Short Questions with Answers
प्रश्न 1 : ज्वलनशील पदार्थ क्या होता है?
उत्तर: ज्वलनशील पदार्थ वे होते हैं जो आसानी से जल जाते हैं, जैसे- कागज।
प्रश्न 2 : अज्वलनशील पदार्थ का उदाहरण दीजिए।
उत्तर: पत्थर एक अज्वलनशील पदार्थ है।
प्रश्न 3 : दहन के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर: दहन के लिए दाहय पदार्थ, ऑक्सीजन, और ज्वलन ताप की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 4 : ज्वलन ताप किसे कहते हैं?
उत्तर: वह न्यूनतम तापमान जिस पर कोई पदार्थ जलना शुरू करता है, उसे ज्वलन ताप कहते हैं।
प्रश्न 5 : दावानल किसे कहते हैं?
उत्तर: जंगल में स्वतः लगने वाली आग को दावानल कहते हैं।
प्रश्न 6 : मोमबत्ती में जलने वाला मुख्य घटक क्या है?
उत्तर: मोम, जो हाइड्रोकार्बन से बना होता है।
प्रश्न 7 : माचिस का आविष्कार किस वर्ष हुआ था?
उत्तर: माचिस का प्रारंभिक आविष्कार 1680 में हुआ था।
प्रश्न 8 : सफेद फॉस्फोरस का ज्वलन ताप कैसा होता है?
उत्तर: सफेद फॉस्फोरस का ज्वलन ताप बहुत कम होता है।
प्रश्न 9 : आग बुझाने के लिए कौन-कौन से तत्व हटाए जा सकते हैं?
उत्तर: दाहय पदार्थ, ऑक्सीजन, और ताप हटाए जा सकते हैं।
प्रश्न 10 : मोमबत्ती की लौ के कौन-कौन से भाग होते हैं?
उत्तर: बाहरी, मध्य, और आंतरिक भाग होते हैं।
प्रश्न 11 : कार्बन डाइऑक्साइड आग बुझाने में कैसे मदद करती है?
उत्तर: यह ऑक्सीजन की आपूर्ति को बंद कर देती है।
प्रश्न 12 : रसोई के गैस स्टोव में हवा कहाँ से प्रवेश करती है?
उत्तर: बर्नर में छोटे-छोटे छेदों से।
प्रश्न 13 : मोमबत्ती जलने से क्या बनता है?
उत्तर: जलवाष्प और कार्बन डाइऑक्साइड बनते हैं।
प्रश्न 14 : अग्निशामक यंत्र का मुख्य कार्य क्या है?
उत्तर: ऑक्सीजन की आपूर्ति को बंद करना।
प्रश्न 15 : माचिस में किस पदार्थ का प्रयोग आग लगाने के लिए होता है?
उत्तर: फॉस्फोरस।
प्रश्न 16 : माचिस की तीली स्टोव के बगल में कैसे जल सकती है?
उत्तर: ज्वलन ताप तक पहुँचने के कारण, तीली बिना सीधे संपर्क के भी गर्मी से जल सकती है।
प्रश्न 17 : जलने से पहले पदार्थ का ताप बढ़ाना क्यों जरूरी है?
उत्तर: क्योंकि दहन के लिए पदार्थ को उसके ज्वलन ताप तक पहुँचाना आवश्यक है।
प्रश्न 18 : सफेद फॉस्फोरस क्यों खतरनाक है?
उत्तर: इसका ज्वलन ताप इतना कम होता है कि यह कमरे के तापमान पर भी जल सकता है।
प्रश्न 19 : बरसात में माचिस आसानी से क्यों नहीं जलती है?
उत्तर: नमी और ठंड के कारण वातावरण का ताप कम होता है, जिससे दहन कठिन होता है।
प्रश्न 20 : पेट्रोल का ज्वलन ताप कम क्यों होता है?
उत्तर: पेट्रोल की रासायनिक संरचना ऐसी है कि यह जल्दी ही कम तापमान पर जल जाता है।
प्रश्न 21 : कोयले की खानों में स्वतः दहन से आग क्यों लग सकती है?
उत्तर: अधिक गर्मी या आक्सीजन की अधिकता से कोयले में स्वतः दहन हो सकता है।
प्रश्न 22 : रसोई के गैस स्टोव की ज्वाला के रंग का क्या महत्व है?
उत्तर: नीला रंग उच्च तापमान और पूर्ण दहन का सूचक होता है, जबकि पीला अधूरा दहन दर्शाता है।
Medium Questions with Answers
प्रश्न 1 : दहन प्रक्रिया के लिए किन तीन तत्वों की आवश्यकता होती है और उनका क्या महत्व है?
