BSEB Solutions For All Chapters Vigyan Class 7
प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
(क) जिस प्रतिबिम्ब को पर्दे पर प्राप्त किया जा सके, वह ……………. प्रतिबिम्ब कहलाता है।
(ख) उत्तल दर्पण ……………. प्रतिबिम्ब बनाता है।
(ग) यदि प्रतिबिम्ब सदैव वस्तु के आकार का बने तो दर्पण ……………. होगा।
(घ) जिस प्रतिबिम्ब को पर्दे पर न प्राप्त किया जा सके …………….. कहलता है।
उत्तर:
(क) वास्तविक
(ख) आभासी
(ग) समतल
(घ) आभासी ।
प्रश्न 2.
अपना नाम अंग्रेजी भाषा में लिखकर उसका प्रतिबिम्ब समतल दर्पण में देखकर पता लगाएँ कि किन अक्षरों का प्रतिबिम्ब समान तथा किन का प्रतिबिम्ब भिन्न है?
उत्तर:
अपना नाम लिखें –
A B C D E F G H I J K L M N O P Q R S T U V W X Y Z .
A B C F G J L N P Q R S Y Z के प्रतिबिम्ब उल्टे बनते हैं।
ध्यान देकर अपना नाम लिखें।
प्रश्न 3.
उत्तल तथा अवतल दर्पण का उपयोग लिखिए।
उत्तर:
उत्तल दर्पण का उपयोग मोटरगाड़ियों के साइडमिरर के रूप में इसका उपयोग किया जाता है। अवतल दर्पण टॉर्च, गाड़ियों के हेडलाइट, डॉक्टरी द्वारा आँख, कान, नाक, गला के निरीक्षण में इसका उपयोग करते हैं।
प्रश्न 4.
उत्तल और अवतल लेंस में क्या अन्तर है?
उत्तर:
उत्तल लेंस के किनारा पतला और बीच में मोटा होता है। जब प्रकाश पड़ता है तो अन्दर की ओर मुड़ जाती है। अवतल लेंस का किनारा मोटा और बीच में पतला होता है जब प्रकाश – की किरण पड़ती है तो किरण बाहर की ओर चली जाती है।
प्रश्न 5.
वास्तविक प्रतिबिम्ब किस प्रकार का दर्पण बना सकता है ?
उत्तर:
वास्तविक प्रतिबिम्ब अवतल दर्पण बना सकता है।
प्रश्न 6.
आभासी प्रतिबिम्ब किसे कहते हैं ? उदाहरण द्वारा बताएँ।
उत्तर:
आभासी प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे बनता है। समतल दर्पण और उत्तल दर्पण में प्रतिबिम्ब हमेशा आभासी बनता है। जब हम अपना चेहरा समतल दर्पण में देखते हैं तो ऐसा प्रतीत होता है कि मेरे चेहरे के बराबर सीधा प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे बन रहा है।
प्रश्न 7.
समतल दर्पण द्वारा बने प्रतिबिम्ब की विशेषता लिखिए।
उत्तर:
समतल दर्पण द्वारा बना प्रतिबिम्ब वस्तु के बराबर सीधा और दर्पण के पीछे जितनी दूरी पर वस्तु दर्पण के सामने रखी है उतनी ही दूरी पर दर्पण के पीछे बनती है। यह प्रतिबिम्ब आभासी कहलाता है।
प्रश्न 8.
कॉलम A में दिए गए शब्दों का मिलान कॉलम B में एक अथवा अधिक सही कथनों से कीजिए।
उत्तर:
(क) समतल दर्पण – (iii) सीधा तथा वस्तु के आकार से छोटा प्रतिबिम्ब बनाता है।
(ख) उत्तल दर्पण – (i) सीधा तथा वस्तु के आकार के आकार का प्रतिबिम्ब बनाता है।
(ग) अवतल दर्पण – (iv) दाँतों का आवर्धित प्रतिबिम्ब बनाता है जिसके कारण दंत चिकित्सक उपयोग करते हैं।
(घ) अवतल दर्पण – (i) उल्टा तथा आवर्धित प्रतिबिम्ब बना सकता है।
(च) उत्तल दर्पण – (vi) अधिक क्षेत्र का प्रतिबिम्ब बना सकता है।
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