प्रश्न 1 : ‘अशोक का शस्त्र – त्याग’ एकांकी का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: इस एकांकी का मुख्य उद्देश्य अहिंसा का संदेश देना है। इसमें सम्राट अशोक के जीवन का वह क्षण दर्शाया गया है जब वह युद्ध और हिंसा का त्याग कर बौद्ध धर्म और शांति की ओर अग्रसर होते हैं।
प्रश्न 2 : अशोक को कलिंग युद्ध में किस प्रकार की चुनौतियाँ मिलीं?
उत्तर: अशोक को चार साल तक युद्ध करने के बाद भी कलिंग पर विजय नहीं मिली। लाखों लोगों की मृत्यु और कलिंग के दुर्ग का बंद रहना उसकी सबसे बड़ी चुनौतियाँ थीं।
प्रश्न 3 : राजकुमारी पद्मा का क्या उद्देश्य था?
उत्तर: राजकुमारी पद्मा का उद्देश्य अपने पिता और कलिंग के लिए युद्ध करना था। उसने प्रतिज्ञा की थी कि वह अपने पिता की हत्या का बदला लेगी और कलिंग की रक्षा के लिए वह किसी भी हद तक जाएगी।
प्रश्न 4 : अशोक ने स्त्रियों पर शस्त्र क्यों नहीं उठाया?
उत्तर: अशोक ने स्त्रियों पर शस्त्र उठाने से मना कर दिया क्योंकि वह स्त्रियों पर हिंसा करना पाप मानते थे। उन्होंने कहा कि उन्हें विजय नहीं चाहिए अगर यह स्त्रियों के वध से प्राप्त होती है।
प्रश्न 5 : राजकुमारी पद्मा के नेतृत्व में स्त्रियों की सेना कैसी थी?
उत्तर: राजकुमारी पद्मा के नेतृत्व में स्त्रियों की सेना बेहद साहसी और निडर थी। यह सेना पूरी तरह शस्त्र-सज्जित थी और उन्होंने पुरुषों की तरह युद्ध करने का संकल्प लिया था।
प्रश्न 6 : अशोक ने किस प्रकार की प्रतिज्ञा की?
उत्तर: अशोक ने प्रतिज्ञा की कि वह अहिंसा का पालन करेंगे और कभी किसी पर आक्रमण नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी वचन दिया कि वह अपने प्रजा की भलाई के लिए काम करेंगे।
प्रश्न 7 : पद्मा ने अशोक का वध क्यों नहीं किया?
उत्तर: पद्मा ने अशोक का वध इसलिए नहीं किया क्योंकि अशोक ने अपनी तलवार छोड़ दी थी और वह निहत्था था। वह निहत्थों पर हमला नहीं करना चाहती थी।
प्रश्न 8 : ‘बुद्धं शरणं गच्छामि’ का क्या अर्थ है?
उत्तर: ‘बुद्धं शरणं गच्छामि’ का अर्थ है “मैं बुद्ध की शरण में जाता हूँ।” यह बौद्ध धर्म की शरणागत होने का प्रतीक है, जिसमें व्यक्ति बुद्ध के मार्ग पर चलने की प्रतिज्ञा करता है।
प्रश्न 9 : सम्राट अशोक का व्यक्तित्व इस एकांकी में किस प्रकार चित्रित किया गया है?
उत्तर: इस एकांकी में सम्राट अशोक का व्यक्तित्व एक दयालु और करुणामय राजा के रूप में चित्रित किया गया है। वह युद्ध और हिंसा का त्याग कर शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलता है।
प्रश्न 10 : ‘अहिंसा ही मेरा धर्म होगा’ अशोक की प्रतिज्ञा का क्या महत्व है?
उत्तर: ‘अहिंसा ही मेरा धर्म होगा’ अशोक की प्रतिज्ञा से उनके जीवन में आए बड़े परिवर्तन को दर्शाता है। यह उनके हिंसा से अहिंसा की ओर परिवर्तन का महत्वपूर्ण संकेत है।
प्रश्न 11 : कलिंग युद्ध के बाद अशोक की मनःस्थिति क्या थी?
उत्तर: कलिंग युद्ध के बाद अशोक की मनःस्थिति अत्यंत दु:खी थी। लाखों लोगों की मृत्यु ने उन्हें आत्मग्लानि से भर दिया और उन्होंने युद्ध और हिंसा को हमेशा के लिए त्यागने का निश्चय किया।
प्रश्न 12 : ‘शस्त्र और शास्त्र’ में क्या अंतर है?
उत्तर: ‘शस्त्र’ का अर्थ है हथियार जो युद्ध के लिए उपयोग किया जाता है, जैसे तलवार। जबकि ‘शास्त्र’ का अर्थ है वह ज्ञान जो जीवन का मार्गदर्शन करता है, जैसे धार्मिक या विद्या से संबंधित ग्रंथ।
प्रश्न 13 : अशोक ने युद्ध के बारे में क्या प्रतिज्ञा की थी?
उत्तर: अशोक ने प्रतिज्ञा की थी कि वह अब कभी युद्ध नहीं करेंगे और न ही किसी पर आक्रमण करेंगे। वह अहिंसा के मार्ग पर चलने और सभी के साथ प्रेम और करुणा का व्यवहार करेंगे।
प्रश्न 14 : ‘संघं शरणं गच्छामि’ का क्या अर्थ है?
उत्तर: ‘संघं शरणं गच्छामि’ का अर्थ है “मैं संघ की शरण में जाता हूँ।” यह बौद्ध धर्म के अनुयायियों के समूह (संघ) में प्रवेश करने का प्रतीक है।
प्रश्न 15 : अशोक ने पद्मा के सामने सिर झुका कर क्या दिखाया?