उत्तर: दहन के लिए ज्वलनशील पदार्थ, ऑक्सीजन और ज्वलन ताप की आवश्यकता होती है। ज्वलनशील पदार्थ जलने के लिए आवश्यक है, ऑक्सीजन दहन में सहायक होती है, और ज्वलन ताप तक गर्मी पहुँचाने से पदार्थ जलता है।
प्रश्न 2 : मोमबत्ती के जलने की प्रक्रिया को विस्तृत रूप में समझाइए।
उत्तर: मोमबत्ती की बत्ती जलने से गर्मी उत्पन्न होती है, जो मोम को पिघलाकर वाष्प में बदल देती है। यह वाष्प ऑक्सीजन से क्रिया कर जलती है, जिससे प्रकाश और ऊष्मा निकलती है।
प्रश्न 3 : आग बुझाने के तीन मुख्य तरीके कौन-से हैं?
उत्तर: (1) दाहय पदार्थ को हटाना, (2) ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद करना, और (3) तापमान कम करना। पानी, कार्बन डाइऑक्साइड, और अन्य साधनों का उपयोग कर ये तरीके अपनाए जाते हैं।
प्रश्न 4 : जंगल में दावानल कैसे फैलता है और इसके दुष्प्रभाव क्या हो सकते हैं?
उत्तर: जंगल में आग सूखी घास या पेड़ों से लगती है और तेजी से फैल जाती है। इससे वन्यजीवों की हानि होती है और पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न 5 : माचिस की तीली का विकास कैसे हुआ और उसमें सफेद और लाल फॉस्फोरस का क्या योगदान है?
उत्तर: सबसे पहले माचिस में सफेद फॉस्फोरस का प्रयोग हुआ, लेकिन यह खतरनाक था। लाल फॉस्फोरस की खोज के बाद माचिस सुरक्षित हो गई क्योंकि यह घर्षण के बाद ही जलता है।
प्रश्न 6: माइकेल फैराडे ने मोमबत्ती के इतिहास में क्या महत्वपूर्ण तथ्य बताए?
उत्तर: फैराडे ने बताया कि मोमबत्ती का ईंधन मोम है, जो हाइड्रोजन और कार्बन का स्रोत है। जलने पर यह जलवाष्प और कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है और ऊर्जा उत्पन्न करता है।
प्रश्न 7 : आग बुझाने वाले यंत्रों का क्या कार्य होता है और वे कैसे आग बुझाते हैं?
उत्तर: अग्निशामक यंत्र आग के चारों ओर ऑक्सीजन की आपूर्ति को रोककर और ज्वलनशील पदार्थों को ठंडा करके आग बुझाते हैं। इनमें कार्बन डाइऑक्साइड या रासायनिक विलयन होता है जो ऑक्सीजन को हटाकर दहन बंद करता है।
प्रश्न 8 : दहन से उत्पन्न गैसों का हमारे वायुमंडल पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: दहन से नाइट्रोजन और सल्फर ऑक्साइड्स जैसी हानिकारक गैसें निकलती हैं जो वायुमंडल को प्रदूषित करती हैं और अम्लीय वर्षा का कारण बनती हैं, जिससे वनस्पतियाँ और जीव-जन्तु प्रभावित होते हैं।
प्रश्न 9 : अम्लीय वर्षा कैसे होती है और इसके पर्यावरणीय दुष्प्रभाव क्या हैं?
उत्तर: जीवाश्म ईंधनों के जलने से सल्फर और नाइट्रोजन ऑक्साइड्स उत्पन्न होते हैं, जो बादलों में घुलकर अम्लीय वर्षा करते हैं। इससे मृदा और जल के पीएच में कमी आती है, जिससे वनस्पतियों और जलीय जीवों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
Long Questions with Answers
प्रश्न 1 : दहन प्रक्रिया को शुरू करने के लिए किन तीन प्रमुख तत्वों की आवश्यकता होती है, और ये कैसे मिलकर दहन को संभव बनाते हैं?
उत्तर: दहन के लिए तीन प्रमुख तत्व हैं: ज्वलनशील पदार्थ, ऑक्सीजन, और ज्वलन ताप। ज्वलनशील पदार्थ वह होता है जो जल सकता है, ऑक्सीजन इसकी जलने की प्रक्रिया को संभव बनाती है, और ज्वलन ताप वह न्यूनतम तापमान है जिस पर यह पदार्थ जलने लगता है। ये तीनों तत्व मिलकर रासायनिक अभिक्रिया के रूप में दहन को संभव बनाते हैं, जिससे ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न होता है।
प्रश्न 2 : माचिस के विकास में सफेद और लाल फॉस्फोरस का क्या योगदान है और किस प्रकार लाल फॉस्फोरस ने माचिस को अधिक सुरक्षित बना दिया?
