Short Questions (with Answers)
1. सुस्मिता ने लेखक को क्या भेजने की प्रार्थना की?
- एक हिरन।
2. लेखिका ने हिरन पालने का संकल्प क्यों तोड़ा?
- कोमल प्राणी की रक्षा के लिए।
3. सोना किस रंग की थी?
- सुनहरे रंग की।
4. लेखिका को सोना नाम क्यों दिया गया?
- उसके सुनहरे रंग के कारण।
5. सोना का मुँह कैसा था?
- छोटा-सा और प्यारा।
6. सोना की आँखें कैसी थीं?
- बड़ी-बड़ी और पानीदार।
7. हिरण को किस कारण से जंगल छोड़ना पड़ा?
- मनुष्यों की हिंसा के कारण।
8. सोना के शरीर की विशेषता क्या थी?
- रेशमी सुनहरा शरीर।
9. लेखिका ने सोना को किसकी देखभाल में छोड़ा था?
- माली के।
10. सोना का स्वभाव कैसा था?
- शांत और सरल।
11. लेखिका ने सोना का पालन कैसे किया?
- दूध, ग्लूकोज, और देखभाल से।
12. सोना का प्रिय भोजन क्या था?
- कच्ची सब्जियाँ।
13. सोना की दिनचर्या में कौन-कौन से काम थे?
- खेलना, छात्रावास में घूमना।
14. सोना को सबसे ज्यादा कौन पसंद थे?
- छोटे बच्चे।
15. सोना किसका इंतजार करती थी?
- लेखिका का।
16. सोना को कौन-सा समय विशेष पसंद था?
- बच्चों के साथ खेल का समय।
17. सोना ने कहाँ जन्म लिया था?
- जंगल में।
18. सोना किस पर कूदती थी?
- लेखिका के सिर के ऊपर।
19. सोना की अंतिम स्थिति क्या हुई?
- वह रस्सी से गिर गई।
20. सोना का शव कहाँ प्रवाहित किया गया?
- गंगा में।
Medium Questions (with Answers)
1. लेखिका ने सोना को कैसे पाला?
- लेखिका ने सोना का पालन दूध और ग्लूकोज से किया। उसकी छोटी-सी बोतल में दूध डालकर उसे पीना सिखाया। धीरे-धीरे वह दूध पीने में निपुण हो गई।
2. सोना के स्वभाव की विशेषता क्या थी?
- सोना का स्वभाव सरल, मासूम और स्नेहिल था। वह लेखिका से बहुत जुड़ी हुई थी और छोटे बच्चों के साथ खेलना पसंद करती थी।
3. सोना का नाम सोना क्यों रखा गया?
- सोना का नाम उसके सुनहरे रंग के कारण रखा गया। उसकी कोमल और सुनहरे रंग की त्वचा रेशमी लगती थी, जो सोने की तरह चमकदार थी।
4. लेखिका ने पहले हिरन पालने से मना क्यों किया था?
- लेखिका ने पहले संकल्प किया था कि अब हिरन नहीं पालेगी, क्योंकि उन्हें उनकी देखभाल में कठिनाई होती थी। लेकिन कोमल हिरण के प्रति दया के कारण उन्होंने अपना संकल्प तोड़ा।
5. सोना की आँखें कैसी थीं और उनकी क्या विशेषता थी?
- सोना की आँखें बड़ी, गोल और पानीदार थीं। उसकी आँखों में करुणा और मासूमियत झलकती थी, जो किसी का भी दिल पिघला देती थी।
6. लेखिका की अनुपस्थिति में सोना का व्यवहार कैसा था?
- लेखिका की अनुपस्थिति में सोना उदास और बेचैन हो जाती थी। वह बगीचे में इधर-उधर घूमती थी और जैसे उनकी वापसी का इंतजार करती थी।
7. सोना बच्चों के साथ किस प्रकार खेलती थी?
- सोना बच्चों की पंक्ति को पार कर उछलती थी। बच्चों को उसके साथ खेल में बहुत आनंद आता था, जैसे वह उनका साथी हो।
8. लेखिका ने सोना की देखभाल कैसे की?
- लेखिका ने बहुत प्यार और परिश्रम से सोना की देखभाल की। उसने उसे दूध पिलाया, खेल खिलाया और उसके भोजन का ध्यान रखा।
9. लेखिका के अन्य पालतू जानवर सोना से कैसे जुड़े?
- लेखिका के अन्य पालतू जानवर जैसे फ्रलोरा और हेमंत-वसंत सोना के दोस्त बन गए। वे साथ में खेलते और सोना को सुरक्षित महसूस कराते थे।
10. सोना को बांधने की आवश्यकता क्यों पड़ी?
- लेखिका की अनुपस्थिति में सोना बार-बार कंपाउंड से बाहर निकल जाती थी, जिससे उसकी सुरक्षा के लिए माली ने उसे लंबी रस्सी से बांध दिया।
11. सोना का अंत कैसे हुआ?
- रस्सी से बंधे होने के कारण सोना ने ऊँचाई से छलांग लगाई और गिरी, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। उसका शरीर गंगा में प्रवाहित किया गया।
12. लेखिका ने सोना को क्यों गंगा में प्रवाहित किया?
- सोना की मृत्यु के बाद उसकी आत्मा को शांति देने के लिए लेखिका ने उसकी अंतिम विदाई गंगा में प्रवाहित कर दी, जो उसके प्रति उनके प्रेम को दर्शाता है।
13. सोना की दिनचर्या क्या थी?
