक हो, तब प्रतिध्वनि सुनाई देती है।
8. ध्वनि तरंगों का प्रकार क्या होता है?
- ध्वनि तरंगें अनुदैर्ध्य तरंगें होती हैं, जिनमें कणों का कंपन संचरण दिशा के समानांतर होता है।
9. कर्णपटह का क्या कार्य है?
- कर्णपटह कान का वह हिस्सा है जो ध्वनि तरंगों के आने पर कंपन करता है और ध्वनि को पहचानने में मदद करता है।
10. ध्वनि प्रदूषण क्या है?
- अत्यधिक अनचाही ध्वनियाँ जो स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती हैं, उन्हें ध्वनि प्रदूषण कहते हैं।
11. ध्वनि की माप किसमें की जाती है?
- ध्वनि की माप डेसिबल (dB) में की जाती है।
12. मनुष्य के कान किस ध्वनि सीमा को सुन सकते हैं?
- मनुष्य 20 Hz से 20,000 Hz तक की ध्वनियाँ सुन सकता है।
13. अल्ट्रासोनिक ध्वनि क्या है?
- 20,000 Hz से अधिक आवृत्ति की ध्वनि को अल्ट्रासोनिक कहते हैं, जिसे मनुष्य नहीं सुन सकते।
14. इको क्या है?
- इको एक प्रकार की प्रतिध्वनि है, जिसमें ध्वनि वापस लौटकर सुनाई देती है।
15. बाँसुरी से ध्वनि कैसे उत्पन्न होती है?
- बाँसुरी में फूँक मारने पर हवा के स्तंभ में कंपन होता है, जिससे ध्वनि उत्पन्न होती है।
16. ध्वनि की तीव्रता किससे तय होती है?
- ध्वनि की तीव्रता ध्वनि स्रोत की ऊर्जा और दूरी पर निर्भर करती है।
17. ध्वनि की ऊँचाई क्या है?
- ध्वनि की ऊँचाई उसकी आवृत्ति पर निर्भर करती है। उच्च आवृत्ति वाली ध्वनि को ऊँची ध्वनि कहते हैं।
18. ध्वनि के परावर्तन का उदाहरण क्या है?
- एक कमरे की दीवार से टकराकर वापस आने वाली ध्वनि परावर्तन का उदाहरण है।
19. रेडार में ध्वनि का क्या उपयोग होता है?
- रेडार में अल्ट्रासोनिक ध्वनि का उपयोग वस्तुओं की स्थिति और दूरी जानने में किया जाता है।
20. संगीत और शोर में क्या अंतर है?
- संगीत में ध्वनि लयबद्ध होती है जबकि शोर अनियमित और कर्कश ध्वनि होती है।
Medium Questions with Answers
1. ध्वनि की उत्पत्ति कैसे होती है?
- ध्वनि किसी वस्तु के कंपन से उत्पन्न होती है। जब एक वस्तु कंपन करती है, तो वह आस-पास के माध्यम के कणों को भी कंपनित करती है, जिससे ध्वनि तरंगें उत्पन्न होती हैं और कानों तक पहुँचकर सुनाई देती हैं।
2. ध्वनि तरंगों की गति को किन कारकों से प्रभावित होती है?
- ध्वनि की गति माध्यम के प्रकार और तापमान पर निर्भर करती है। ठोस में ध्वनि की गति सबसे तेज, द्रव में मध्यम, और गैस में सबसे कम होती है। तापमान बढ़ने पर गैसों में ध्वनि की गति बढ़ती है।
3. प्रतिध्वनि का उपयोग कहाँ किया जाता है?
- प्रतिध्वनि का उपयोग सोनार और रेडार जैसी तकनीकों में होता है, जिससे पानी के नीचे की वस्तुओं की दूरी और दिशा का पता लगाया जा सकता है। इसका उपयोग ध्वनि-रोधक स्थानों के निर्माण में भी किया जाता है।
4. ध्वनि प्रदूषण के कारण क्या हैं?