उत्तर: माचिस के आरंभिक विकास में सफेद फॉस्फोरस का उपयोग किया गया, लेकिन यह अत्यंत ज्वलनशील था और आसानी से कमरे के तापमान पर भी जल सकता था, जिससे यह खतरनाक था। 1845 में लाल फॉस्फोरस का आविष्कार हुआ, जो घर्षण से ही जलता है और अपने आप नहीं जलता। इस बदलाव से माचिस का उपयोग सुरक्षित हो गया, जिससे इसे व्यापक रूप से अपनाया गया।
प्रश्न 3 : जंगलों में दावानल कैसे उत्पन्न होता है और इसका पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर: जंगलों में दावानल अत्यधिक गर्मी, सूखी घास, या आकाशीय बिजली से स्वतः उत्पन्न हो सकता है। यह तेजी से फैलता है और वनों, वन्यजीवों, और पर्यावरण पर विनाशकारी प्रभाव डालता है। इससे वायुमंडल में हानिकारक गैसें भी निकलती हैं, जो प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन का कारण बनती हैं। इस प्रकार दावानल प्राकृतिक और पर्यावरणीय संकट को जन्म देता है।
प्रश्न 4 : फैराडे ने मोमबत्ती के जलने की प्रक्रिया को किस प्रकार समझाया, और इसका विज्ञान के लिए क्या महत्व है?
उत्तर: माइकल फैराडे ने बताया कि मोमबत्ती का ईंधन मोम होता है, जो जलने पर जलवाष्प और कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है। मोमबत्ती की बत्ती से गर्मी उत्पन्न होती है, जो मोम को पिघलाकर वाष्प में बदलती है और इस वाष्प का ऑक्सीजन के साथ दहन होता है। यह प्रयोग रासायनिक ऊर्जा के प्रकाश और ऊष्मा में बदलने की प्रक्रिया को सरलता से समझाता है और विज्ञान में ऊर्जा परिवर्तन के महत्व को रेखांकित करता है।
प्रश्न 5 : ईंधन के दहन से वायुमंडल पर क्या प्रभाव पड़ता है, और अम्लीय वर्षा किस प्रकार होती है?
उत्तर: ईंधन के दहन से नाइट्रोजन और सल्फर ऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसें उत्पन्न होती हैं, जो वायुमंडल में मिलकर प्रदूषण का कारण बनती हैं। जब ये गैसें बादलों में घुलती हैं, तो अम्लीय वर्षा होती है, जिससे मृदा का पीएच स्तर कम हो जाता है। इससे पौधों, जलीय जीवों, और संपूर्ण पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और पानी तथा मृदा प्रदूषण की समस्या उत्पन्न होती है।
प्रश्न 6 : सफेद फॉस्फोरस और पेट्रोल जैसे पदार्थों का ज्वलन ताप कम होने से क्या परिणाम हो सकते हैं?
उत्तर: सफेद फॉस्फोरस और पेट्रोल जैसे पदार्थों का ज्वलन ताप कम होता है, जिससे वे आसानी से आग पकड़ सकते हैं। सफेद फॉस्फोरस कमरे के तापमान पर भी जल सकता है, जिससे इसे संभालना जोखिमपूर्ण है। कम ज्वलन ताप वाले पदार्थों के कारण आग लगने की घटनाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए ऐसे पदार्थों को सुरक्षित स्थानों पर संग्रहीत और संभालना चाहिए।
प्रश्न 7 : माचिस की तीली ठंड या नमी में क्यों नहीं जलती है और इसे कैसे जलाया जा सकता है?
उत्तर: ठंड और नमी में माचिस की तीली आसानी से नहीं जलती क्योंकि वातावरण का तापमान कम होता है और उसमें नमी होती है। इसके लिए तीली को ज्वलन ताप तक गर्म करना आवश्यक होता है, जिससे यह आसानी से जल सके। इसके लिए इसे किरोसीन या अन्य ऊष्मा स्रोत से संपर्क में लाया जा सकता है, जो इसका ताप बढ़ाकर जलने में सहायक होता है।
प्रश्न 8 : रसोई के गैस स्टोव की ज्वाला के रंगों का क्या महत्व है, और इससे क्या जानकारी मिलती है?
उत्तर: रसोई के गैस स्टोव की ज्वाला में विभिन्न रंग होते हैं: बाहरी नीला, मध्य पीला और आंतरिक काला। नीला रंग पूर्ण दहन को दर्शाता है और यह सबसे गर्म होता है। पीला रंग अधूरे दहन को दर्शाता है और इसमें कार्बन के कण होते हैं। काला रंग सबसे कम तापमान का होता है और इसमें अधूरे जले कार्बन कण होते हैं। ये रंग ईंधन के जलने की प्रक्रिया और उसकी प्रभावशीलता के बारे में जानकारी देते हैं।
प्रश्न 9 : दहन और प्रदूषण के बीच क्या संबंध है, और प्रदूषण कम करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
उत्तर: दहन से कई हानिकारक गैसें, जैसे नाइट्रोजन और सल्फर ऑक्साइड, वायुमंडल में निकलती हैं, जो प्रदूषण का मुख्य कारण हैं। प्रदूषण कम करने के लिए धुआं रहित चूल्हों, आदर्श ईंधनों, और इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करना चाहिए। इससे हवा में हानिकारक तत्वों की मात्रा कम होगी और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।
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