Short Questions with Answers
1. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव से क्या तात्पर्य है?
उत्तर: किसी चालक द्रव में विद्युत धारा प्रवाहित करने पर जो रासायनिक अभिक्रियाएं होती हैं, उसे विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव कहते हैं।
2. विद्युत परिपथ क्या होता है?
उत्तर: विद्युत परिपथ एक बंद पथ है जिससे होकर विद्युत धारा प्रवाहित होती है, इसमें बैटरी, कंडक्टर, स्विच और बल्ब शामिल होते हैं।
3. सुचालक और अल्प चालक में क्या अंतर है?
उत्तर: सुचालक वे पदार्थ हैं जो विद्युत धारा को अच्छी तरह प्रवाहित करते हैं, जैसे तांबा। अल्प चालक विद्युत धारा को कम प्रवाहित करते हैं, जैसे शुद्ध जल।
4. पानी में नमक मिलाने से क्या होता है?
उत्तर: पानी में नमक मिलाने से उसकी चालकता बढ़ जाती है और यह विद्युत का सुचालक बन जाता है।
5. विद्युत लेपन किसे कहते हैं?
उत्तर: किसी पदार्थ पर धातु की परत विद्युत प्रवाह से चढ़ाने की प्रक्रिया को विद्युत लेपन कहते हैं।
6. विलियम निकलसन का योगदान क्या है?
उत्तर: विलियम निकलसन ने विद्युत धारा प्रवाहित करने पर जल से ऑक्सीजन और हाइड्रोजन गैस के बुलबुले बनने का सिद्धांत दिया।
7. क्या सभी द्रव सुचालक होते हैं?
उत्तर: नहीं, सभी द्रव सुचालक नहीं होते; कुछ ही द्रव विद्युत धारा प्रवाहित करते हैं।
8. बाजार में मिलने वाले कौन से द्रव अल्प चालक होते हैं?
उत्तर: शुद्ध जल और कुछ तेल जैसे सरसों का तेल अल्प चालक होते हैं।
9. चुंबकीय सुई का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर: अल्प चालकता का परीक्षण करने के लिए चुंबकीय सुई का उपयोग किया जाता है।
10. विद्युत धारा प्रवाहित करने से कौन-कौन से गैस उत्पन्न होती हैं?
उत्तर: सामान्यतः हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैस उत्पन्न होती हैं।
11. विद्युत लेपन का सामान्य उपयोग क्या है?
उत्तर: विद्युत लेपन का उपयोग साइकिल के रिम, दरवाजों के हैंडल, और सजावटी वस्तुओं पर धातु की परत चढ़ाने के लिए होता है।
12. वायु कब सुचालक बनती है?
उत्तर: वायु तड़ित के समय सुचालक की तरह कार्य करती है।
13. विद्युत धारा का कौन सा प्रभाव हम सजावटी वस्तुओं में देखते हैं?
उत्तर: विद्युत लेपन के कारण सजावटी वस्तुओं में चमक आती है और ये धातुओं की परत चढ़ाने का प्रभाव है।
14. विद्युत लेपन में किस धातु का उपयोग होता है?
उत्तर: सामान्यतः क्रोमियम, सोना, चांदी, और जस्ता का उपयोग किया जाता है।
15. रासायनिक प्रभाव का किस प्रकार के उद्योगों में उपयोग होता है?
उत्तर: रासायनिक प्रभाव का उपयोग धातुओं के निष्कर्षण और सजावटी लेपन के उद्योगों में किया जाता है।
16. अल्प चालकता का उदाहरण दीजिए।
उत्तर: शुद्ध जल अल्प चालकता का एक उदाहरण है।
17. विलयन में लवण मिलाने से क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: लवण मिलाने से विलयन की चालकता बढ़ जाती है।
18. जस्ता का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर: जस्ता का लेपन लोहे पर जंग से बचाव के लिए किया जाता है।
19. फलों में विद्युत धारा का प्रभाव कैसे देखा जा सकता है?
उत्तर: फलों में विद्युत धारा प्रवाहित कर के विद्युत के रासायनिक प्रभाव को देखा जा सकता है।
20. विद्युत धारा के प्रयोग से गैसों का परीक्षण कैसे किया जाता है?
