Short Questions (with Answers)
1. ‘गंगा स्तुति’ कविता के कवि कौन हैं?
- इस कविता के कवि का नाम विद्यापति है।
2. कवि गंगा से किस अपराध की क्षमा माँगता है?
- कवि गंगा का पानी स्पर्श करके उन्हें अपवित्र करने के अपराध की क्षमा माँगता है।
3. ‘विमल’ शब्द का क्या अर्थ है?
- ‘विमल’ का अर्थ पवित्र होता है।
4. कवि ने गंगा से क्या प्रार्थना की है?
- कवि ने गंगा से प्रार्थना की है कि जीवन के अंतिम समय में उन्हें गंगा का स्मरण बना रहे।
5. कवि गंगा को किस रूप में देखता है?
- कवि गंगा को माता के रूप में देखता है।
6. कवि की आँखों से आँसू क्यों बह रहे थे?
- गंगा को छोड़ते समय कवि की आँखों से आँसू बह रहे थे।
7. ‘गंगा स्तुति’ का अर्थ क्या है?
- ‘गंगा स्तुति’ का अर्थ गंगा की प्रशंसा और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करना है।
8. कवि गंगा से बार-बार दर्शन की प्रार्थना क्यों करता है?
- कवि गंगा से बार-बार दर्शन की प्रार्थना इसलिए करता है क्योंकि वह गंगा के प्रति गहरी श्रद्धा और प्रेम रखता है।
9. ‘पुनमति’ का क्या अर्थ है?
- ‘पुनमति’ का अर्थ बार-बार है।
10. कवि गंगा को किन शब्दों से संबोधित करता है?
- कवि गंगा को ‘पवित्र तरंगों वाली’ कहकर संबोधित करता है।
Medium Questions (with Answers)
1. कवि की आँखों से आँसू क्यों बह रहे थे जब वह गंगा के किनारे को छोड़ रहा था?
- गंगा के प्रति अपनी गहरी आस्था और प्रेम के कारण कवि की आँखों से आँसू बह रहे थे। उसे गंगा से बिछड़ने का दुख था और वह गंगा से जुड़ी अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहा था।
2. गंगा के किनारे बसने वाले शहरों में गंगा का क्या महत्व है?
- गंगा के किनारे बसे शहरों में यह नदी जीवनदायिनी मानी जाती है। यह लोगों को पीने का पानी, कृषि के लिए सिंचाई और धार्मिक-सांस्कृतिक महत्व प्रदान करती है।
3. कवि गंगा से किस प्रकार की प्रार्थना करता है?
- कवि गंगा से प्रार्थना करता है कि जीवन के अंत में उसे गंगा के दर्शन प्राप्त हों और वह गंगा का स्मरण न भूलें, जिससे उसका जीवन सफल हो सके।
4. कवि गंगा के प्रति अपनी श्रद्धा कैसे प्रकट करता है?
- कवि गंगा के जल को पवित्र मानता है और उसे अपनी माता का रूप देता है। वह गंगा के प्रति अपने प्रेम और आस्था को आँसुओं और प्रार्थनाओं के माध्यम से व्यक्त करता है।
5. ‘गंगा स्तुति’ में गंगा को ‘पवित्र तरंगों वाली’ क्यों कहा गया है?
- गंगा को ‘पवित्र तरंगों वाली’ इसलिए कहा गया है क्योंकि उसके जल को शुद्ध और पवित्र माना गया है। हिन्दू धर्म में गंगा को पापों का नाश करने वाली और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है।
6. गंगा को स्पर्श करने के बाद कवि क्यों क्षमा माँगता है?
- गंगा के पवित्र जल को अपवित्र करने का अपराध मानते हुए, कवि क्षमा माँगता है। वह गंगा को देवी का स्वरूप मानता है, इसलिए उसका जल स्पर्श करके उसे अपवित्र करने की भावना से क्षमा याचना करता है।
7. कविता का शीर्षक ‘गंगा स्तुति’ क्यों उपयुक्त है?
- इस कविता में गंगा की महानता, पवित्रता और कवि की भक्ति का वर्णन है। गंगा के प्रति कवि की श्रद्धा और उनकी प्रार्थनाएँ इस शीर्षक को सार्थक बनाती हैं।
8. गंगा किन-किन तरीकों से भारतीय समाज के लिए उपयोगी है?
- गंगा भारतीय समाज को जल प्रदान करने, कृषि के लिए सिंचाई, धार्मिक अनुष्ठानों और सांस्कृतिक आयोजन के माध्यम से उपयोगी है। इसे माता और जीवनदायिनी मानकर इसकी पूजा की जाती है।
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