Short Questions (with Answers)
1. अवध के राजा ने अपने बेटों की परीक्षा क्यों लेने का निर्णय किया?
- राजा ने अपने बेटों के न्यायपूर्ण विचारों को परखने के लिए यह परीक्षा रखी।
2. हिमशुक कौन था और किसकी सेवा में था?
- हिमशुक एक अनोखा तोता था, जो विदर्भ देश के राजा का पालतू पक्षी था।
3. सबसे बड़े बेटे ने विश्वासघात करने वाले व्यक्ति को कैसी सजा देने की बात की?
- उसने कहा कि ऐसे व्यक्ति की गर्दन धड़ से अलग कर देनी चाहिए।
4. दूसरे बेटे ने विश्वासघात करने वाले को क्या सजा देने का सुझाव दिया?
- उसने कहा कि ऐसे व्यक्ति को मृत्युदंड देना चाहिए।
5. तीसरे बेटे ने सजा देने से पहले कौन-सी बात का ध्यान रखने को कहा?
- उसने कहा कि सजा देने से पहले यह प्रमाणित होना चाहिए कि वह दोषी है।
6. हिमशुक राजा के लिए कौन-सा विशेष फल लाया?
- वह अमरफल लेकर आया जो अमरता देता था।
7. अमरफल खाने से पहले राजा ने किस सुझाव पर अमल किया?
- राजा ने सुझाव दिया कि पहले फल को किसी जानवर को खिलाकर देखा जाए।
8. राजा ने अमरफल का एक टुकड़ा किस जानवर को खिलाया?
- उसने कौवे को खिलाया।
9. कौवे के फल खाते ही क्या हुआ?
- कौवा तुरंत मर गया।
10. राजा ने कौवे की मृत्यु के बाद हिमशुक के बारे में क्या सोचा?
- राजा ने सोचा कि हिमशुक उसे मारने का प्रयास कर रहा था।
11. राजा ने किस कारण हिमशुक को पकड़वाया?
- राजा ने उसे विषैली वस्तु देने का प्रयास मानकर क्रोधित होकर पकड़वाया।
12. राजा ने हिमशुक को किस तरह दंडित करने का आदेश दिया?
- उसने कहा कि हिमशुक को नगर के बाहर एक गहरे गड्ढे में दफना दिया जाए।
13. दफन किए गए अमरफल के बीज से किस तरह का पेड़ उगा?
- उस बीज से एक विशाल और विषैले फल का पेड़ उगा।
14. पेड़ के विषैले फल देखकर राजा ने क्या आदेश दिया?
- उसने पेड़ के चारों ओर बाड़ लगवाकर पहरेदारी का आदेश दिया।
15. उस विषैले पेड़ के फल किसके लिए खतरनाक सिद्ध हुए?
- पेड़ के फल किसी के भी लिए जानलेवा थे।
Medium Questions (with Answers)
1. अवध के राजा के तीनों बेटों के विचार एक दोषी को सजा देने में कैसे भिन्न थे?
- सबसे बड़े और दूसरे बेटे ने सख्त सजा का पक्ष लिया, जबकि तीसरे बेटे ने कहा कि पूरी तरह दोष सिद्ध होने के बाद ही सजा दी जाए।
2. हिमशुक ने राजा के प्रति वफादारी का प्रदर्शन कैसे किया?
- हिमशुक राजा की सेवा में हमेशा ईमानदारी और चतुराई से काम करता था और किसी भी संकट में सलाह देने के लिए राजा को सहायता करता था।
3. हिमशुक ने अमरफल को सुरक्षित स्थान पर क्यों रखा?
- हिमशुक ने फल को एक खोखले पेड़ के भीतर रखा ताकि कोई इसे आसानी से न पा सके, लेकिन उस स्थान पर साँप का निवास था।
4. अमरफल जहरीला कैसे बन गया?
- जब साँप ने अमरफल में काटा, तो उसके दाँतों से जहर निकलकर फल में फैल गया।
5. राजा ने फल खाने से पहले दरबार क्यों बुलाया?
- राजा अमरफल खाने से पहले इसे एक विशेष अवसर मानते हुए दरबार में सभी को शामिल करना चाहता था।
6. मंत्री ने फल खाने से पहले राजा को क्यों रोका?