उत्तर: विद्युत धारा प्रवाहित करके और इलेक्ट्रोड्स पर बुलबुले उत्पन्न करके गैसों का परीक्षण किया जाता है।
Medium Questions with Answers
1. सुचालक और अल्प चालक की सूची दीजिए।
उत्तर: सुचालक जैसे तांबा, एल्युमिनियम धातु होते हैं जो अच्छी तरह विद्युत प्रवाहित करते हैं। अल्प चालक जैसे शुद्ध जल, कागज, और रिफाइंड तेल होते हैं जो विद्युत का प्रवाह कम करते हैं।
2. धातु का निक्षेपण प्रक्रिया को समझाइए।
उत्तर: विद्युत धारा से किसी धातु के आयनों को इलेक्ट्रोड पर जमा किया जाता है। इससे एक धातु की परत बन जाती है, जो सजावटी वस्तुओं पर उपयोग की जाती है।
3. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव का मुख्य उपयोग कहां होता है?
उत्तर: इसका उपयोग धातु लेपन, धातु निष्कर्षण और बैटरियों में किया जाता है, जहां रासायनिक प्रतिक्रियाओं से विद्युत उत्पन्न होती है।
4. पानी की चालकता बढ़ाने के लिए क्या किया जा सकता है?
उत्तर: पानी में लवण, अम्ल या क्षार मिलाकर उसकी चालकता को बढ़ाया जा सकता है, जिससे विद्युत धारा प्रवाहित हो सके।
5. विद्युत धारा का उपयोग किस प्रकार से धातु निकालने में किया जाता है?
उत्तर: विद्युत धारा का प्रयोग धातु के अयस्क से धातु को पृथक करने में किया जाता है, जैसे सोडियम और कैल्शियम का निष्कर्षण।
6. वायुमंडल की नमी विद्युत चालन को कैसे प्रभावित करती है?
उत्तर: नमी की उपस्थिति वायु की चालकता को बढ़ा देती है, जिससे वह कभी-कभी सुचालक की तरह कार्य करने लगती है।
7. विद्युत धारा के कारण तड़ित का निर्माण कैसे होता है?
उत्तर: तड़ित तब बनता है जब वायुमंडल में विद्युत आवेश उत्पन्न होता है, और नमी की उपस्थिति में यह आवेश पृथ्वी तक प्रवाहित होता है।
8. विद्युत धारा से वस्तुओं पर किस प्रकार की परत बनाई जाती है?
उत्तर: विद्युत धारा से धातुओं की पतली परत चढ़ाई जाती है, जैसे कि क्रोमियम की परत लोहे पर चढ़ाकर उसे चमकदार और जंगरोधी बनाया जाता है।
9. हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैस का निर्माण कैसे होता है?
उत्तर: जल में विद्युत प्रवाहित करने से ऑक्सीजन और हाइड्रोजन गैस बनती हैं; ऑक्सीजन धनात्मक और हाइड्रोजन ऋणात्मक इलेक्ट्रोड पर उत्पन्न होती है।
10. विद्युत परिपथ में बैटरी का क्या कार्य है?
उत्तर: बैटरी विद्युत परिपथ में ऊर्जा का स्रोत होती है, जो विद्युत धारा प्रवाहित करने के लिए आवश्यक विभव अंतर प्रदान करती है।
11. चुंबकीय सुई से विद्युत का प्रभाव कैसे देखा जा सकता है?
उत्तर: चुंबकीय सुई को परिपथ में जोड़ने से यह हल्की सी विचलित होती है, जिससे हम अल्प चालकों में भी विद्युत धारा का प्रवाह देख सकते हैं।
12. विद्युत धारा से उत्पन्न बुलबुले क्या दर्शाते हैं?
उत्तर: विद्युत धारा से उत्पन्न बुलबुले गैस का निर्माण दर्शाते हैं, जैसे कि ऑक्सीजन और हाइड्रोजन, जो रासायनिक प्रतिक्रिया का परिणाम होते हैं।
13. रासायनिक प्रतिक्रियाओं में विद्युत धारा का प्रभाव कैसे काम करता है?
उत्तर: विद्युत धारा रासायनिक प्रतिक्रियाओं को उत्तेजित करती है जिससे पदार्थों में परिवर्तन होता है, जैसे धातु का निक्षेपण और गैसों का निर्माण।
14. विद्युत लेपन की प्रक्रिया का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर: साइकिल की हैंडल पर क्रोमियम की परत चढ़ाना, जिससे हैंडल अधिक चमकदार और मजबूत हो जाता है, विद्युत लेपन का एक उदाहरण है।
15. अधिकांश द्रव विद्युत प्रवाह क्यों नहीं करते हैं?