- अत्यधिक वाहन, मशीनरी, तेज संगीत और भीड़भाड़ ध्वनि प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं। यह ध्वनि प्रदूषण स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, जैसे सिरदर्द और सुनने की क्षमता में कमी।
5. ध्वनि की तीव्रता किसे कहते हैं और यह कैसे मापी जाती है?
- ध्वनि की तीव्रता ध्वनि तरंग की ऊर्जा की मात्रा को दर्शाती है। इसे डेसिबल (dB) में मापा जाता है। तीव्रता जितनी अधिक होगी, ध्वनि उतनी ही ऊँची लगेगी।
6. ध्वनि का परावर्तन किस प्रकार होता है?
- जब ध्वनि किसी सतह से टकराकर वापस लौटती है तो इसे ध्वनि का परावर्तन कहते हैं। यह सतह कठोर और चिकनी होती है, जिससे ध्वनि आसानी से परावर्तित होती है।
7. अल्ट्रासोनिक ध्वनि का उपयोग कहाँ किया जाता है?
- अल्ट्रासोनिक ध्वनि का उपयोग चिकित्सा में सोनोग्राफी, औद्योगिक क्षेत्र में मशीनरी की जाँच और नेविगेशन में मछलियों की स्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है।
8. संगीत और ध्वनि प्रदूषण में क्या अंतर है?
- संगीत लयबद्ध और मधुर ध्वनि होती है जो आनंददायक होती है, जबकि ध्वनि प्रदूषण अनियमित और कर्कश ध्वनि होती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है।
9. ध्वनि तरंगों के प्रकार क्या होते हैं?
- ध्वनि तरंगें अनुदैर्ध्य तरंगें होती हैं, जिनमें कणों का कंपन संचरण दिशा के समानांतर होता है। ये तरंगें ठोस, द्रव और गैसों में यात्रा कर सकती हैं।
10. प्रतिध्वनि का सिद्धांत क्या है?
- प्रतिध्वनि का सिद्धांत यह है कि किसी वस्तु से टकराकर ध्वनि तरंग वापस लौटती है, जिससे ध्वनि सुनाई देती है। इसका उपयोग कई तकनीकी उपकरणों में किया जाता है।
11. सोनार में ध्वनि तरंगों का उपयोग कैसे होता है?
- सोनार में अल्ट्रासोनिक ध्वनि तरंगों का उपयोग किया जाता है। ये तरंगें पानी में यात्रा कर वस्तुओं से टकराकर वापस लौटती हैं, जिससे उनकी दूरी और स्थिति का पता चलता है।
12. ध्वनि की आवृत्ति और ऊँचाई में क्या संबंध है?
- ध्वनि की आवृत्ति जितनी अधिक होगी, उसकी ऊँचाई उतनी ही अधिक होगी। उच्च आवृत्ति की ध्वनि को तीखी ध्वनि कहा जाता है, जैसे सीटी की आवाज।
13. ध्वनि के संचरण के लिए माध्यम क्यों आवश्यक है?
- ध्वनि का संचरण माध्यम के कणों के कंपन से होता है, जिससे यह एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचती है। निर्वात में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती।
14. रेडार और सोनार में क्या अंतर है?
- रेडार का उपयोग हवा में वस्तुओं की स्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है, जबकि सोनार का उपयोग पानी में वस्तुओं की दूरी और दिशा का पता लगाने के लिए किया जाता है।
15. कर्णपटह कैसे कार्य करता है?
- कर्णपटह ध्वनि तरंगों के आने पर कंपन करता है, जिससे कंपन आंतरिक कान तक पहुँचता है और मस्तिष्क में ध्वनि के रूप में समझा जाता है।
Long Questions with Answers
1. ध्वनि कैसे उत्पन्न होती है और यह किस प्रकार हमारे कानों तक पहुँचती है?