उत्तर: अशोक ने पद्मा के सामने सिर झुका कर यह दिखाया कि वह अपनी गलतियों को स्वीकार कर चुका है और अब वह अहिंसा के मार्ग पर चलना चाहता है। यह उनके विनम्र और शांति-प्रिय स्वभाव का प्रतीक था।
Long Questions
प्रश्न 1 : कलिंग युद्ध ने अशोक के जीवन पर क्या प्रभाव डाला?
उत्तर: कलिंग युद्ध ने अशोक के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला। इस युद्ध में लाखों लोगों की मृत्यु और तबाही ने अशोक को आत्मग्लानि से भर दिया। युद्ध की क्रूरता ने उन्हें अहिंसा और शांति का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बौद्ध धर्म को स्वीकार कर युद्ध और हिंसा का त्याग कर दिया।
प्रश्न 2 : राजकुमारी पद्मा का चरित्र-चित्रण कीजिए।
उत्तर: राजकुमारी पद्मा एक साहसी, निडर और वीरांगना थी। उसने अपने पिता और राज्य की रक्षा के लिए नारी सेना का नेतृत्व किया। वह युद्ध के प्रति दृढ़ थी और अपने राज्य की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार थी। उसने अशोक के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया, बल्कि अपने पिता की हत्या का बदला लेने का संकल्प लिया।
प्रश्न 3 : अशोक ने युद्ध के प्रति अपना दृष्टिकोण क्यों बदला?
उत्तर: अशोक ने युद्ध के प्रति अपना दृष्टिकोण इसलिए बदला क्योंकि कलिंग युद्ध की विनाशलीला ने उन्हें भीतर से हिला दिया था। लाखों लोगों की हत्या, परिवारों का उजड़ना, और निर्दोष स्त्रियों और बच्चों की पीड़ा ने उन्हें युद्ध की क्रूरता का एहसास कराया। अंततः, उन्होंने बौद्ध धर्म को अपनाया और जीवन में अहिंसा को अपना धर्म बना लिया।
प्रश्न 4 : ‘बुद्धं शरणं गच्छामि’ का महत्व समझाइए।
उत्तर: ‘बुद्धं शरणं गच्छामि’ का महत्व बौद्ध धर्म में अत्यधिक है। इसका अर्थ है कि व्यक्ति अपनी जीवन की समस्याओं से निपटने के लिए बुद्ध के मार्ग का अनुसरण करता है। यह शांति, करुणा और अहिंसा का प्रतीक है, जिसे अशोक ने अपने जीवन में अपनाया और युद्ध का त्याग किया।
प्रश्न 5 : अगर अशोक और पद्मा के बीच युद्ध हुआ होता, तो क्या होता?
उत्तर: अगर अशोक और पद्मा के बीच युद्ध हुआ होता, तो यह एक भयंकर संघर्ष होता। अशोक की सेना और पद्मा की वीरांगना सेना के बीच संघर्ष से दोनों ओर बहुत हानि होती। लेकिन अशोक के अहिंसा के निर्णय ने इस संघर्ष को टाल दिया, जिससे लाखों लोगों की जान बच गई।
प्रश्न 6 : ‘अशोक का शस्त्र – त्याग’ में अहिंसा का क्या महत्व है?
उत्तर: ‘अशोक का शस्त्र – त्याग’ में अहिंसा का बहुत महत्व है। इस एकांकी में अशोक युद्ध और शस्त्रों का त्याग कर अहिंसा का मार्ग अपनाते हैं। यह एक ऐतिहासिक घटना है जिसने न केवल अशोक के जीवन को बदल दिया बल्कि पूरे भारत में शांति और अहिंसा का संदेश फैलाया।
प्रश्न 7 : पद्मा और अशोक की सोच में क्या अंतर है?
उत्तर: पद्मा और अशोक की सोच में बड़ा अंतर था। पद्मा युद्ध और प्रतिशोध के पक्ष में थी, जबकि अशोक ने युद्ध और हिंसा का त्याग कर दिया था। पद्मा अपने पिता की मृत्यु का बदला लेना चाहती थी, जबकि अशोक अब शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रतिबद्ध थे।
प्रश्न 8 : इस एकांकी में अहिंसा और करुणा का क्या संदेश है?
उत्तर: इस एकांकी में अहिंसा और करुणा का संदेश यह है कि सच्ची विजय केवल शस्त्रों से नहीं, बल्कि करुणा और प्रेम से प्राप्त होती है। अशोक ने युद्ध और हिंसा का त्याग कर यह संदेश दिया कि अहिंसा ही वह मार्ग है जिससे समाज में शांति और समृद्धि लाई जा सकती है।
प्रश्न 9 : ‘शस्त्र का त्याग’ अशोक के जीवन का सबसे बड़ा परिवर्तन क्यों माना जाता है?
उत्तर: ‘शस्त्र का त्याग’ अशोक के जीवन का सबसे बड़ा परिवर्तन इसलिए माना जाता है क्योंकि यह उनके जीवन में शांति और अहिंसा की शुरुआत थी। इस त्याग ने उन्हें एक क्रूर सम्राट से एक महान शांति-प्रिय राजा बना दिया। उनके इस परिवर्तन का भारतीय समाज और विश्व पर गहरा प्रभाव पड़ा।
प्रश्न 10 : ‘धर्मं शरणं गच्छामि’ का क्या महत्व है?
उत्तर: ‘धर्मं शरणं गच्छामि’ का अर्थ है “मैं धर्म की शरण में जाता हूँ।” इसका महत्व यह है कि व्यक्ति अब सही मार्ग पर चलने और अपने जीवन में नैतिकता और सच्चाई को प्राथमिकता देने का संकल्प लेता है। अशोक के जीवन में इस प्रतिज्ञा का गहरा प्रभाव पड़ा।
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