उत्तर: अधिकांश द्रवों में मुक्त आयन नहीं होते हैं, जो विद्युत प्रवाह के लिए आवश्यक हैं। केवल वे द्रव जिनमें आयन होते हैं, जैसे अम्लीय या क्षारीय विलयन, विद्युत प्रवाहित कर सकते हैं।
Long Questions with Answers
1. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव का मुख्य उद्देश्य धातुओं का निष्कर्षण, विद्युत लेपन और औद्योगिक रासायनिक प्रक्रियाओं में सुधार करना है। इससे विभिन्न धातुएं प्राप्त की जाती हैं और वस्तुओं पर चमकदार परत बनाई जाती है।
2. क्यों शुद्ध जल विद्युत का अच्छा सुचालक नहीं होता है?
उत्तर: शुद्ध जल में विद्युत का सुचालक बनने के लिए आवश्यक आयन नहीं होते। जब उसमें लवण या अम्ल मिलाया जाता है, तब उसमें आयनों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे जल विद्युत का सुचालक बन जाता है।
3. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव का हमारे दैनिक जीवन में क्या उपयोग है?
उत्तर: दैनिक जीवन में विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव का उपयोग सजावटी वस्तुओं पर धातु की परत चढ़ाने में, खाना पकाने के बर्तनों पर निक्षेपण में और औद्योगिक उपकरणों के लिए होता है। यह वस्त्रों और उपकरणों को टिकाऊ बनाता है।
4. विद्युत धारा द्वारा धातु का निक्षेपण कैसे होता है?
उत्तर: जब विद्युत धारा किसी धातु के विलयन से गुजारी जाती है, तो धातु के आयन ऋणात्मक इलेक्ट्रोड की ओर खिंचते हैं और वहां परत बना देते हैं। इससे धातु की एक पतली परत उस पदार्थ पर चढ़ जाती है।
5. हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैस के गठन में विद्युत धारा की क्या भूमिका है?
उत्तर: विद्युत धारा जल को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विघटित करती है। धनात्मक इलेक्ट्रोड पर ऑक्सीजन और ऋणात्मक इलेक्ट्रोड पर हाइड्रोजन उत्पन्न होती है। यह प्रक्रिया रासायनिक प्रतिक्रिया के तहत होती है।
6. विद्युत धारा और नमी के संयोजन से वायु सुचालक कैसे बनती है?
उत्तर: सामान्यतः वायु विद्युतरोधी होती है, लेकिन नमी या तड़ित के समय वायुमंडल में विद्युत आवेश बढ़ने से वायु विद्युत का सुचालक बन जाती है, जिससे तड़ित उत्पन्न होती है।
7. विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव कैसे अलग-अलग द्रवों में विभिन्न होता है?
उत्तर: द्रवों में विद्युत धारा का प्रभाव उनकी रासायनिक संरचना पर निर्भर करता है। कुछ द्रवों में विद्युत धारा से गैस उत्पन्न होती है, जबकि कुछ में धातु की परत जमने लगती है। ये सभी विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव को दर्शाते हैं।
8. विद्युत लेपन की प्रक्रिया का उपयोग किस प्रकार से धातुओं को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है?
उत्तर: धातुओं को जंग और खरोंच से बचाने के लिए उन पर जस्ता, टिन या क्रोमियम की परत चढ़ाई जाती है। इससे धातुएं मजबूत और टिकाऊ बन जाती हैं, जैसे कि लोहे पर जस्ता चढ़ाकर उसे सुरक्षित किया जाता है।
9. साइकिल के हैंडल पर क्रोमियम की परत चढ़ाने का क्या महत्व है?
उत्तर: क्रोमियम की परत चढ़ाने से साइकिल का हैंडल चमकदार और मजबूत बनता है, और इसे जंग तथा खरोंच से बचाया जा सकता है। यह प्रक्रिया विद्युत लेपन द्वारा संभव होती है।
10. पोटाशियम और सोडियम जैसे धातुओं की खोज में विद्युत धारा की क्या भूमिका है?
उत्तर: विद्युत धारा के प्रयोग से हम्फ्री डेवी ने पोटाशियम, सोडियम जैसे सक्रिय धातुओं की खोज की। विद्युत धारा गुजरने पर पोटाश गर्म होकर पिघलता है और अलग हो जाता है, जिससे धातु को पृथक किया जाता है।
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