1. कवि ने किसकी पीड़ा को चित्रित किया है?
उत्तर: कवि ने एक राह भटके हुए हिरन के बच्चे की पीड़ा को चित्रित किया है, जो अपनी माँ से बिछड़ गया है और पहाड़ पर रो रहा है।
2. हिरन का बच्चा कहाँ भटक गया था?
उत्तर: हिरन का बच्चा खेल में मदमस्त होकर राह भटक गया था और पहाड़ पर पहुँच गया।
3. कवि किस तरह से हिरन के बच्चे को दिलासा देते हैं?
उत्तर: कवि हिरन के बच्चे को लोरी सुना कर दिलासा देते हैं, उसे आराम से सो जाने और माँ के मिलने की आशा देते हैं।
4. रात के समय जंगल का वातावरण कैसा है?
उत्तर: रात में जंगल का वातावरण ठंडा, शांत, और हवा से भरा हुआ है, जहाँ पत्तों का ढेर बिछा हुआ है।
5. कविता में ‘मदमस्त’ का क्या अर्थ है?
उत्तर: ‘मदमस्त’ का अर्थ है खेल में इतना लीन हो जाना कि रास्ते का ध्यान न रहना।
6. कवि ने किसकी तुलना लोरी से की है?
उत्तर: कवि ने रात की हवा को लोरी सुनाने वाली माँ की तरह बताया है, जो नन्हे हिरन को आराम से सोने के लिए कह रही है।
7. आकाश में रात को क्या दृश्य था?
उत्तर: आकाश में रात को तारे भरे हुए थे, जो हिरन के बच्चे को आश्वासन दे रहे थे कि सुबह उसकी माँ मिल जाएगी।
8. हिरन के बच्चे की आँखों में क्या झलक रहा था?
उत्तर: हिरन के बच्चे की आँखों में वेदना और दुःख झलक रहा था, क्योंकि वह अपनी माँ से बिछड़ गया था।
9. हिरन के बच्चे को कवि ने क्या सलाह दी?
उत्तर: कवि ने उसे डरने के बजाय आराम से सोने की सलाह दी और आश्वासन दिया कि सुबह तक उसकी माँ मिल जाएगी।
10. कविता में किस प्रकार की वनस्पतियों का वर्णन है?
उत्तर: कविता में बाँस, पाइन, और ओक के वन का वर्णन किया गया है, जो जंगल के वातावरण को दर्शाते हैं।
Long Questions
1. कविता ‘राह भटके हिरन के बच्चे को’ में कवि ने हिरन के बच्चे की स्थिति को किस प्रकार व्यक्त किया है?
उत्तर: कविता में कवि ने एक भटके हुए हिरन के बच्चे की करुण स्थिति को भावपूर्ण ढंग से व्यक्त किया है। वह बच्चा अपनी माँ से बिछड़कर पहाड़ पर अकेला और डरा हुआ है। उसकी आँखों में वेदना स्पष्ट दिखाई देती है। कवि उसे सांत्वना देते हुए कहते हैं कि वह रोए नहीं, क्योंकि सुबह उसकी माँ उसे मिल जाएगी। इस प्रकार कवि ने हिरन के बच्चे की पीड़ा को मानवीय संवेदनाओं से जोड़ते हुए व्यक्त किया है।
2. रात का वातावरण हिरन के बच्चे के लिए कैसा प्रतीत होता है?
उत्तर: रात का वातावरण ठंडा और सन्नाटे से भरा हुआ है। हवा शांत है और तारे आकाश में चमक रहे हैं। चारों ओर पत्तों का ढेर बिछा हुआ है, जो नरम बिस्तर की तरह दिखाई देता है। कवि इस माहौल का उपयोग हिरन के बच्चे को आराम दिलाने के लिए करते हैं, ताकि वह बिना डर के सो सके। इस शांतिपूर्ण दृश्य के माध्यम से, कवि उसे दिलासा देने की कोशिश करते हैं।
3. ‘राह भटके हिरन के बच्चे को’ कविता में लोरी का क्या महत्व है?
उत्तर: इस कविता में लोरी का एक विशेष महत्व है। कवि रात की हवा को लोरी सुनाने वाली माँ की तरह दर्शाते हैं, जो नन्हे हिरन को आराम से सोने के लिए कह रही है। लोरी के माध्यम से कवि इस बात को दर्शाते हैं कि कठिन परिस्थितियों में भी सांत्वना और आश्वासन हमें धैर्य और शक्ति प्रदान कर सकते हैं। यह लोरी न केवल हिरन के बच्चे को शांति देती है, बल्कि पाठक को भी सुकून का अनुभव कराती है।
4. कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहते हैं?
उत्तर: इस कविता के माध्यम से कवि यह संदेश देना चाहते हैं कि भले ही जीवन में कभी-कभी कठिनाइयाँ और बिछोह का सामना करना पड़ता है, लेकिन आशा और धैर्य के साथ हम अपने प्रियजनों से पुनः मिल सकते हैं। कवि हिरन के बच्चे को उसकी माँ से मिलाने की आशा दिलाते हैं, जिससे यह समझ आता है कि कठिन समय भी अंततः समाप्त हो जाता है और हमें उम्मीद बनाए रखनी चाहिए।
5. कविता में प्रकृति का किस प्रकार चित्रण किया गया है?
उत्तर: इस कविता में प्रकृति का अत्यंत सुंदर और शांतिपूर्ण चित्रण किया गया है। बाँस, पाइन और ओक के वन, रात की ठंडी हवा, आकाश में चमकते तारे और धरती पर बिछे नरम पत्ते सब मिलकर एक अद्भुत वातावरण की रचना करते हैं। यह दृश्य हिरन के बच्चे को सांत्वना देने के साथ-साथ पाठकों को भी प्रकृति की शांति और सुकून का अनुभव कराता है।
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