Short Questions (with Answers)
1. कुल्हाड़ी का वार किस पर होता है?
- पेड़ों पर कुल्हाड़ी का वार होता है, जिससे पेड़ कट जाते हैं।
2. पेड़ों की चीख कब सुनाई देती है?
- जब पेड़ों को काटा जाता है, तो उनकी चीखें सुनाई देती हैं।
3. नदियों के रोने का क्या कारण है?
- नदियाँ प्रदूषण और गंदगी से दुखी होकर “रोती” हैं।
4. कविता में पृथ्वी को कैसा बताया गया है?
- कविता में पृथ्वी को बूढ़ी और थकी हुई बताया गया है।
5. पानी का रंग कैसा हो गया है?
- पानी का रंग प्रदूषण के कारण गंदा हो गया है।
6. पानी में लोग क्या धोते हैं?
- लोग पानी में अपने कपड़े धोते हैं, जिससे पानी और गंदा हो जाता है।
7. कवि के अनुसार हवा कैसी हो गई है?
- हवा प्रदूषित और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो गई है।
8. पेड़ कटने से क्या होता है?
- पेड़ कटने से पर्यावरण में संतुलन बिगड़ता है और जीवन पर असर पड़ता है।
9. कवि किससे क्षमा माँगता है?
- कवि पाठकों से क्षमा माँगता है कि वे पृथ्वी का दुख समझें।
10. पृथ्वी को बूढ़ा क्यों कहा गया है?
- पृथ्वी को बूढ़ा कहा गया है क्योंकि वह इंसानों के कष्टों से थक चुकी है।
11. किस चीज की चोट से पत्थर टूटते हैं?
- हथौड़ी की चोट से पत्थर टूटते हैं और बिखरते हैं।
12. पानी को किसने गंदा किया है?
- इंसानों ने अपने कार्यों से पानी को गंदा कर दिया है।
13. नदी का पानी किस लिए उपयोग किया जाता है?
- नदी का पानी स्नान, कपड़े धोने और पूजा के लिए उपयोग होता है।
14. कवि ने किसे चुपचाप दुख सहते बताया है?
- कवि ने पृथ्वी को चुपचाप दुख सहते हुए बताया है।
15. पृथ्वी का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है?
- पृथ्वी का सबसे बड़ा दुश्मन स्वयं मानव है।
Medium Questions (with Answers)
1. पेड़ों की कटाई का पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- पेड़ों की कटाई से पर्यावरण में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे जीव-जंतुओं और मनुष्यों के जीवन पर खतरा बढ़ता है। यह जैव विविधता को भी नुकसान पहुँचाता है।
2. पानी का प्रदूषण इंसानों के लिए कैसे हानिकारक है?
- प्रदूषित पानी पीने या इस्तेमाल करने से कई गंभीर बीमारियाँ फैलती हैं। इसके कारण पाचन तंत्र, त्वचा, और आंतरिक अंगों पर बुरा असर पड़ता है।
3. कवि ने पृथ्वी को ‘बूढ़ी’ क्यों कहा है?
- कवि ने पृथ्वी को ‘बूढ़ी’ इसलिए कहा है क्योंकि वह पेड़ों की कटाई, पानी और हवा के प्रदूषण से बहुत दुखी और थकी हुई है। यह मानव गतिविधियों से प्रभावित होकर अपनी प्राकृतिक सुंदरता खो रही है।
4. पेड़ों की चीख का क्या तात्पर्य है?
- पेड़ों की चीख का अर्थ है उनकी पीड़ा और दुःख, जो पेड़ों को काटे जाने पर महसूस होती है। यह चीख उनके दर्द और पर्यावरण पर हो रहे आघात को दर्शाती है।
5. प्रदूषण से नदियाँ कैसे प्रभावित होती हैं?
- प्रदूषण से नदियों का पानी गंदा हो जाता है, जिससे उसमें जीवों का जीवन कठिन हो जाता है। यह पानी न पीने योग्य रह जाता है और कई स्थानों पर लोग इसका उपयोग नहीं कर पाते।
6. हवा में प्रदूषण का क्या असर होता है?
- प्रदूषित हवा से सांस लेने में कठिनाई होती है और यह फेफड़ों व स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है। प्रदूषण से वायुमंडल में विषैले तत्व बढ़ जाते हैं, जो सभी के लिए हानिकारक हैं।
7. पृथ्वी की चुप्पी से कवि क्या कहना चाहता है?
- कवि कहना चाहता है कि पृथ्वी अपनी समस्याओं को चुपचाप सहती जा रही है। वह सब कुछ सहते हुए भी हमें संकेत देती है कि हम उसे सुरक्षित रखें।
8. कवि ने प्रदूषित पानी से किसका दुख व्यक्त किया है?
