BSEB Solutions For All Chapters Vigyan Class 6
प्रश्न 1. सजीवों के वास-स्थान से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: सजीव-जगत में असंख्य छोटे-बड़े जीव-जन्तु एवं पौधे पाए जाते हैं, जिन्हें अपने परिवेश में रहने के लिए कुछ विशिष्ट संरचनाएँ होती हैं। ऐसी विशिष्ट संरचनाओं एवं स्वभाव की स्थिति को अनुकूलन कहते हैं। एक सजीव जिस परिवेश में रहता है। जहाँ से उसे भोजन, वायु, शरण-स्थल एवं अन्य आवश्यकताएँ पूरी होती हैं उसे वास-स्थल कहते हैं। जमीन पर पाए जाने वाले सजीवों के वास-स्थल स्थलीय वास-स्थान तथा जल में पाए जाने वाले सजीवों के स्थान को जलीय वास-स्थान कहते
प्रश्न 2. ऊँट रेगिस्तान में जीवन-यापन के लिए किस प्रकार अनुकूलित है?
उत्तर: ऊँट के पैर नीचे रखते ही फैल जाते हैं इसके साथ वह गत्तेदार होता है जिसके कारण रेत में धंसने से बच जाते हैं और आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान चले जाते हैं। ऊँट के पलकों में लम्बे बाल और घनी भौहें उन्हें . रेत और मिट्टी से बचा लेती हैं। उसके छोटे-छोटे कान में भी आसानी से रेत नहीं जा पाते हैं। ऊँट अपनी नाक को मर्जी के अनुसार खोल या बन्द कर लेता है। ऊँट अपने कूबड़ में भोजन चर्बी के रूप में जमा रखता है। जो बुरे वक्त में काम आता है। पानी पिए बिना भी वह कई दिनों रह लेता है। इसके अलावा ऊँट के पैर लम्बे होते हैं जिससे उसका शरीर रेत की गरमी से दूर रहता है। साथ ही वे बहुत कम पेशाब करते हैं। उसे पसीना भी नहीं आता। इन्हीं सब बातों के कारण वे रेगिस्तान में जीवन-यापन के लिए अनुकूलित है।
प्रश्न 3. मछली जल में अपने को किस प्रकार अनुकूलित करती है?
उत्तर: मछलियों का शरीर धारारेखीय होता है। इनका शरीर चिकने शल्कों से ढका रहता है। शल्क, इनके शरीर को सुरक्षा प्रदान करते हैं तथा इनकी विशिष्ट आकृति जल में गति करने में सहायक होती है। मछली के पक्ष्म एवं पूँछ चपटे होते हैं जो उसे जल के अंदर दिशा परिवर्तन एवं संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके अलावे मछली गिल से पानी में घुले ऑक्सीजन को अलग कर अपने श्वसन प्रक्रिया को पूरी करती है। इस प्रकार मछली अपने को जल में रहने के लिए अनुकूलित करती है।
प्रश्न 4. पर्वतीय पौधे किस प्रकार अनुकूलित हैं?
उत्तर: पर्वतीय क्षेत्र में सामान्यत: बहुत ठंड होती है तथा सर्दियों में तो हिमपात भी होता है। पर्वतीय क्षेत्रों में वृक्ष शंक्वाकार (कीप जैसा) होता है तथा इसकी शाखाएँ तिरछी होती हैं। इससे वर्षा का जल एवं हिम आसानी से नीचे की ओर खिसक जाता है। इस प्रकार पर्वतीय पौधे अनुकूलित रहते हैं।
प्रश्न 5. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
(क) स्थल पर पाए जाने वाले पौधों एवं जंतुओं के वास-स्थान को. …………… आवास कहते हैं।
(ख) वे वास स्थान जिनमें जल में रहने वाले पौधे एवं जंतु रहते हैं …………… आवास कहलाते हैं।
(ग) याक का शरीर लंबे ………….. से ढका होता है।
(घ) मछली का शरीर ………….. होता है जिससे वह जल में आसानी से तैर सकती है।
(ङ) जलीय पौधों का तना …………….. खोखला एवं ………….. होता है।
उत्तर: (क) स्थलीय वास, (ख) जलीय, (ग) बालों, (घ) नौकाकार, (ङ) लम्बा, हल्का
प्रश्न 6. मिलान कीजिए –
उत्तर:
(क) – ख
(ख) – क
(ग) – ङ
(घ) – घ
(ङ) – ग
प्रश्न 7. सही विकल्प चुनें –
(क) ऊँट निम्न परिवेश में पाया जाने वाला जन्तु है –
(1) जलीय
(2) पर्वतीय
(3) मरुस्थलीय
(4) कोई नहीं
उत्तर: (3) मरुस्थलीय
(ख) धारारेखीय शरीर होता है –
(1) घोड़े का
(2) भालू का
(3) मछली का
(4) मेंढक का
उत्तर: (3) मछली का
(ग) हमें श्वास लेने में कठिनाई होती है –
(1) मैदानी क्षेत्र में
(2) जलीय क्षेत्र में
(3) पर्वतीय क्षेत्र में
(4) रेगिस्तानी क्षेत्र में।
उत्तर: (3) पर्वतीय क्षेत्र में
(घ) घास स्थल अथवा वनों का शक्तिशली जन्तु है –
(1) हिरण
(2) शेर
(3) घोड़ा
(4) ऊँट
उत्तर: (2) शेर
(ङ) जलकुंभी पाया जाता है –
(1) जंगल में
(2) पर्वतों पर
(3) जल में
(4) बर्फ में।
उत्तर: (3) जल में
Nice 👍🏻