1. निराला को ‘दीनबंधु’ क्यों कहा गया है?
उत्तर: निराला दीन-दुखियों की सहायता करते थे और उन्हें गहराई से महसूस करते थे। उनकी सेवा में उनकी सच्ची सहानुभूति थी, जिससे वे ‘दीनबंधु’ कहलाए।
2. निराला ने रामकृष्ण मिशन की सेवा कैसे की?
उत्तर: निराला श्रीरामकृष्ण मिशन के कार्यक्रमों में गरीबों को भोजन वितरित करते थे। उनकी दीनजनों की सेवा में गहरी रुचि थी।
3. निराला के व्यक्तित्व में कौन-कौन सी विशेषताएँ थीं?
उत्तर: निराला में सुंदर व्यक्तित्व, मेधाशक्ति, करुणा, और उच्च बुद्धिमत्ता की विशेषताएँ थीं। उनके पास आकर्षक रूप और गहरी संवेदनशीलता थी।
4. निराला की सबसे प्रमुख साहित्यिक विशेषता क्या थी?
उत्तर: निराला दीन-दुखियों के प्रति सच्ची सहानुभूति रखते थे। वे समाज के कमजोर वर्गों की समस्याओं को समझते और उनके हित में काम करते थे।
5. निराला का जीवन कैसा था?
उत्तर: निराला का जीवन संघर्षपूर्ण और सेवा-भावना से भरा हुआ था। वे हमेशा जरूरतमंदों की मदद करने को तत्पर रहते थे।
6. निराला की साहित्यिक प्रतिष्ठा का क्या कारण था?
उत्तर: निराला ने अपने साहित्य में गरीबों और दीन-दुखियों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। उनके साहित्य ने समाज में जागरूकता फैलाने का काम किया।
7. निराला की दानशीलता का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर: निराला अपने कपड़े, जूते, और जरूरत की वस्तुएँ भी जरूरतमंदों को दे देते थे। उनके पास जो भी संपत्ति आती, वह गरीबों के लिए ही खर्च होती थी।
8. निराला के बंगाली समाज में स्थान के बारे में क्या कहा गया है?
उत्तर: निराला बंगला भाषा में कुशल थे और बंगाली समाज में वे बहुत लोकप्रिय थे। वे कवीन्द्र रवीन्द्र के गीत गाकर भी लोगों को आनंदित करते थे।
9. निराला का दीन-दुखियों के प्रति रवैया क्या था?
उत्तर: निराला ने अपनी सारी शक्तियाँ और साधन गरीबों की सेवा में लगा दीं। वे हमेशा दीनजनों की सहायता करने के लिए तैयार रहते थे।
10. निराला का भिक्षुओं के प्रति क्या दृष्टिकोण था?
उत्तर: निराला भिक्षुओं के प्रति सहानुभूति रखते थे, खासकर अपाहिज और असमर्थ भिखारियों के प्रति। वे समाज और शासन की आलोचना भी करते थे जो इनकी मदद नहीं करता था।
11. निराला का कलकत्ता के दीनजनों के प्रति क्या व्यवहार था?
उत्तर: कलकत्ता की सड़कों पर निराला दीन-दुखियों की सेवा करते थे। वे भूखे और गरीब लोगों को खाना और अन्य आवश्यक वस्तुएँ वितरित करते थे।
12. निराला का निजी जीवन कैसा था?
उत्तर: निराला साधारण कपड़े पहनते और जीवन की सुविधाओं से परे रहते थे। उन्हें अपनी आवश्यकताओं की चिंता नहीं थी, बल्कि वे दूसरों की मदद में लगे रहते थे।
13. निराला की साहित्यिक शैली का क्या महत्व था?
उत्तर: निराला की साहित्यिक शैली समाज की वास्तविक समस्याओं को उजागर करती थी। उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए आवाज उठाई।
14. निराला का सेवा भाव किस प्रकार प्रकट होता है?
उत्तर: निराला का सेवा भाव उनके जीवन के हर पहलू में दिखाई देता था। वे गरीबों की मदद में अपने संसाधन और समय दोनों का त्याग करते थे।
15. निराला का आत्मीयता का भाव कैसे व्यक्त किया गया है?
उत्तर: निराला हर किसी से आत्मीयता से पेश आते थे, चाहे वह गरीब हो या भिखारी। उनके भीतर सच्ची सहानुभूति और प्रेम था।
16. निराला का समाज सेवा में योगदान कैसा था?
उत्तर: निराला ने दीन-दुखियों की मदद करके समाज सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वे गरीबों की समस्याओं को गहराई से समझते थे और उनकी मदद करते थे।
17. निराला का साहित्य क्यों लोकप्रिय था?
उत्तर: निराला का साहित्य समाज की वास्तविकताओं को प्रकट करता था। उन्होंने अपने साहित्य के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक समस्याओं पर प्रकाश डाला।
18. निराला ने अपनी आय का उपयोग कैसे किया?
उत्तर: निराला ने अपनी आय का अधिकांश भाग गरीबों और जरूरतमंदों की मदद में खर्च किया। उन्होंने अपने व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं का त्याग किया।
19. निराला के जीवन का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: निराला का जीवन दीन-दुखियों की सेवा के लिए समर्पित था। वे जीवनभर गरीबों की सहायता और सेवा करते रहे।
20. निराला की मृत्यु के बाद उन्हें किस प्रकार याद किया जाता है?
उत्तर: निराला की मृत्यु के बाद भी उनकी सेवा भावना और साहित्यिक योगदान को याद किया जाता है। वे हमेशा एक दीनबंधु के रूप में सम्मानित किए जाते हैं।
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