- ध्वनि वस्तुओं के कंपन से उत्पन्न होती है और तरंगों के रूप में यात्रा करती है। ये तरंगें माध्यम के कणों के कंपन से कानों तक पहुँचती हैं, जहाँ कर्णपटह कंपनित होता है और मस्तिष्क में ध्वनि के रूप में समझा जाता है।
2. प्रतिध्वनि क्या है और इसके उपयोग कहाँ होते हैं?
- प्रतिध्वनि वह ध्वनि है जो किसी सतह से टकराकर वापस लौटती है। इसका उपयोग सोनार, इकोलोकेशन और कुछ संगीत हॉल में ध्वनि को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
3. ध्वनि प्रदूषण के स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव होते हैं?
- ध्वनि प्रदूषण से सिरदर्द, नींद में समस्या, और सुनने की क्षमता में कमी होती है। अत्यधिक शोर से हृदय रोग और तनाव भी हो सकता है।
4. अल्ट्रासोनिक ध्वनि का चिकित्सा में क्या उपयोग है?
- चिकित्सा में अल्ट्रासोनिक ध्वनि का उपयोग सोनोग्राफी के लिए होता है, जिसमें शरीर के आंतरिक अंगों की जाँच की जाती है। यह बिना किसी दर्द के गर्भस्थ शिशु की स्थिति जानने के लिए भी सुरक्षित है।
5. रेडार में ध्वनि का उपयोग कैसे होता है?
- रेडार अल्ट्रासोनिक तरंगें भेजता है जो वस्तुओं से टकराकर लौटती हैं। इन परावर्तित तरंगों के विश्लेषण से वस्तुओं की दिशा और दूरी का पता चलता है, जैसे हवाई जहाजों की स्थिति।
6. ध्वनि तरंगें ठोस, द्रव और गैसों में कैसे यात्रा करती हैं?
- ध्वनि तरंगें ठोस में सबसे तेजी से यात्रा करती हैं, क्योंकि इसमें कण एक-दूसरे के निकट होते हैं। द्रव में गति कम होती है, और गैस में सबसे कम होती है, क्योंकि कणों के बीच की दूरी अधिक होती है।
7. ध्वनि प्रदूषण कम करने के उपाय क्या हैं?
- ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए शोर वाले क्षेत्रों में पौधारोपण, साउंडप्रूफिंग, वाहनों का उचित रखरखाव और तेज आवाजों पर नियंत्रण आवश्यक है। कानों की सुरक्षा के लिए शोर वाले स्थानों में कानों पर उपकरण भी लगाए जा सकते हैं।
8. सोनार तकनीक का सिद्धांत क्या है और यह कैसे कार्य करता है?
- सोनार तकनीक ध्वनि तरंगों के परावर्तन पर आधारित है। यह तकनीक पानी में अल्ट्रासोनिक तरंगें भेजती है, जो वस्तुओं से टकराकर लौटती हैं। इन तरंगों के विश्लेषण से वस्तुओं की दूरी और दिशा ज्ञात होती है।
9. ध्वनि तरंगों की आवृत्ति और ऊँचाई में क्या संबंध होता है?
- आवृत्ति और ऊँचाई में सीधा संबंध है। उच्च आवृत्ति वाली ध्वनि को ऊँची या तीखी आवाज कहते हैं, जबकि कम आवृत्ति वाली ध्वनि को गहरी या भारी आवाज कहते हैं। आवृत्ति बढ़ने से ध्वनि अधिक तीखी लगती है।
10. ध्वनि तरंगों का मापन डेसिबल में कैसे किया जाता है और यह क्यों आवश्यक है?
- डेसिबल ध्वनि की तीव्रता को मापने की इकाई है। इससे यह ज्ञात होता है कि ध्वनि कितनी तेज है और इससे स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है। उच्च डेसिबल वाले क्षेत्रों में कानों को सुरक्षित रखने के उपाय करना आवश्यक होता है।
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