- कवि ने प्रदूषित पानी को देखकर उन लोगों का दुख व्यक्त किया है जो शुद्ध पानी के अभाव में जी रहे हैं। यह पानी उनके लिए पवित्रता और स्वच्छता का प्रतीक था, जो अब दूषित हो गया है।
9. पानी का दूषित होना किसके लिए चिंता का कारण है?
- पानी का दूषित होना सभी के लिए चिंता का कारण है क्योंकि यह जल स्रोतों को नष्ट कर रहा है। शुद्ध पानी के बिना, जीवन का अस्तित्व मुश्किल हो जाता है।
10. पृथ्वी को प्रदूषण से बचाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
- हम वृक्षारोपण कर सकते हैं, प्रदूषण फैलाने वाले कार्यों से बच सकते हैं और स्वच्छता बनाए रख सकते हैं। छोटी-छोटी सावधानियाँ रखकर हम पृथ्वी को बचाने में योगदान दे सकते हैं।
Long Questions (with Answers)
1. कविता में ‘बूढ़ी पृथ्वी का दुख’ किस प्रकार व्यक्त किया गया है?
- कविता में ‘बूढ़ी पृथ्वी’ का दुख विभिन्न रूपों में दिखाया गया है, जैसे पेड़ों की कटाई, नदियों का रोना और हवा का प्रदूषित होना। कवि ने यह दर्शाया है कि मनुष्य के लालच और अनियंत्रित विकास के कारण पृथ्वी पर अत्यधिक बोझ पड़ गया है, जिससे वह थक चुकी है और दुखी है।
2. पेड़ काटने से पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ता है और यह कवि के विचारों को कैसे दर्शाता है?
- पेड़ काटने से पर्यावरण में ऑक्सीजन की कमी, मिट्टी का कटाव और जैव विविधता का नाश होता है। कवि इन घटनाओं के माध्यम से लोगों को चेतावनी देते हैं कि पेड़ों के बिना पृथ्वी का संतुलन बिगड़ जाएगा और जीवन कठिन हो जाएगा।
3. कवि ने नदियों के रोने का उल्लेख क्यों किया है?
- कवि ने नदियों के रोने का उल्लेख इस लिए किया है क्योंकि प्रदूषण के कारण उनका पानी गंदा और विषैला हो गया है। नदियों का रोना एक प्रतीक है कि वे अब अपनी शुद्धता और जीवनदायिनी क्षमता को खो रही हैं, जो मानव जाति के लिए नुकसानदेह है।
4. कविता में पानी का प्रदूषण किन रूपों में दिखाया गया है?
- कविता में पानी का प्रदूषण दिखाया गया है, जैसे कपड़े धोने से, गंदगी डालने से और जहरीले पदार्थों के कारण। कवि ने यह जताने की कोशिश की है कि इंसान की असंवेदनशीलता के कारण अब पवित्र नदियाँ भी दूषित हो रही हैं।
5. कवि ने हवा के प्रदूषण का दुख कैसे व्यक्त किया है?
- कवि ने हवा को खून की उल्टियाँ करते हुए दिखाया है, जो यह बताता है कि प्रदूषण की मात्रा इतनी बढ़ गई है कि हवा में विषैले तत्व भर गए हैं। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है और प्रकृति की शुद्धता को नुकसान पहुँचा रहा है।
6. पृथ्वी को बचाने के लिए हमारे पास क्या उपाय हैं?
- पृथ्वी को बचाने के लिए हमें वृक्षारोपण को बढ़ावा देना चाहिए, जल स्रोतों को साफ रखना चाहिए, और उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषकों को नियंत्रित करना चाहिए। इसके अलावा, हमें ऊर्जा का सदुपयोग करना चाहिए और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ानी चाहिए।
7. कवि को किस बात पर संदेह है?
- कवि को इस बात पर संदेह है कि क्या हम वास्तव में इंसान हैं, क्योंकि हमने अपने स्वार्थ के लिए प्रकृति को बहुत क्षति पहुँचाई है। अगर हम पृथ्वी के दुख को नहीं समझते हैं तो हमें अपने इंसान होने पर संदेह करना चाहिए।
8. पेड़ों का गिरना और पत्थरों का टूटना कविता में क्या प्रतीक है?
- पेड़ों का गिरना और पत्थरों का टूटना कविता में प्रकृति पर हो रहे अत्याचार और इसके विरुद्ध उसकी पीड़ा का प्रतीक है। यह हमें याद दिलाता है कि यदि हमने प्रकृति का सम्मान नहीं किया, तो इसके परिणाम गंभीर होंगे।
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