- सोना सुबह दूध पीकर और भीगे चने खाकर खेलती थी। फिर छात्रावास में जाकर बच्चों से मिलती और उनसे खेलने का आनंद लेती थी।
14. सोना को बच्चों के साथ समय बिताना क्यों पसंद था?
- छोटे बच्चे उसे बहुत प्रिय थे, क्योंकि उनके साथ खेलने का पूरा अवसर मिलता था। वे उसे प्यार से बुलाते और उसके साथ खेलते थे।
15. लेखिका ने सोना के प्रति अपने स्नेह को कैसे व्यक्त किया?
- लेखिका ने सोना को प्यार और देखभाल के साथ पाला, उसे अपने पास सुलाया और उसकी हर छोटी जरूरत का ख्याल रखा। सोना के प्रति उनका स्नेह गहरा और निश्छल था।
Long Questions (with Answers)
1. लेखिका ने सोना का पालन कैसे किया और इसमें उन्हें किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा?
- लेखिका ने सोना का पालन बड़ी मेहनत और स्नेह से किया। उसे दूध, ग्लूकोज और बकरी का दूध पिलाने के लिए बोतल का इस्तेमाल करना पड़ा, क्योंकि सोना बहुत छोटी थी। धीरे-धीरे सोना बोतल से दूध पीने की आदत डालने लगी। इस प्रक्रिया में लेखिका को काफी समय और धैर्य का उपयोग करना पड़ा।
2. सोना का नाम सोना क्यों रखा गया और उसका स्वभाव कैसा था?
- सोना का नाम उसके सुनहरे, रेशमी रंग के कारण रखा गया। उसका स्वभाव मासूम, स्नेही और चंचल था। वह लेखिका से और छोटे बच्चों से बहुत प्यार करती थी। उसके सरल स्वभाव ने सभी का दिल जीत लिया था।
3. लेखिका के अनुसार, मनुष्य और पशुओं में स्नेह का संबंध किस प्रकार होता है?
- लेखिका के अनुसार, पशु मनुष्य के सच्चे स्नेह को पहचानते हैं और उस पर प्रतिक्रिया देते हैं। वे सामाजिक स्थिति या दिखावे में विश्वास नहीं करते, बल्कि निश्छल प्रेम को ही समझते हैं। सोना का स्नेह भी निश्छल था, जो लेखिका के प्रति उसकी वफादारी और लगाव में झलकता था।
4. लेखिका ने पहले हिरण पालने से मना क्यों किया था और बाद में क्यों इसे स्वीकार किया?
- लेखिका ने पहले यह निर्णय लिया था कि हिरण नहीं पालेंगी क्योंकि यह देखभाल में बहुत कठिन था। लेकिन सुस्मिता की प्रार्थना और हिरण के प्रति करुणा के कारण उन्होंने अपना संकल्प तोड़ा। कोमल हिरण की सुरक्षा के लिए उन्हें उसे अपनाना पड़ा।
5. सोना की आँखें और उसके स्वभाव में क्या विशेषता थी?
- सोना की आँखें बड़ी, गोल और पानीदार थीं, जो उसकी मासूमियत और करुणा को दर्शाती थीं। उसका स्वभाव सरल, शांत और प्रेम से भरा था। उसकी आँखों में मानो करुणा की भाषा थी, जो हर किसी का दिल छू लेती थी।
6. लेखिका की अनुपस्थिति में सोना का क्या हाल हुआ और उसकी देखभाल कैसे की गई?
- लेखिका की अनुपस्थिति में सोना उदास और बेचैन रहने लगी। उसे सुरक्षित रखने के लिए माली ने उसे बगीचे में रस्सी से बांधना शुरू कर दिया। लेकिन एक दिन बांधने के बावजूद उसने ऊँचाई से छलांग लगाई और गिरने से उसकी मृत्यु हो गई।
7. सोना की मृत्यु किस प्रकार हुई और लेखिका ने उसे अंतिम विदाई कैसे दी?
- सोना ने एक ऊँची छलांग लगाई, लेकिन रस्सी में बंधे होने के कारण वह गिर पड़ी, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। लेखिका ने गहरे दुख के साथ सोना के शरीर को गंगा में प्रवाहित कर दिया, जिससे उसकी आत्मा को शांति मिल सके।
8. लेखिका के अनुसार पशु-पक्षियों के प्रति मनुष्य का व्यवहार कैसा है?
- लेखिका का मानना है कि मनुष्य अक्सर पशु-पक्षियों के प्रति निर्दयी होता है। वह अपने मनोरंजन और स्वार्थ के लिए उनके जीवन को खतरे में डालता है। लेखिका इस निष्ठुरता को दुखद और अस्वीकार्य मानती हैं, क्योंकि यह उनकी प्राकृतिक सुंदरता और जीवन को नष्ट करता है।
9. लेखिका ने सोना के साथ अपना स्नेह कैसे व्यक्त किया?
- लेखिका ने सोना के प्रति गहरा स्नेह और लगाव व्यक्त किया। उन्होंने उसे दूध पिलाया, उसकी देखभाल की, और उसे बच्चों की तरह पाला। सोना भी लेखिका से विशेष प्रेम करती थी और उनके साथ समय बिताना पसंद करती थी।
10. सोना के प्रति लेखिका के मन में विशेष स्नेह क्यों था?
- सोना के प्रति लेखिका का स्नेह उसकी मासूमियत, कोमलता और सरल स्वभाव के कारण था। सोना ने उन्हें अपना बना लिया था और अपने निश्छल प्रेम से लेखिका का दिल जीत लिया था। उसकी हरकतों ने लेखिका को गहरे लगाव और अपनत्व का अनुभव कराया।
Leave a Reply