- मंत्री ने बुद्धिमानी से सुझाव दिया कि फल को पहले किसी जानवर को खिलाकर देखा जाए।
7. हिमशुक के प्रति राजा का गुस्सा किस कारण उभरा?
- कौवे की मौत देखकर राजा ने समझा कि हिमशुक ने उसे धोखे से जहरीला फल दिया।
8. विषैले पेड़ के कारण शहर में क्या अफवाहें फैल गईं?
- लोगों में इस पेड़ के फल को लेकर डर फैल गया कि इसे खाने से तुरंत मृत्यु हो सकती है।
9. एक गरीब बुजुर्ग ने विषैले फल क्यों खा लिए?
- जीवन से निराश होकर बुजुर्ग ने सोचा कि फल खाकर अपनी जान खत्म कर लेनी चाहिए।
10. विषैले फल खाने के बाद उस बुजुर्ग के साथ क्या चमत्कार हुआ?
- फल खाने के बाद वह बुजुर्ग फिर से जवान हो गया और उसका स्वास्थ्य लौट आया।
Long Questions (with Answers)
1. अवध के राजा ने किस प्रकार अपने बेटों की परीक्षा ली और इसका उद्देश्य क्या था?
- राजा ने अपने तीनों बेटों के न्याय संबंधी विचार जानने के लिए उनके सामने एक काल्पनिक स्थिति रखी, जिसमें विश्वासघात के अपराधी को सजा देने का प्रश्न था। इस परीक्षा से वह जानना चाहता था कि कौन-सा बेटा न्याय और समझदारी से काम लेता है।
2. हिमशुक ने किस प्रकार अपनी वफादारी के बावजूद राजा का क्रोध झेला?
- हिमशुक ने अमरफल राजा के लिए सुरक्षित रखा, लेकिन साँप के जहर से फल विषैला हो गया। कौवे की मौत के बाद राजा ने समझा कि हिमशुक ने उसे धोखा दिया है, जिससे उसने हिमशुक को पकड़ने का आदेश दिया।
3. अमरफल का बीज विषैले पेड़ में बदलने के बाद राजा ने क्या कदम उठाए?
- जब अमरफल का बीज एक विषैले पेड़ में बदल गया, तो राजा ने इस पेड़ के चारों ओर बाड़ लगवाकर पहरेदारी का आदेश दिया ताकि कोई इसे खा न सके और उसकी विषाक्तता से बच सके।
4. कहानी में विषैले फल खाने के बाद बुजुर्ग के जीवन में आए बदलाव को कैसे दर्शाया गया?
- जीवन से निराश बुजुर्ग ने फल खा लिया, सोचकर कि उसे मृत्यु प्राप्त होगी। परंतु अगले दिन उसने खुद को फिर से जवान पाया, जिससे उसे एक नई उम्मीद और जीवन का अनुभव मिला।
5. राजा ने अंत में हिमशुक की सजा के लिए क्या सोचा और क्यों?
- राजा ने क्रोध में हिमशुक को दंडित करने का आदेश दिया था, लेकिन बाद में उसे एहसास हुआ कि हिमशुक का अमरफल वास्तव में विषैला नहीं था और उसने जल्दबाजी में निष्कर्ष निकाल लिया था।
6. कहानी के अंत में कौन-सा संदेश छिपा है?
- यह कहानी सिखाती है कि बिना पूरी तरह सच की जांच किए सजा देना उचित नहीं है, क्योंकि जल्दबाजी में किया गया निर्णय सही नहीं हो सकता।
7. हिमशुक के अमरफल को लेकर शहर में क्या घटना घटी और इससे लोगों को क्या सिखने को मिला?
- विषैले फल के भय से लोग पेड़ से दूर रहने लगे। बुजुर्गों के अनुभव ने दिखाया कि उम्मीद और दृढ़ता से जीवन में चमत्कार हो सकते हैं।
8. राजा के तीसरे बेटे के विचार से इस कहानी का क्या निष्कर्ष निकलता है?
- तीसरे बेटे का धैर्यपूर्ण और विचारशील रवैया दिखाता है कि न्याय के मामले में सतर्कता और सत्य की पूर्ण जांच जरूरी है, ताकि निर्दोष को सजा न मिले।
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